विश्व कपास दिवस 2024 | 09 Oct 2024
स्रोत: पी.आई.बी.
विश्व कपास दिवस (7 अक्तूबर 2024) के अवसर पर वस्त्र मंत्रालय ने भारतीय कपास निगम और CITI के साथ संयुक्त रूप से सम्मेलन की मेज़बानी की, जिसका विषय था "सूती वस्त्र मूल्य शृंखला को आकार देने वाले मेगाट्रेंड्स"।
उद्देश्य:
- सूती वस्त्र उद्योग को बढ़ावा देना तथा अर्थव्यवस्था में इसके योगदान को बढ़ावा देना।
- कपास मूल्य शृंखला के समक्ष आने वाली चुनौतियों का समाधान करना और समाधान की तलाश करना।
- कपास उद्योग में स्थिरता और उसकी क्षमता के महत्त्व पर प्रकाश डालना।
कपास दिवस की मुख्य विशेषताएँ:
- सरकार का लक्ष्य वर्ष 2030 तक 100 बिलियन अमेरिकी डॉलर का वस्त्र निर्यात लक्ष्य हासिल करना है।
- उच्च घनत्व वाली रोपाई, कम अंतराल पर रोपाई और ड्रिप फर्टिगेशन जैसी पद्धतियों को अपनाने से कपास की उपज में वृद्धि हो सकती है।
- कपास किसानों के लिये खरपतवार प्रबंधन एक महत्त्वपूर्ण चुनौती है, जिसका समाधान नई बीज किस्मों के माध्यम से किया जा सकता है।
- इस कार्यक्रम में कस्तूरी कपास उत्पाद, पुनर्चक्रित वस्त्र और हथकरघा उत्पाद प्रदर्शित किये गए हैं।
कपास उद्योग से संबंधित कुछ प्रमुख तथ्य:
- भारत विश्व का सबसे बड़ा कपास उत्पादक है, जो विश्व के कपास उत्पादन का लगभग 23% उत्पादन करता है।
- वर्ष 2023-2024 में भारत संयुक्त राज्य अमेरिका के बाद विश्व का दूसरा सबसे बड़ा कपास निर्यातक होगा।
- भारत के प्रमुख कपास आयातकों में बाँग्लादेश, चीन और वियतनाम शामिल हैं।
और पढ़ें: कॉटन कॉर्पोरेशन ऑफ इंडिया (CCI), भारतीय वस्त्र उद्योग परिसंघ (CITI)।