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UPI आधारित ब्लॉक मैकेनिज़्म

  • 07 Sep 2024
  • 3 min read

स्रोत: द हिंदू

हाल ही में भारतीय प्रतिभूति एवं विनिमय बोर्ड (Securities and Exchange Board of India- SEBI) ने प्रस्ताव दिया है कि अर्हताप्राप्त स्टॉक ब्रोकर्स (Qualified Stock Brokers-QSBs) को द्वितीयक बाज़ार ट्रेडिंग के लिये एप्लीकेशन सपोर्टेड बाई ब्लॉक्ड अमाउंट (ASBA) सुविधा के समान UPI आधारित ब्लॉक मैकेनिज़्म प्रस्तुत करना चाहिये।

  • ग्राहक, ट्रेडिंग मेंबर (TM) को अग्रिम रूप से धन हस्तांतरित करने के बजाय अपने बैंक खातों में अवरुद्ध धन का उपयोग करके व्यापार कर सकते हैं। यह निवेशकों के लिये वैकल्पिक है और TM हेतु सेवा के रूप में प्रदान करना अनिवार्य नहीं है।
  • 3-इन-1 ट्रेडिंग अकाउंट: SEBI ने इसे ASBA जैसी सुविधा के विकल्प के रूप में प्रस्तावित किया है। 3-इन-1 अकाउंट में राशि ग्राहक के बैंक खाते में होती है, जिस पर वे ब्याज अर्जित करते हैं और इसका उपयोग नकद एवं डेरिवेटिव दोनों खंडों के लिये किया जा सकता है। 
    • UPI ब्लॉक, जिसमें प्रतिबंध हैं, के विपरीत 3-इन-1 फैसिलिटी में राशि की कोई सीमा नहीं है
    • SEBI ने वर्ष 2019 में IPO के लिये UPI ब्लॉक मैकेनिज़्म की शुरुआत की थी। सेकेंडरी मार्केट ट्रेडिंग के लिये एक बीटा संस्करण जनवरी, 2024 में लॉन्च किया गया, जो कैश सेगमेंट तक सीमित था।
  • ASBA सेबी द्वारा शुरू की गई एक प्रणाली है, जो प्रारंभिक सार्वजनिक प्रस्ताव (IPO), अधिकार निर्गम और अन्य प्रतिभूति प्रस्तावों के लिये आवेदन व आवंटन प्रक्रिया को सुगम बनाती है।
    • इसे निवेशकों को संपूर्ण आवेदन राशि अग्रिम रूप से हस्तांतरित किये बिना शेयरों के लिये आवेदन करने की अनुमति देकर आवेदन प्रक्रिया को अधिक कुशल और निवेशक-अनुकूल बनाने हेतु परिकल्पित किया गया है।

अधिक पढ़ें: भारतीय प्रतिभूति और विनिमय बोर्ड

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