NCR में गंभीर प्रदूषण संकट | 25 Oct 2024

चर्चा में क्यों? 

राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र (NCR) में वायु गुणवत्ता का स्तर खतरनाक बना हुआ है, जो खेतों में आग लगाने तथा अन्य कारकों के कारण और भी खराब हो गया है।  

प्रमुख बिंदु 

  • वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI):  
    • पानीपत में वायु गुणवत्ता सूचकांक 450 तक पहुँच गया, जो "गंभीर" प्रदूषण का संकेत है; अन्य NCR क्षेत्रों में भी स्तर बढ़ने की सूचना है।
    • AQI लोगों को वायु गुणवत्ता की स्थिति के बारे में प्रभावी ढंग से जानकारी देने का एक साधन है, जिसे समझना आसान है।
    • AQI को आठ प्रदूषकों अर्थात PM2.5, PM10, अमोनिया, लेड, नाइट्रोजन ऑक्साइड, सल्फर डाइऑक्साइड, ओज़ोन और कार्बन मोनोऑक्साइड के लिये विकसित किया गया है।
  • प्राथमिक कारण : 
    • हरियाणा और पंजाब जैसे पड़ोसी राज्यों में पराली जलाने के साथ-साथ वाहनों से निकलने वाले धुएँ और औद्योगिक प्रदूषण में भी अत्यधिक योगदान होता है।
    • प्रदूषण का उच्च स्तर, विशेष रूप से कमज़ोर समूहों के स्वास्थ्य के लिये गंभीर खतरा उत्पन्न करता है, जिसके कारण आपातकालीन उपायों की आवश्यकता पड़ती है। 

वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI) 

श्रेणी 

0-50

अच्छा (Good) 

51-100

संतोषजनक (Satisfactory) 

101-200

मध्यम (Moderate) 

201- 300

खराब (Poor) 

301-400

बहुत खराब (Very Poor)

401-500 

गंभीर (Severe)