राजस्थान
पोकरण में सोलर प्रोजेक्ट
- 28 Apr 2025
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चर्चा में क्यों?
केंद्रीय नवीन एवं नवीकरणीय ऊर्जा मंत्री द्वारा जैसलमेर के पोकरण में 1.3 गीगावॉट पीक पावर क्षमता वाले सोलर प्रोजेक्ट का उद्घाटन किया गया।
मुख्य बिंदु
- सोलर प्रोजेक्ट के बारे में:
- यह परियोजना पूरी तरह से मेड-इन-इंडिया मोड्यूल्स द्वारा बनाई गई है, जिसमें 90% सोलर मोड्यूल्स जयपुर स्थित रीन्यू कंपनी द्वारा निर्मित हैं।
- उद्देश्य: इस परियोजना का मुख्य उद्देश्य सौर ऊर्जा के माध्यम से विद्युत उत्पादन बढ़ाना और पर्यावरण को कार्बन उत्सर्जन से बचाना है।
- विद्युत उत्पादन: इस परियोजना से सालाना लगभग 2490 मिलियन युनिट्स विद्युत का उत्पादन होगा, जो लगभग 5 लाख परिवारों की विद्युत जरूरतों को पूरा करेगा।कार्बन उत्सर्जन में कमी: परियोजना से 2.3 मिलियन टन कार्बन
- डाइऑक्साइड उत्सर्जन में कमी आएगी, जिससे पर्यावरण संरक्षण में योगदान मिलेगा।भौगोलिक अवस्थिति: यह परियोजना राजस्थान के जैसलमेर ज़िले में स्थित है और लगभग 3500 एकड़ के क्षेत्र में फैली हुई है। यह क्षेत्र सोलर ऊर्जा के लिये उपयुक्त परिस्थितियाँ प्रदान करता है, जिससे परियोजना की सफलता की संभावना और बढ़ जाती है।
- ऊर्जा क्षेत्र में विकास: इस परियोजना के माध्यम से भविष्य में ऊर्जा की मांग को पूरा करने में मदद मिलेगी। साथ ही, ऊर्जा क्षेत्र में तेज़ी से विकास की संभावना है।
मेक इन इंडिया पहल:
- परिचय:
- वर्ष 2014 में लॉन्च किये गए मेक इन इंडिया का मुख्य उद्देश्य देश को एक अग्रणी वैश्विक विनिर्माण और निवेश गंतव्य में बदलना है।
- इसका नेतृत्त्व उद्योग और आंतरिक व्यापार संवर्द्धन विभाग (Department for Promotion of Industry and Internal Trade- DPIIT), वाणिज्य एवं उद्योग मंत्रालय, भारत सरकार द्वारा किया जा रहा है।
- यह पहल दुनिया भर के संभावित निवेशकों और भागीदारों को 'न्यू इंडिया' की विकास गाथा में भाग लेने हेतु एक खुला निमंत्रण है।
- उद्देश्य:
- विनिर्माण क्षेत्र की संवृद्धि दर को बढ़ाकर 12-14% प्रतिवर्ष करना।
- वर्ष 2022 तक (संशोधित तिथि 2025) विनिर्माण से संबंधित 100 मिलियन अतिरिक्त रोज़गार सृजित करना।
- वर्ष 2025 तक सकल घरेलू उत्पाद में विनिर्माण क्षेत्र का योगदान बढ़ाकर 25% करना।
सौर ऊर्जा
- परिचय
- सौर तापीय ऊर्जा (Solar Thermal Energy): इसमें सूरज की किरणों को ऊष्मा में बदलकर ऊर्जा का उत्पादन किया जाता है। यह ऊर्जा गर्म पानी तैयार करने, तापमान नियंत्रित करने या उद्योगों में उपयोग की जाती है।
- सौर विद्युत ऊर्जा (Solar Photovoltaic Energy): इसमें सौर पैनल्स (Photovoltaic Cells) का उपयोग करके सूर्य प्रकश को सीधे विद्युत ऊर्जा में परिवर्तित किया जाता है। यह ऊर्जा घरों, उद्योगों और अन्य क्षेत्रों में बिजली आपूर्ति के लिये उपयोग की जाती है।
- यह वह ऊर्जा है, जो सूर्य से प्राप्त होती है। यह एक नवीकरणीय और प्रदूषण मुक्त ऊर्जा स्रोत है, जो पृथ्वी पर उपलब्ध सबसे प्रचुर और स्थायी ऊर्जा स्रोतों में से एक है।
- सौर ऊर्जा का उपयोग मुख्यतः दो तरीकों से किया जाता है:
- सौर ऊर्जा के लाभ:
- यह एक नवीकरणीय ऊर्जा है, अर्थात यह हमेशा उपलब्ध रहती है।
- पर्यावरणीय प्रभाव कम है, क्योंकि यह प्रदूषण नहीं करती।
- यह स्थायी स्रोत है, जिससे लंबे समय तक ऊर्जा मिलती है।
- ऊर्जा संकट के समाधान के रूप में काम करती है, विशेषकर दूरस्थ क्षेत्रों में जहाँ विद्युत आपूर्ति सीमित होती है।