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बुच विल्मोर और सुनीता विलियम्स की ISS से वापसी

  • 20 Mar 2025
  • 8 min read

स्रोत: द हिंदू

चर्चा में क्यों?

राष्ट्रीय वैमानिकी एवं अंतरिक्ष प्रशासन (NASA) के अंतरिक्ष यात्री बुच विल्मोर और सुनीता विलियम्स, अंतर्राष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन (ISS) पर 286 दिनों के अप्रत्याशित लंबे मिशन के बाद पृथ्वी पर वापस लौट आए हैं।

स्टारलाइनर स्पेसक्राफ्ट और स्पेसएक्स के क्रू ड्रैगन के बारे में मुख्य तथ्य क्या हैं?

  • स्टारलाइनर स्पेसक्राफ्ट: नासा के वाणिज्यिक क्रू कार्यक्रम (CCP) के सहयोग से बोइंग द्वारा विकसित, इसे अंतरिक्ष यात्रियों को पृथ्वी की निचली कक्षा (LEO) तक लाने और ले जाने के लिये डिजाइन किया गया था।
    • बोइंग का स्टारलाइनर वर्ष 2024 में विलियम्स और विल्मोर को ISS ले गया लेकिन प्रणोदन संबंधी समस्याओं के कारण उनकी वापसी में विलंब हुआ।
  • स्पेसएक्स का क्रू ड्रैगन: स्पेसएक्स के ड्रैगन 2 स्पेसक्राफ्ट के दो संस्करणों में से एक, क्रू ड्रैगन को फाल्कन 9 रॉकेट पर प्रक्षेपित किया गया है और इसमें पुन: प्रयोज्य कैप्सूल है। NASA के CCP के तहत विकसित, यह मुख्य रूप से अंतरिक्ष यात्रियों को ISS तक पहुँचाता है। दूसरा संस्करण, कार्गो ड्रैगन, कार्गो को स्टेशन तक पहुँचाता है।
    • नासा के स्पेसएक्स क्रू-9 मिशन ने विलियम्स और विल्मोर को फ्रीडम नामक क्रू ड्रैगन अंतरिक्ष यान पर सवार होकर ISS से वापस लाया।

International_Space_Station

अंतरिक्ष यात्रा के स्वास्थ्य संबंधी निहितार्थ क्या हैं?

  • स्पेस एनीमिया: एक ऐसी स्थिति जिसमें अंतरिक्ष यात्रियों को माइक्रोग्रैविटी में द्रव के विस्थापन के कारण लाल रक्त कोशिकाओं की संख्या में गिरावट का अनुभव होता है, जिसके परिणामस्वरूप मिशन के बाद थकान, चक्कर आना और हृदय संबंधी जोखिम उत्पन्न होते हैं। 
  • स्पेसफ्लाइट-एसोसिएटेड न्यूरो-ओकुलर सिंड्रोम (SANS): यह माइक्रोग्रैविटी में द्रव के विस्थापन के कारण होने वाली दृष्टि हानि है, जिसके कारण ऑप्टिक डिस्क में सूजन और दूरदृष्टि दोष उत्पन्न होता है।
  • बेबी फीट सिंड्रोम: यह दीर्घावधि के अंतरिक्ष मिशन के बाद अंतरिक्ष यात्रियों द्वारा अनुभव की जाने वाली तलवों की अतिसंवेदनशीलता और गमन करने में होने वाली कठिनाई को संदर्भित करता है।
    • सूक्ष्मगुरुत्व में, भार वहन करने वाली गतिविधि न होने के कारण पैरों का कठोर भाग मृदु होने लगता है, तथा पृथ्वी पर लौटने पर त्वचा नरम और संवेदनशील हो जाती है।
  • अस्थि घनत्व का कम होना: NASA द्वारा किये गए अध्ययनों के अनुसार अंतरिक्ष यात्रियों का अस्थि घनत्व प्रत्येक माह लगभग 2% कम हो जाता है। इसके उचित प्रत्युपायों जैसे व्यायाम के अभाव में इससे ऑस्टियोपोरोसिस भी हो सकता है।
  • ब्रह्मांडीय विकिरण का जोखिम: अंतरिक्ष में, अंतरिक्ष यात्रियों को ब्रह्मांडीय किरणों और सौर विकिरण के प्रत्यक्ष संपर्क का सामना करना पड़ता है, जबकि पृथ्वी पर ऐसा नहीं होता, जहाँ वायुमंडल और चुंबकीय क्षेत्र सुरक्षा प्रदान करते हैं। 
    • इससे DNA क्षति, आनुवंशिक उत्परिवर्तन और कैंसर का खतरा बढ़ सकता है। 
    • मंगल और चंद्रमा हेतु गहन अंतरिक्ष मिशनों में दीर्घावधि में विकिरण के संपर्क में रहने के कारण अधिक जोखिम उत्पन्न होता है।

