मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री ने महिला सशक्तिकरण पर बल दिया | 14 Oct 2024
चर्चा में क्यों?
हाल ही में मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री ने उज्जैन ज़िले में एक कपड़ा इकाई के उद्घाटन के दौरान महिला सशक्तिकरण पर बल दिया।
मुख्य बिंदु
- कपड़ा इकाई का उद्घाटन : मुख्यमंत्री ने उज्जैन ज़िले में एक नई कपड़ा इकाई का उद्घाटन किया और रोज़गार के लिये औद्योगिक विकास के महत्त्व पर प्रकाश डाला।
- महिला सशक्तिकरण पर फोकस: कार्यक्रम के दौरान उन्होंने महिला सशक्तिकरण की पुरज़ोर वकालत की तथा मध्य प्रदेश के सामाजिक और आर्थिक विकास में महिलाओं की भूमिका पर बल दिया।
- महिलाओं के लिये रोज़गार के अवसर : नई कपड़ा इकाई से रोज़गार सृजन होने की उम्मीद है, विशेष रूप से महिलाओं के लिये, जिससे वित्तीय स्वतंत्रता को बढ़ावा मिलेगा।
- सरकारी सहायता: मुख्यमंत्री ने विभिन्न क्षेत्रों में महिलाओं के लिये रोज़गार के अवसर सृजित करने के लिये राज्य सरकार की प्रतिबद्धता दोहराई।
- स्थानीय अर्थव्यवस्था को बढ़ावा: कपड़ा इकाई की स्थापना को स्थानीय अर्थव्यवस्था को बढ़ावा देने और आजीविका में वृद्धि करने की एक प्रमुख पहल के रूप में देखा जा रहा है।
- महिलाओं की भागीदारी को प्रोत्साहित करना: मुख्यमंत्री ने अधिकाधिक महिलाओं को इन अवसरों का लाभ उठाने के लिये प्रोत्साहित किया तथा औद्योगिक और सामाजिक प्रगति में उनके योगदान पर बल दिया।
महिलाओं के सामाजिक-आर्थिक सशक्तिकरण के लिये संवैधानिक उपाय
- अनुच्छेद 14: कानून के समक्ष समानता और कानूनों के समान संरक्षण की गारंटी देता है, जाति, धर्म, लिंग और जन्म स्थान के आधार पर भेदभाव पर रोक लगाता है।
- अनुच्छेद 15(3): राज्य को महिलाओं और बच्चों के लिये विशेष प्रावधान बनाने की अनुमति देता है।
- अनुच्छेद 16: सार्वजनिक रोज़गार के मामलों में समान अवसर प्रदान करता है।
- अनुच्छेद 39(d): पुरुषों और महिलाओं दोनों के लिये समान काम के लिये समान वेतन की बात करता है।
- अनुच्छेद 42: राज्य को काम की न्यायसंगत और मानवीय स्थिति तथा मातृत्व राहत सुनिश्चित करने के लिये प्रावधान करने का निर्देश देता है।