कैलिफोर्निया में वनाग्नि | 21 Jan 2025
स्रोत: हिंदुस्तान टाइम्स
चर्चा में क्यों?
कैलिफोर्निया के लॉस एंजिल्स में विनाशकारी वनाग्नि से कई लोगों की मृत्यु हो गई है एवं संरचनात्मक क्षति हुई है, तथा अधिकारी आग पर नियंत्रण पाने के लिये पिंक फायर रिटार्डेंट का प्रयोग कर रहे हैं।
- वनाग्नि की बढ़ती आवृत्ति के साथ यह सामान्य वनाग्नि के मौसम से इतर भी घटित हो रही हैं, जिससे इनके कारणों, जलवायु परिवर्तन की भूमिका तथा संभावित समाधानों के बारे में प्रश्न उठ रहे हैं।
- अधिकारी वनाग्नि पर नियंत्रण पाने के लिये पिंक फायर रिटार्डेंट का उपयोग कर रहे हैं।
नोट: भारत में, भारतीय वन सर्वेक्षण (FSI) द्वारा प्रकाशित भारत राज्य वन रिपोर्ट (ISFR) 2021 के अनुसार, 35.47% वन क्षेत्र में आग लगने का खतरा है।
कैलिफोर्निया में बार-बार होने वाली वनाग्नि के कारण और प्रभाव क्या हैं?
- प्राकृतिक कारण:
- वज्रपात: वज्रपात से खासकर जब तेज़ हवाएँ चलती हैं तब वृक्ष और घास जैसी शुष्क वनस्पतियाँ जल जाती हैं, जिससे आग अनियंत्रित हो जाती है। शुष्क मौसम में ऐसा होना सामान्य है।
- जलवायु परिवर्तन: कैलिफोर्निया में पिछली दो सर्दियों (वर्ष 2022 और वर्ष 2023) में अत्यधिक वर्षा हुई, जिससे वनस्पति वृद्धि को बढ़ावा मिला।
- वर्ष 2024-2025 की असामान्य रूप से शुष्क सर्दियों के कारण लॉस एंजिल्स की वनस्पतियाँ सूख गई, जिसने इसे वनाग्नि के लिये ज्वलनशील बना दिया।
- ग्लोबल वार्मिंग ने शुष्क और आर्द्र मौसमों को भी बढ़ा दिया है, जिससे लंबे समय तक सूखा पड़ा है और वनस्पति में नमी कम हो गई है, जिसके कारण वनाग्नि की आवृत्ति और गंभीरता में वृद्धि हुई है।
- सांता एना पवनें: कैलिफोर्निया में सांता एना पवनें, आमतौर पर अक्तूबर और जनवरी के बीच तीव्र होती हैं, वर्ष 2025 में असाधारण रूप से शक्तिशाली रही हैं।
- ये पवनें ग्रेट बेसिन में उच्च दबाव प्रणालियों से उत्पन्न होती हैं और पूर्व से पश्चिम की ओर गर्म, शुष्क वायु प्रवाहित करते हुए प्रशांत तट की ओर बहती हैं।
- जैसे ही पवनें सिएरा नेवादा और सांता एना पर्वतों से नीचे उतरती है और घाटियों से गुज़रती है, वह संपीड़ित हो जाती है, जिससे इसका तापमान बढ़ जाता है और आर्द्रता कम हो जाती है।
- दक्षिणी कैलिफोर्निया में, ये पवनें शुष्क वनस्पतियों, विद्युत् लाइनों और इमारतों में तेज़ी से फैलकर वनाग्नि को और बढ़ा देती हैं।
- मानवीय हस्तक्षेप: अमेरिकी राष्ट्रीय उद्यान सेवा के अनुसार, अमेरिका में होने वाली लगभग 85% वनाग्नि के लिये मानवीय गतिविधियाँ ज़िम्मेदार हैं।