भारत का गगनयान मिशन और भारतीय अंतरिक्ष स्टेशन (BAS)

  • गगनयान मिशन: इसका उद्देश्य तीन अंतरिक्ष यात्रियों को 3 दिवसीय मिशन पर 400 किलोमीटर की कक्षा में भेजना और उन्हें सुरक्षित रूप से पृथ्वी पर वापस लाना है। इससे भारत मानवयुक्त अंतरिक्ष यान में अमेरिका, रूस और चीन के साथ शामिल हो जाएगा। 
    • गगनयान मिशन का अल्पकालिक लक्ष्य पृथ्वी की निम्न कक्षा में मानव अंतरिक्ष उड़ान का प्रदर्शन करना है, जबकि दीर्घकालिक लक्ष्य एक सतत् भारतीय मानवयुक्त अंतरिक्ष अन्वेषण कार्यक्रम की स्थापना करना है।
  • भारतीय अंतरिक्ष स्टेशन (BAS): BAS भारत का नियोजित अंतरिक्ष स्टेशन है, जो पृथ्वी से 400-450 किमी. ऊँचाई पर कक्षा की परिक्रमा करेगा। 
    • पहला मॉड्यूल, बेस मॉड्यूल, वर्ष 2028 में लॉन्च किया जाएगा तथा वर्ष 2035 तक यह पूर्णतः संचालन में होगा। 
    • इससे तकनीकी नवाचारों को बढ़ावा देते हुए मानवयुक्त अंतरिक्ष उड़ान, भूप्रेक्षण और सूक्ष्मगुरुत्व अनुसंधान में सहायता मिलेगी।

  UPSC सिविल सेवा परीक्षा, विगत वर्ष के प्रश्न  

प्रिलिम्स:

प्रश्न. अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी के थेमिस मिशन, जो हाल ही में खबरों में था, का उद्देश्य क्या है? (2008)

(a) मंगल ग्रह पर जीवन की संभावना का अध्ययन करना।
(b) शनि के उपग्रहों का अध्ययन करना।
(c) उच्च अक्षांश पर आकाश के रंगीन प्रदर्शन का अध्ययन करना।
(d) तारकीय विस्फोटों का अध्ययन करने के लिये एक अंतरिक्ष प्रयोगशाला का निर्माण करना।

उत्तर: (c)


प्रश्न. अंतरिक्ष प्रौद्योगिकी के संदर्भ में हाल ही में खबरों में रहा "भुवन" (Bhuvan) क्या है? (2010)

(a) भारत में दूरस्थ शिक्षा को बढ़ावा देने के लिये इसरो द्वारा लॉन्च किया गया एक छोटा उपग्रह
(b) चंद्रयान-द्वितीय के लिये अगले चंद्रमा प्रभाव जाँच को दिया गया नाम
(c) भारत की 3डी इमेजिंग क्षमताओं के साथ इसरो का एक जियोपोर्टल (Geoportal)
(d) भारत द्वारा विकसित एक अंतरिक्ष दूरबीन

उत्तर: (c)

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