हरियाणा
सिरसा में काला हिरण मारा गया
- 26 Dec 2024
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चर्चा में क्यों?
हाल ही में सिरसा ज़िले के जंडवाला बिश्नोईयाँ गाँव में काले हिरण के शिकार की घटना से बिश्नोई समुदाय में आक्रोश बढ़ गया है।
- वन्यजीव संरक्षण के प्रति अपनी प्रतिबद्धता के लिये जाना जाने वाला यह समुदाय, लुप्तप्राय प्रजातियों की सुरक्षा तथा उनके अवैध शिकार को रोकने के लिये सख्त कार्रवाई की मांग कर रहा है।
मुख्य बिंदु
- घटना का परिचय:
- 23 दिसंबर, 2024 को एक पाँच वर्षीय नर काले हिरण का शव पाया गया, जिसमें कटे हुए निशान थे, जो अवैध शिकार की ओर संकेत करते हैं।
- पशु चिकित्सक ने पोस्टमार्टम किया, जिसमें एक छिद्रित घाव को अवैध शिकार के साक्ष्य के रूप में पहचाना गया।
- इस क्षेत्र में नीलगाय और बछड़ों जैसे अन्य जानवरों का भी अवैध शिकार किया गया होगा।
- संरक्षण संबंधी चिंताएँ:
- स्थानीय संरक्षणकर्त्ता इस क्षेत्र में काले हिरणों की घटती जनसंख्या से चिंतित हैं।
- अखिल भारतीय जीव रक्षा बिश्नोई सभा ने जंडवाला बिश्नोईयान, गंगा और भाऊखेड़ा जैसे गाँवों में वन्यजीवों पर वर्ष 2017 में अभयारण्यों की अधिसूचना रद्द करने के प्रभाव पर प्रकाश डाला।
- अधिसूचना रद्द होने के बाद से काले हिरणों और चिंकारा हिरणों की आबादी में काफी कमी आई है।
- वन्यजीव संरक्षण अधिनियम 1972 की धारा 9, 39, 49, 51 और 54 के तहत मामला दर्ज किया गया है।
कृष्णमृग
- परिचय:
- काला हिरण (एंटीलोप सर्विकाप्रा) या भारतीय मृग, भारत और नेपाल में पाई जाने वाली मृग की एक प्रजाति है।
- यह राजस्थान, गुजरात, मध्य प्रदेश, तमिलनाडु, ओडिशा और प्रायद्वीपीय भारत के अन्य क्षेत्रों में व्यापक रूप से विस्तृत है।
- इसे घास के मैदान का प्रतीक माना जाता है।
- काला हिरण एक दिनचर मृग है (मुख्यतः दिन के समय सक्रिय)।
- काला हिरण (एंटीलोप सर्विकाप्रा) या भारतीय मृग, भारत और नेपाल में पाई जाने वाली मृग की एक प्रजाति है।
- मान्यता:
- इसे पंजाब, हरियाणा और आंध्र प्रदेश का राज्य पशु घोषित किया गया है।
- सांस्कृतिक महत्त्व:
- हिंदू धर्म में यह पवित्रता का प्रतीक है क्योंकि इसकी खाल और सींग पवित्र माने जाते हैं। बौद्ध धर्म में यह सौभाग्य का प्रतीक है।
- संरक्षण स्थिति:
- वन्यजीव संरक्षण अधिनियम 1972: अनुसूची I
- IUCN स्थिति: कम चिंताजनक
- CITES: परिशिष्ट III
- धमकी:
- पर्यावास या आवास विखंडन, वनों की कटाई, प्राकृतिक आपदाएँ, अवैध शिकार।
- संबंधित संरक्षित क्षेत्र:
- वेलावदर ब्लैकबक अभयारण्य- गुजरात
- प्वाइंट कैलिमेरे वन्यजीव अभयारण्य- तमिलनाडु
- वर्ष 2017 में, उत्तर प्रदेश राज्य सरकार ने प्रयागराज के पास यमुना पार बेल्ट में ब्लैकबक कंज़र्वेशन रिज़र्व स्थापित करने की योजना को मंज़ूरी दी। यह ब्लैकबक को समर्पित पहला संरक्षण रिज़र्व होगा।
- ताल छापर अभयारण्य- राजस्थान