रैपिड फायर
विश्व हेपेटाइटिस दिवस
- 30 Jul 2024
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स्रोत: हिंदुस्तान टाइम्स
वायरल हेपेटाइटिस के बारे में जागरूकता बढ़ाने के लिये प्रत्येक वर्ष 28 जुलाई को विश्व हेपेटाइटिस दिवस मनाया जाता है। यह यकृत की सूजन है जो गंभीर यकृत रोग और कैंसर का कारण बनती है।
- इसके लिये 28 जुलाई की तारीख इसलिये चुनी गई क्योंकि यह नोबेल पुरस्कार विजेता वैज्ञानिक डॉ. बारूक ब्लमबर्ग का जन्मदिन है, जिन्होंने हेपेटाइटिस B वायरस (HBV) की खोज की थी और वायरस के लिये नैदानिक परीक्षण तथा टीका बनाया था।
- विश्व हेपेटाइटिस दिवस 2024 की थीम है: “It’s time for action” अर्थात् कार्रवाई का समय।
- हेपेटाइटिस के लक्षणों में बुखार, थकान, भूख न लगना, मतली, वमन, पेट में दर्द, गहरे रंग का मूत्र, गहरे रंग का मल, जोड़ों में दर्द और पीलिया शामिल हैं।
- हेपेटाइटिस वायरस के पाँच मुख्य प्रकार हैं: A, B, C, D, व E इनमें प्रत्येक के संचरण, भौगोलिक वितरण और रोकथाम के तरीके अलग-अलग हैं। हेपेटाइटिस B और C सबसे सामान्य हैं, जो प्रत्येक वर्ष 1.3 मिलियन मृत्यु और 2.2 मिलियन नए संक्रमण का कारण बनते हैं। हेपेटाइटिसरोग से प्रत्येक 30 सेकंड में एक व्यक्ति की मृत्यु होती है।
- अन्य कारणों में ड्रग्स और अल्कोहल का दुरुपयोग, यकृत में वसा का निर्माण (फैटी लीवर हेपेटाइटिस) या एक ऑटोइम्यून प्रक्रिया शामिल है जिसमें एक व्यक्ति का शरीर एंटीबॉडी बनाता है जो यकृत (ऑटोइम्यून हेपेटाइटिस) पर हमला करता है।
- हेपेटाइटिस से निपटने हेतु पहल:
- भारत: राष्ट्रीय वायरल हेपेटाइटिस नियंत्रण कार्यक्रम (वर्ष 2030 तक देश में सार्वजनिक स्वास्थ्य के लिये खतरा बन चुके वायरल हेपेटाइटिस का उन्मूलन करना), भारत का सार्वभौमिक टीकाकरण कार्यक्रम (UIP) (हेपेटाइटिस B सहित निशुल्क टीकाकरण)।
- वैश्विक: विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) वर्ष 2030 तक हेपेटाइटिस का उन्मूलन (वर्ष 2016 और वर्ष 2030 के बीच नए हेपेटाइटिस संक्रमण को 90% तक कम करना और मृत्यु दर को 65% तक कम करना)।
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