- कैंप फायर: बिना देखरेख के या अनुचित तरीके से बुझाए गए कैंप फायर, वनाग्नि के मानव-प्रेरित प्रमुख कारण हैं।
- सड़क किनारे आग लगना: वाहनों से निकलने वाली चिंगारी, जैसे चेन खींचने या कैटेलिटिक कन्वर्टर्स के दोषपूर्ण होने से राजमार्गों पर आग लग सकती है।
- विद्युत् लाइनें: दोषपूर्ण या वायु-विक्षुब्ध विद्युत् लाइनें प्रायः वनाग्नि का कारण बनती हैं।
- अन्य मानवीय गतिविधियाँ: उपकरणों की खराबी, आगजनी, तथा छोड़ी गई सिगरेटें भी वनाग्नि का कारण बनती हैं।
- कभी-कभी तस्कर और वन्यजीव तस्कर सुरक्षा बलों का ध्यान भटकाने या अपराध के सबूत नष्ट करने के लिये वन में आग लगाते हैं।
- वनाग्नि का प्रभाव:
- जीवन और संपत्ति के विनाश से आर्थिक हानि।
- वायु प्रदूषण सूक्ष्म कणों, अम्लों, कार्बनिक रसायनों, धातुओं, धूल और एलर्जी के कारण होता है।
- उच्च तापमान के कारण भूमि का क्षरण होता है, जिससे भूमि से सभी पोषक तत्त्व और वनस्पति नष्ट हो जाती है, तथा भूमि बंजर और अनुपजाऊ हो जाती है।
- जैवविविधता की हानि
पिंक फायर रिटार्डेंट क्या है?
- परिचय:
- यह एक रासायनिक मिश्रण है जिसका उपयोग वनाग्नि को मंद करने अथवा उसका शमन करने हेतु किया जाता है।
- इसमें मुख्य रूप से अमोनियम फॉस्फेट आधारित घोल होता है जिसमें अमोनियम पॉलीफॉस्फेट जैसे लवण और क्रोमियम और कैडमियम जैसी विषाक्त धातुएँ होती हैं।
- अमेरिका में प्रायः उपयोग में लाया जाने वाला अग्निरोधी फॉस-चेक है।
- फॉस-चेक जल, अमोनियम फॉस्फेट-आधारित उर्वरकों (डायमोनियम फॉस्फेट और अमोनियम पॉलीफॉस्फेट) का मिश्रण है और इसकी प्रत्यक्ष दृश्यता के लिये इसमें लाल रंजक (लौह ऑक्साइड) मिश्रित किया जता है।
- इसमें चिपचिपाहट बढ़ाने और वायवीय रूप से इसके छिड़काव के दौरान इसे बहने से रोकने हेतु प्रगाढ़क कर्मक भी मिश्रित किया जाता है।
- कार्य: आग लगने से पहले इसका छिड़काव किया जाता है, जिससे वनस्पतियों पर एक परत बन जाती है, जिससे दहन की दशा में ऑक्सीजन से संपर्क नहीं हो पाता।
- इसका वर्ण पिंक इसलिये चुना गया क्योंकि इसकी दृश्यता अत्यधिक होती है, जिससे अग्निशमन कर्मियों को फायर लाइन पर अधिक प्रभावी रूप से निशाना साधने में मदद मिलती है।
- संबंधित चिंताएँ: क्रोमियम और कैडमियम जैसी विषाक्त धातुओं से कैंसर और अंग क्षति होती है तथा जलमार्गों को दूषित करने पर जलीय जीवन के लिये गंभीर खतरा उत्पन्न होता है।
UPSC सिविल सेवा परीक्षा, विगत वर्ष के प्रश्नप्रिलिम्स:प्रश्न. निम्नलिखित पर विचार कीजिये: (2019)
फसल/जैव मात्रा के अवशेषों के दहन, के कारण वायुमंडल में उपर्युक्त में से कौन-से निर्मुक्त होते हैं? (a) केवल 1 और 2 उत्तर: (d) |