राजस्थान
राजस्थान भारत में हरित ऊर्जा की ओर अग्रसर
- 29 Mar 2024
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चर्चा में क्यों?
हाल के दिनों में, राजस्थान ने 26,800 मेगावाट से अधिक स्थापित नवीकरणीय ऊर्जा क्षमता के साथ हरित ऊर्जा में भारत के परिवर्तन का नेतृत्व किया है।
मुख्य बिंदु:
- राजस्थान ने वर्ष 2023-24 के पहले 10 महीनों में 39,300 मिलियन यूनिट हरित ऊर्जा का उत्पादन किया, जो वर्ष 2019-20 की इसी अवधि की तुलना में तीन गुना अधिक है।
- राजस्थान में, नवीकरणीय ऊर्जा स्रोतों का योगदान इसकी विद्युत उत्पादन क्षमता का 64.5% है, जो इसके ऊर्जा पोर्टफोलियो में गुजरात के 47% नवीकरणीय ऊर्जा मिश्रण से काफी अधिक है।
- पवन ऊर्जा उत्पन्न करने में राजस्थान पहले ही तमिलनाडु को पीछे छोड़कर नंबर एक राज्य बन गया है।
पाँच पंचामृत लक्ष्य
- UNFCCC COP 26 में, प्रधानमंत्री ने पाँच पंचामृत लक्ष्यों का अनावरण किया, जिनमें शामिल हैं:
- वर्ष 2030 तक 500 गीगावाट (GW) गैर-जीवाश्म ऊर्जा क्षमता हासिल करना।
- वर्ष 2030 तक भारत की 50% ऊर्जा आवश्यकता को नवीकरणीय ऊर्जा (RE) स्रोतों से पूरा करना।
- वर्ष 2030 तक अर्थव्यवस्था में कार्बन तीव्रता को वर्ष 2005 के स्तर से 45% कम करना।
- वर्ष 2030 तक कुल अनुमानित कार्बन उत्सर्जन को 1 बिलियन टन तक कम करना।
- वर्ष 2070 तक शुद्ध-शून्य उत्सर्जन का लक्ष्य प्राप्त करना।