प्रारंभिक परीक्षा
सर्पदंश विष
- 06 Dec 2023
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स्रोत: डाउन टू अर्थ
हाल ही में यूनाइटेड किंगडम विश्वविद्यालय के विशेषज्ञों की एक टीम ने सर्पदंश से होने वाली मौतों की संख्या को कम करने में मदद हेतु भारत के ओडिशा के बुरुझारी गाँव में एक प्रारंभिक अध्ययन (Pilot Study) शुरूकिया, इसमें साँपों के लिये प्रारंभिक चेतावनी प्रणाली जैसे समाधानों पर गौर किया जाएगा।
- विश्व में साँप के काटने से होने वाली मौतों का सबसे बड़ा हिस्सा भारत में है और ज्यादातर मामले ग्रामीण भारत में पाए जाते हैं।
- विश्व स्वास्थ्य संगठन ने जून 2017 में औपचारिक रूप से सर्पदंश एनवेनोमिंग को सर्वोच्च प्राथमिकता वाले उपेक्षित उष्णकटिबंधीय रोग (NDT) के रूप में सूचीबद्ध किया।
सर्पदंश विषनाशक क्या है?
- सर्पदंश विषनाशक के बारे में:
- सर्पदंश एक संभावित जीवन-घातक बीमारी है जो आमतौर पर विषैले साँप के काटने के बाद विभिन्न विषाक्त पदार्थों (ज़हर) के मिश्रण वाले इंजेक्शन के परिणामस्वरूप होती है।
- कुछ साँपों की प्रजातियाँ, स्वयं के बचाव के उपाय के रूप में ज़हर उगलने की क्षमता रखती हैं।
- अफ्रीका, मध्य-पूर्व, एशिया, ओशिनिया और लैटिन अमेरिका के ग्रामीण उष्णकटिबंधीय एवं उपोष्णकटिबंधीय क्षेत्रों में सर्पदंश दैनिक स्वास्थ्य संबंधित जोखिम पैदा करता है, विशेष रूप से ग्रामीण और उप-शहरी समुदायों के लाखों लोगों के संबंध में जो जीवित रहने के लिये कृषि तथा आजीविका गतिविधियों पर निर्भर हैं।
- प्रभाव:
- कई सर्पदंश पीड़ित, विशेषकर विकासशील देशों में विकृति, अवकुंचन, विच्छेदन, दृश्य दोष, गुर्दे की जटिलता तथा मनोवैज्ञानिक संकट जैसी दीर्घकालिक व्याधियों से पीड़ित होते हैं।
- SE से हुई मौतें:
- विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) के अनुसार, विश्व भर में प्रत्येक वर्ष लगभग 81,410 से 1,37,880 लोग साँप के काटने के कारण मर जाते हैं।
- SE की रोकथाम के लिये WHO का रोडमैप:
- WHO ने वर्ष 2030 तक सर्पदंश से होने वाली मृत्यु तथा दिव्यांगता के मामलों को आधा करने के लक्ष्य के साथ वर्ष 2019 में अपना रोडमैप लॉन्च किया था।
- एंटीवेनम के लिये एक स्थायी बाज़ार विकसित करने हेतु वर्ष 2030 तक सक्षम निर्माताओं की संख्या में 25% की वृद्धि की आवश्यकता है।
- WHO ने वैश्विक एंटीवेनम भंडार बनाने के लिये एक पायलट परियोजना तैयार की है।
- प्रभावित देशों में सर्पदंश के उपचार तथा प्रतिक्रिया को राष्ट्रीय स्वास्थ्य योजनाओं में एकीकृत करना, जिसमें स्वास्थ्य कर्मियों का बेहतर प्रशिक्षण एवं समुदायों को शिक्षित करना शामिल है।
- WHO ने वर्ष 2030 तक सर्पदंश से होने वाली मृत्यु तथा दिव्यांगता के मामलों को आधा करने के लक्ष्य के साथ वर्ष 2019 में अपना रोडमैप लॉन्च किया था।
- भारतीय पहलें:
- विश्व स्वास्थ्य संगठन के रोडमैप लॉन्च होने से पूर्व ही भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान परिषद (ICMR) के शोधकर्त्ताओं ने वर्ष 2013 से सामुदायिक जागरूकता एवं स्वास्थ्य प्रणाली क्षमता निर्माण का कार्य शुरू कर दिया था।
- WHO की सर्पदंश विष निवारण रणनीति और आपदा जोखिम न्यूनीकरण के लिये संयुक्त राष्ट्र के सेंदाई फ्रेमवर्क के अनुरूप भारत ने इस मुद्दे से निपटने के लिये वर्ष 2015 में एक राष्ट्रीय कार्य योजना की पुष्टि की।
- विश्व स्वास्थ्य संगठन के रोडमैप लॉन्च होने से पूर्व ही भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान परिषद (ICMR) के शोधकर्त्ताओं ने वर्ष 2013 से सामुदायिक जागरूकता एवं स्वास्थ्य प्रणाली क्षमता निर्माण का कार्य शुरू कर दिया था।
उपेक्षित उष्णकटिबंधीय रोग (NTD) क्या हैं?
- NTD संक्रमणों का एक समूह है जो अफ्रीका, एशिया और अमेरिका के विकासशील क्षेत्रों में हाशिये पर रहने वाले समुदायों में सबसे आम है।
- ये विभिन्न प्रकार के रोगजनकों जैसे- वायरस, बैक्टीरिया, प्रोटोजोआ और परजीवी कृमियों के कारण होते हैं।
- NTD विशेष रूप से उष्णकटिबंधीय क्षेत्रों में आम हैं जहाँ लोगों के पास शुद्ध जल या मानव अपशिष्ट के निपटान के सुरक्षित तरीके तक पहुँच नहीं है।
- तपेदिक, HIV-AIDS और मलेरिया जैसी बीमारियों की तुलना में इन संक्रमणों पर अनुसंधान और उपचार के लिये आमतौर पर कम धन मिलता है।
- NTD के उदाहरण हैं: सर्पदंश का विष, खुज़ली, जम्हाई, ट्रेकोमा, लीशमैनियासिस और चगास रोग आदि।