भारत गौरव एक्सप्रेस | 12 Jun 2024
चर्चा में क्यों?
भारतीय रेलवे खानपान एवं पर्यटन निगम (IRCTC) ने उत्तराखंड पर्यटन विकास बोर्ड के सहयोग से तमिलनाडु से उत्तराखंड के छह आध्यात्मिक स्थलों तक चलने वाली भारत गौरव एक्सप्रेस ट्रेन के लिये ऑनलाइन टिकट आरक्षण शुरू किया है।
मुख्य बिंदु:
- छह आध्यात्मिक स्थल हैं: ऋषिकेश, रुद्रप्रयाग, गुप्तकाशी, केदारनाथ, जोशीमठ और बद्रीनाथ।
- यह यात्रा 13 दिनों की है और इसमें गुप्तकाशी से केदारनाथ तक हेलीकॉप्टर से यात्रा भी शामिल है।
- केदारनाथ धाम रुद्रप्रयाग ज़िले में स्थित है। यह भगवान शिव को समर्पित है और मंदाकिनी नदी के तट पर स्थित है। यह भारत में 12 ज्योतिर्लिंगों (भगवान शिव के दिव्य प्रतिनिधित्व) में से एक है।
- रुद्रप्रयाग अलकनंदा नदी के पंच प्रयागों में से एक है, जो अलकनंदा और मंदाकिनी नदियों का संगम स्थल है।
- इसका नाम भगवान शिव के एक रूप रुद्र के नाम पर रखा गया है। एक पौराणिक कथा के अनुसार, भगवान शिव ने नारद मुनि को आशीर्वाद देने के लिये यहाँ 'रुद्र' के रूप में दर्शन दिये थे।
- जोशीमठ उत्तराखंड के चमोली ज़िले में ऋषिकेश-बद्रीनाथ राष्ट्रीय राजमार्ग (NH-7) पर स्थित एक पहाड़ी शहर है।
- यह शहर एक पर्यटक नगर के रूप में कार्य करता है, क्योंकि यह राज्य के अन्य महत्त्वपूर्ण धार्मिक और पर्यटन स्थलों के अलावा बद्रीनाथ, औली, फूलों की घाटी तथा हेमकुंड साहिब की यात्रा करने वाले लोगों के लिये रात्रि विश्राम स्थल के रूप में कार्य करता है।
- गुप्तकाशी रुद्रप्रयाग ज़िले में स्थित है। यह भगवान शिव को समर्पित अपने प्राचीन विश्वनाथ मंदिर के लिये जाना जाता है जो वाराणसी के मंदिर जैसा ही है।
- ऋषिकेश देहरादून ज़िले में स्थित है। इसे आमतौर पर 'विश्व की योग राजधानी' कहा जाता है।
- यह गंगा नदी के दाहिने तट पर स्थित है और हिंदुओं के लिये एक तीर्थस्थल है, जहाँ प्राचीन ऋषि-मुनि उच्च ज्ञान की खोज में ध्यान करते थे।
उत्तराखंड पर्यटन विकास बोर्ड (Uttarakhand Tourism Development Board- UTDB)
- यह उत्तराखंड राज्य में पर्यटन को बढ़ावा देने के लिये ज़िम्मेदार एक सरकारी निकाय है।
- इसकी स्थापना वर्ष 1976 में हुई थी और इसका मुख्यालय देहरादून में है।
- UTDB पर्यटन बुनियादी ढाँचे को विकसित करने और बढ़ावा देने, निवेश को आकर्षित करने एवं उत्तराखंड को एक पर्यटन स्थल के रूप में बाज़ार में लाने के लिये कार्य करता है।