IIT-कानपुर के प्रोफेसर ने बहिर्ग्रह (Exoplanet) की खोज की | 27 Jul 2024

चर्चा में क्यों?

IIT-कानपुर के अंतरिक्ष, ग्रहीय एवं खगोलीय विज्ञान तथा अभियांत्रिकी विभाग (Space, Planetary & Astronomical Sciences & Engineering- SPASE) के एक सहायक प्रोफेसर सहित खगोलविदों की एक अंतर्राष्ट्रीय टीम ने एक बड़े बहिर्ग्रह की खोज की है जो हमारे सूर्य के समान एक निकटवर्ती तारे की परिक्रमा कर रहा है।

प्रमुख बिंदु:

  • वैज्ञानिक पत्रिका नेचर के अनुसार, एप्सिलॉन इंडी एब या एप्स इंड एब के नाम से जाना जाने वाला सौर मंडल के बाहर का ग्रह, बृहस्पति से कम से कम छह गुना अधिक द्रव्यमान होने के कारण 'सुपर-बृहस्पति' के रूप में वर्गीकृत है।
    • एप्स इंड एब प्रत्यक्ष चित्रण तकनीक का उपयोग करके खोजा गया पहला परिपक्व  बहिर्ग्रह (हमारे सौर मंडल के बाहर का ग्रह) है।
  • जेम्स वेब स्पेस टेलीस्कोप के मिड-इन्फ्रारेड उपकरण का उपयोग करते हुए, खगोलविदों की अंतर्राष्ट्रीय टीम ने K5V-प्रकार के तारे एप्सिलॉन इंडी A (जिसे HD 209100 या HI के नाम से भी जाना जाता है) की परिक्रमा कर रहे एक नए बहिर्ग्रह का प्रत्यक्ष चित्र लिया है।
    • निकटवर्ती परिपक्व बहिर्ग्रह का प्रत्यक्ष चित्रण, अंतरिक्ष अन्वेषण के क्षेत्र में एक महत्त्वपूर्ण मील का पत्थर है।
  • हाल ही में पहचाना गया यह ग्रह पृथ्वी से 12 प्रकाश वर्ष दूर स्थित है और अत्यंत शीतल है, जिसका तापमान लगभग -1°C (30°F) है।
    • इसकी कक्षा भी बहुत बड़ी है, जिसका आकार पृथ्वी और सूर्य की दूरी का 28 गुना है।