कानपुर में GSVM मेडिकल कॉलेज में सुपर स्पेशलिटी ब्लॉक | 25 Jan 2024
चर्चा में क्यों?
हाल ही में केंद्रीय स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्री ने उत्तर प्रदेश के कानपुर में गणेश शंकर विद्यार्थी मेमोरियल (GSVM) मेडिकल कॉलेज में एक सुपर स्पेशलिटी ब्लॉक का वर्चुअल उद्घाटन किया।
- उन्होंने कानपुर में ऑल इंडिया इंस्टीट्यूट ऑफ स्पीच एंड हियरिंग (AIISH) सैटेलाइट सेंटर की आधारशिला भी रखी।
मुख्य बिंदु:
- सुपर स्पेशलिटी ब्लॉक 12 विशिष्ट स्वास्थ्य सेवाएँ प्रदान करता है और इसका उद्देश्य लोगों के समय तथा संसाधनों की बचत करते हुए इन सेवाओं को स्थानीय स्तर पर प्रदान करना है।
- ब्लॉक का निर्माण प्रधानमंत्री स्वास्थ्य सुरक्षा योजना (PMSSY) के तहत किया गया है।
- कानपुर में AIISH केंद्र उत्तर भारत का पहला अत्याधुनिक केंद्र है। यह न केवल डॉक्टरों को प्रशिक्षित करता है बल्कि लोगों की देखभाल भी करता है।
- केंद्र भाषण-भाषा विकृति विज्ञान, ऑडियोलॉजी, संचार विकार की रोकथाम, टेली-मूल्यांकन और पुनर्वास सहित चार विशिष्ट प्रभागों को संभालता है।
- भारत में एम्स की संख्या 6 से बढ़कर 23 हो गई है, मेडिकल कॉलेजों की कुल संख्या लगभग दोगुनी होकर 710 तक पहुँच गई है, जन औषधि केंद्र 10,000 से अधिक हो गए हैं और आयुष्मान भारत योजना के तहत 160 लाख से अधिक आयुष्मान आरोग्य मंदिर स्थापित किये गए हैं।
- उत्तर प्रदेश एकमात्र राज्य है जहाँ दो एम्स हैं। इसके अलावा, पिछले 10 वर्षों में राज्य में मेडिकल कॉलेजों की संख्या दोगुनी हो गई है।
- सरकार ने सार्वजनिक और निजी दोनों अस्पतालों में गुणवत्तापूर्ण देखभाल तथा उपचार का दायरा बढ़ाया है।
- 55 करोड़ लोग आयुष्मान भारत प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना से लाभ पाने के हकदार हैं और 50 करोड़ आयुष्मान भारत स्वास्थ्य खाता (ABHA) आईडी कार्ड बनाए गए हैं।
प्रधानमंत्री स्वास्थ्य सुरक्षा योजना (PMSSY)
- यह योजना मार्च 2006 में स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय द्वारा शुरू की गई थी।
- इसका उद्देश्य सामान्य रूप से देश के विभिन्न हिस्सों में किफायती स्वास्थ्य सुविधाओं की उपलब्धता में असंतुलन को ठीक करना और विशेष रूप से कम सेवा वाले राज्यों में गुणवत्तापूर्ण चिकित्सा शिक्षा की सुविधाओं को बढ़ाना है।
- इसके दो घटक हैं:
- एम्स जैसे संस्थानों की स्थापना।
- सरकारी मेडिकल कॉलेज संस्थानों का उन्नयन।