स्वच्छता पखवाड़ा | 19 Sep 2022
हाल ही में रेल मंत्रालय ने भारतीय रेलवे में "स्वच्छता पखवाड़ा" लॉन्च किया है।
- इसके अतिरिक्त मंत्रालय ने पर्यावरण स्थिरता पर वार्षिक रिपोर्ट भी जारी की।
प्रमुख बिंदु
- रेल मंत्रालय 16 सितंबर 2022 से 30 सितंबर 2022 तक स्वच्छता पखवाड़ा मना रहा है।
- स्टेशनों पर पटरियों की सफाई, प्रमुख स्टेशनों तक पहुंँच और रेलवे परिसर में प्लास्टिक कचरे के उन्मूलन पर विशेष ध्यान दिया जाएगा।
- पखवाड़ा के दौरान प्लास्टिक कचरा प्रबंधन पर विशेष ध्यान देते हुए स्टेशनों, ट्रेनों, पटरियों, कॉलोनियों और अन्य रेलवे प्रतिष्ठानों की सघन सफाई और स्वच्छता पर ध्यान केंद्रित किया जा रहा है.
- लोगों को बायो-टॉयलेट के उपयोग, सिंगल-यूज प्लास्टिक से बचने और स्वच्छता की आदतों का पालन करने के बारे में शिक्षित करने के लिये पब्लिक एड्रेस सिस्टम के माध्यम से डिजिटल मीडिया/सार्वजनिक घोषणा के माध्यम से व्यापक जागरूकता अभियान चलाने की योजना है।
स्वच्छता पखवाड़ा
- इसका उद्देश्य भारत सरकार के मंत्रालयों/विभागों को उनके अधिकार क्षेत्र में शामिल करके स्वच्छता के मुद्दों तथा प्रथाओं पर एक पखवाड़े का गहन ध्यान देना है।
- स्वच्छता पखवाड़ा का पालन करने वाले मंत्रालयों की स्वच्छता समीक्षा की ऑनलाइन निगरानी प्रणाली का उपयोग करके बारीकी से निगरानी की जाती है जहाँ स्वच्छता गतिविधियों से संबंधित कार्य योजनाएंँ, इमेज, वीडियो अपलोड और साझा किये जाते हैं।
स्वच्छता से संबंधित पहल
- विश्व पर्यावरण दिवस (5 जून)
- प्लास्टिक अपशिष्ट प्रबंधन नियम, 2016
- भारत प्लास्टिक समझौता
- स्वच्छ भारत मिशन-शहरी 2.0।
- राष्ट्रीय स्वच्छ गंगा मिशन
वार्षिक पर्यावरण स्थिरता रिपोर्ट
- परिचय:
- यह हरित पर्यावरण और स्वच्छ ऊर्जा को बढ़ावा देने के लिये भारतीय रेलवे द्वारा उठाए गए कदमों को उजागर करने वाला एक व्यापक दस्तावेज है।
- यह रिपोर्ट ऊर्जा संरक्षण उपायों, वैकल्पिक ईंधन, नवीकरणीय ऊर्जा का दोहन, जल संरक्षण, वनीकरण, स्टेशनों और प्रतिष्ठानों के हरित प्रमाणीकरण, जैव शौचालय, ठोस अपशिष्ट प्रबंधन आदि जैसे शुद्ध शून्य उत्सर्जन की दिशा में रेलवे के प्रयासों को सामने लाती है।
- विज़न:
- भारतीय रेलवे को टिकाऊ जन परिवहन समाधान में विश्व स्तर पर अग्रणी बनते हुए हरित पर्यावरण और स्वच्छ ऊर्जा को बढ़ावा देना।