इलेक्ट्रिक वाहनों को मिलेगी सब्सिडी | 13 Feb 2025

चर्चा में क्यों?

राज्य मे इलेक्ट्रिक वाहनों को बढावा देने हेतु इलेक्ट्रिक वाहन नीति- 2022 के अंतर्गत 200 करोड़ रुपए का ई-व्हीकल प्रमोशन फंड गठित किया गया है।

मुख्य बिंदु

  • फंड के बारे में:
    • राज्य सरकार की ‘‘इलेक्ट्रिक वाहन नीति-2022 के अंतर्गत फेम-2 के दिशा निर्देशों के अनुरूप आधुनिक बैटरी युक्त इलैक्ट्रिक वाहनों के क्रेताओं को स्टेट जीएसटी राशि का पुनर्भरण एवं एकमुश्त अनुदान ई-व्हीकल प्रमोशन फंड में से दिये जाने का प्रावधान किया गया है। 
    • पुनर्भरण एवं एकमुश्त अनुदान राशि 01.09.2022 से क्रय किये गए एवं राज्य में पंजीकृत किये गये वाहनो पर देय होगा। 
    • वाहन का क्रय राजस्थान राज्य से ही किया जाना आवश्यक है।
  • सब्सिडी की प्रक्रिया:
    • सब्सिडी प्राप्त करने के लिये सबसे पहले वाहन निर्माता को विभागीय पोर्टल पर पंजीकरण करना आवश्यक है। 
    • फिर निर्माता को पोर्टल पर वाहन का मॉडल, बैटरी का प्रकार और बैटरी की क्षमता जैसी जानकारी भरनी होगी।
    • इसके बाद विभाग इस जानकारी का सत्यापन करेगा और वाहन क्रेता को अनुदान के लिये आवेदन करने की अनुमति दी जाएगी। वाहन मालिक को अपना पंजीकरण नंबर और चेसिस नंबर के अंतिम 5 अंक पोर्टल पर दर्ज करने होंगे। 
    • इसके बाद, वाहन मालिक के मोबाइल नंबर पर OTP भेजा जाएगा। फिर, वाहन मालिक को अपने बैंक खाते की जानकारी जैसे पासबुक के पहले पेज या रद्द किये गए चेक की फोटो अपलोड करनी होगी। 
    • उसके बाद, आवेदन सबमिट किया जाएगा और अनुदान राशि सीधे वाहन मालिक के बैंक खाते में ट्रांसफर कर दी जाएगी।
    • इस नीति के तहत दुपहिया वाहन से लेकर भारी वाहनों तक सभी प्रकार के इलेक्ट्रिक वाहनों को शामिल किया गया है।
    • सरकार का उद्देश्य है कि ज्यादा-से-ज्यादा लोग डीज़ल और पेट्रोल के बजाय इलेक्ट्रिक वाहनों का इस्तेमाल करें। इससे प्रदूषण कम होगा और पर्यावरण संतुलन भी बना रहेगा। 
  • इलेक्ट्रिक वाहनों के लाभ:
    • उत्सर्जन में कमी: शून्य टेलपाइप उत्सर्जन उत्पन्न करना, स्वच्छ वायु में योगदान देना और सार्वजनिक स्वास्थ्य में सुधार करना।
    • कम परिचालन लागत: बिजली गैसोलीन की तुलना में सस्ती हो सकती है, जिससे प्रति किलोमीटर ईंधन लागत कम हो सकती है।
    • शांत संचालन: इलेक्ट्रिक मोटर गैसोलीन इंजन की तुलना में काफी कम शोर उत्पन्न करते हैं।
    • बेहतर दक्षता: इलेक्ट्रिक मोटर गैसोलीन इंजन की तुलना में अधिक प्रतिशत ऊर्जा को उपयोगी शक्ति में परिवर्तित करते हैं।

इलेक्ट्रिक वाहन

  • इलेक्ट्रिक वाहन एक प्रकार के वाहन हैं, जो पारंपरिक आंतरिक दहन इंजन (ICE) के बजाए, जो गैसोलीन या डीज़ल जलाते हैं, प्रणोदन के लिये एक या एक से अधिक इलेक्ट्रिक मोटर्स का उपयोग करते हैं।
  • इलेक्ट्रिक वाहनों के प्रकार:
    • बैटरी इलेक्ट्रिक वाहन (BEV): ये प्रणोदन के लिये पूरी तरह बैटरी शक्ति पर निर्भर होते हैं तथा शून्य टेलपाइप उत्सर्जन उत्पन्न करते हैं।
    • प्लग-इन हाइब्रिड इलेक्ट्रिक वाहन (PHEV): इलेक्ट्रिक मोटर को गैसोलीन इंजन के साथ संयोजित करें। इन्हें बाहरी रूप से चार्ज किया जा सकता है और सीमित दूरी तक बैटरी पावर पर चलाया जा सकता है, फिर लंबी यात्राओं के लिये गैसोलीन इंजन पर स्विच किया जा सकता है।
    • हाइब्रिड इलेक्ट्रिक वाहन (HEVs ): इनमें इलेक्ट्रिक मोटर और गैसोलीन इंजन दोनों का उपयोग होता है, लेकिन बैटरी को सीधे प्लग इन करके चार्ज नहीं किया जा सकता।