अडानी ग्रीन ने राजस्थान में 180 मेगावाट का सौर संयंत्र शुरू किया | 28 Mar 2024
चर्चा में क्यों?
हाल ही में अडानी ग्रीन एनर्जी ने राजस्थान के जैसलमेर के देवीकोट में 180 मेगावाट का सौर ऊर्जा संयंत्र की शुरुआत की गई।
मुख्य बिंदु:
- संयंत्र का सोलर एनर्जी कॉर्पोरेशन ऑफ इंडिया (SECI), भारत की सबसे बड़ी नवीकरणीय ऊर्जा कंपनी अडानी ग्रीन एनर्जी लिमिटेड (AGEL) के साथ 25 साल का पावर परचेज़ एग्रीमेंट है।
- यह सालाना लगभग 540 मिलियन विद्युत् इकाइयों का उत्पादन करेगा तथा 1.1 लाख से अधिक घरों को बिजली प्रदान कर लगभग 0.39 मिलियन टन CO2 उत्सर्जन को कम करेगा।
- मॉड्यूल की बेहतर दक्षता के साथ पूरे दिन सूर्य पर नज़र बनाए रखने के माध्यम से उत्पादन को अधिकतम करने के लिये नेक्स्ट जनरेशन बिफेशियल सोलर फोटोवोल्टिक मॉड्यूल और हॉरिजोंटल सिंगल एक्सिस सोलर ट्रैकर्स (HSAT ) को तैनात किया गया है।
- ट्रैकिंग सिस्टम द्वारा सूर्य के प्रकाश की उत्पादन क्षमता को बढ़ाने के लिये HSAT का उपयोग किया जाता है।
- मॉड्यूल की बेहतर दक्षता के साथ पूरे दिन सूर्य पर नज़र बनाए रखने के माध्यम से उत्पादन को अधिकतम करने के लिये नेक्स्ट जनरेशन बिफेशियल सोलर फोटोवोल्टिक मॉड्यूल और हॉरिजोंटल सिंगल एक्सिस सोलर ट्रैकर्स (HSAT ) को तैनात किया गया है।
- यह संयंत्र जलरहित रोबोटिक मॉड्यूल सफाई प्रणालियों से सुसज्जित है, जो जैसलमेर के बंजर क्षेत्र में जल संरक्षण को सक्षम बनाता है।
पावर परचेज़ एग्रीमेंट (PPA)
- यह आमतौर पर एक विद्युत उत्पादक, सरकार या कंपनी के मध्य एक दीर्घकालिक अनुबंध होता है।
- PPA आमतौर पर 5 से 20 वर्ष के मध्य रहता है, इस दौरान विद्युत् खरीदार पूर्व-बातचीत कीमत पर ऊर्जा खरीदता है।
- इस तरह के समझौते स्वतंत्र रूप से स्वामित्व वाले (यानी, उपयोगिता के स्वामित्व वाले नहीं) विद्युत् उत्पादक विशेष रूप से सौर फार्म या पवन फार्म जैसे नवीकरणीय ऊर्जा के उत्पादकों के वित्तपोषण में महत्त्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं।