शिक्षा मंत्रालय की स्टार्स कार्यशाला | 18 Oct 2024
स्रोत: पी.आई.बी
हाल ही में शिक्षा मंत्रालय ने मध्य प्रदेश के भोपाल में दो दिवसीय राज्यों के लिये शिक्षण-अधिगम और परिणाम सुदृढ़ीकरण (Strengthening Teaching-Learning and Results for States (STARS/स्टार्स) ज्ञान साझा कार्यशाला का आयोजन किया।
- परिचय:
- कार्यशाला का उद्देश्य छात्रों को भविष्य के कार्यबल की चुनौतियों के लिये तैयार करता है, जो स्कूल-टू-वर्क परिवर्तन एवं मूल्यांकन प्रणाली को मज़बूत करने पर केंद्रित था।
- स्कूल-टू-वर्क परिवर्तन
- इसके तहत स्कूल-टू-वर्क बदलाव में राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020, राष्ट्रीय पाठ्यचर्या की रूपरेखा (NCF) और राष्ट्रीय क्रेडिट फ्रेमवर्क (NCRF) जैसे नीतिगत संरचना की भूमिका पर चर्चा की गई है, जिसमे कौशल विकास शिक्षा का एकीकरण, बहु-विषयक शिक्षा और अनुकूलन क्षमता को बढ़ावा देने पर ध्यान केंद्रित किया गया।
- मूल्यांकन प्रणाली को मज़बूत बनाना
- इसमें भविष्य की शिक्षा के लिये मूल्यांकन प्रणालियों को मजबूती प्रदान करने और उसके माध्यम से छात्रों के परिणाम को बढ़ाने पर एक आकर्षक प्रस्तुति प्रदान की गई है।
- इसके अंतर्गत कॅरियर विकल्प, यानी व्यक्तिगत अभिरुचि, माता-पिता का दृष्टिकोण और संभावित अवसरों के लिये ‘3 पी दृष्टिकोण’ पर प्रकाश डाला गया है।
- शिक्षण-अधिगम और परिणाम सुदृढ़ीकरण (स्टार्स) कार्यक्रम:
- इसे केंद्र प्रायोजित कार्यक्रम अक्तूबर, 2020 में कैबिनेट द्वारा अनुमोदित किया गया था।
- स्टार्स कार्यक्रम फरवरी, 2021 से पाँच वर्ष की अवधि के लिये प्रभावी है जो वित्तीय वर्ष 2024-25 में समाप्त होगा।
- यह समग्र शिक्षा का एक घटक है, जो विशेष रूप से कार्यक्रम के उन पहलुओं पर ध्यान केंद्रित करता है जो सीधे तौर पर स्कूली शिक्षा को बढ़ावा देते हैं।
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