महापुरुषों पर नई योजनाएँ | 11 Mar 2025

चर्चा में क्यों? 

हाल ही में उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री ने 10 नई महत्त्वाकांक्षी योजनाएँ महापुरुषों के नाम से शुरू करने की घोषणा की, ताकि उनके योगदान को चिरस्थायी बनाया जा सके।

मुख्य बिंदु

  • इन योजनाओं के माध्यम से कृषि, उद्योग, शिक्षा और सामाजिक कल्याण के क्षेत्रों में विकास होगा। इसके अलावा, यह पहल रोज़गार सृजन, महिला सशक्तीकरण और बौद्धिक विकास को भी बढ़ावा देगी।
  • महत्त्वपूर्ण योजनाएँ
    • माता शबरी के नाम पर कृषि मंडियों में कैंटीन और विश्रामालय: माता शबरी के नाम पर कृषि मंडियों में कैंटीन और विश्रामालय बनाए जाएंगे, जिससे किसानों और श्रमिकों को सस्ती दर पर भोजन और विश्राम की सुविधा उपलब्ध होगी। इसी प्रकार, सरकार ने अयोध्या में भी शबरी के नाम पर एक भोजनालय स्थापित किया है।
    • सरदार पटेल के नाम पर जनपदीय आर्थिक क्षेत्र: प्रत्येक परिवार से कम-से-कम एक व्यक्ति को रोज़गार से जोड़ने के उद्देश्य से जनपदीय आर्थिक क्षेत्र को रोज़गार जोन के रूप में विकसित किया जाएगा।
      •  प्रत्येक ज़िले की विशेषताओं और संभावनाओं के आधार पर 100 एकड़ भूमि में इसे PPP मॉडल के आधार पर विकसित किया जाएगा। यह पहल देश के पहले गृहमंत्री सरदार पटेल को समर्पित होगी।
    • माता अहिल्याबाई होल्कर के नाम पर श्रमजीवी महिला हॉस्टल: कामकाज़ी महिलाओं के लिये वाराणसी, मेरठ, प्रयागराज, गोरखपुर, कानपुर नगर, झाँसी और आगरा में वर्किंग वुमेन हॉस्टल स्थापित किये जाएंगे। 
      • सांस्कृतिक पुनर्जागरण की अग्रदूत अहिल्याबाई होल्कर के 300वें जयंती वर्ष के उपलक्ष्य में यह हॉस्टल उनके नाम पर समर्पित किये जाएंगे।
    • महारानी लक्ष्मीबाई मेधावी छात्रा स्कूटी योजना: भारतीय स्वतंत्रता संग्राम की महान वीरांगना रानी लक्ष्मीबाई के नाम पर मेधावी छात्राओं को स्कूटी प्रदान करने की योजना लागू की गई है।
    • संत कबीरदास के नाम पर सीएम मित्र पार्क योजना: मानवता और श्रम के महत्त्व को प्रचारित करने वाले संत कबीरदास के नाम पर प्रदेश में 10 टेक्सटाइल पार्क स्थापित किये जाएंगे। 
    • संत रविदास के नाम पर चर्मोद्योग पार्क: समाज में समानता और श्रम की प्रतिष्ठा को बढ़ावा देने वाले संत रविदास के नाम पर प्रदेश में दो लेदर पार्क विकसित किये जाएंगे। इनमें से एक लेदर पार्क आगरा में स्थापित होगा। 
      • यह योजना चर्म उद्योग को एक नई दिशा देने के साथ-साथ हज़ारों कारीगरों और श्रमिकों के लिये रोज़गार के अवसर प्रदान करेगी।
    • भारत रत्न चौधरी चरण सिंह के नाम पर लखनऊ में सीड पार्क: पूर्व प्रधानमंत्री भारत रत्न चौधरी चरण सिंह के नाम पर लखनऊ में सीड पार्क की स्थापना की जाएगी। 
      • इस पहल का उद्देश्य किसानों को उच्च गुणवत्ता वाले बीज और कृषि से संबंधित संसाधन प्रदान करना है। 
    • नगरीय क्षेत्रों में पुस्तकालय भारत रत्न अटल बिहारी वाजपेयी के नाम पर: भारत रत्न पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी के जन्मशताब्दी वर्ष को चिह्नित करते हुए प्रदेश के नगरीय क्षेत्रों में पुस्तकालय स्थापित करने के लिये बजटीय प्रावधान किया गया है।
    • भारत रत्न डॉ. भीमराव आंबेडकर के नाम पर छात्रावास: समाज कल्याण छात्रावासों के पुनर्निर्माण और नव निर्माण की योजना डॉ. भीमराव आंबेडकर को समर्पित की गई है। 
    • बिरसा मुंडा को समर्पित दो जनजातीय संग्रहालय: बिरसा मुंडा के 150वें जन्मवर्ष को जनजातीय गौरव वर्ष के रूप में मनाने के उद्देश्य से मिर्ज़ापुर और सोनभद्र में दो जनजातीय संग्रहालय स्थापित किये जाएंगे। इस परियोजना के लिये बजट में आवश्यक धनराशि का प्रावधान किया गया है।