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Rapid Fire (करेंट अफेयर्स): 22 मार्च, 2023

  • 22 Mar 2023
  • 6 min read

विश्व जल दिवस 

विश्व जल दिवस (World Water Day- WWD) प्रत्येक वर्ष 22 मार्च को मनाया जाता है। संयुक्त राष्ट्र महासभा ने वर्ष 1993 में एक प्रस्ताव जारी कर प्रत्येक वर्ष 22 मार्च को विश्व जल दिवस के रूप में मनाने की घोषणा की। WWD 2023 की थीम 'जल और स्वच्छता संकट के समाधान में तेज़ी लाना’ (Accelerating the change to solve the water and sanitation crisis) है, जिसमें वैश्विक जल संकट के निदान हेतु उचित कार्रवाई करने की आवश्यकता पर बल दिया गया है। इस दिन का मुख्य उद्देश्य लोगों को ताजे जल के संसाधनों का स्थायी रूप से प्रबंधन करने हेतु जागरूक और प्रेरित करना है, साथ ही जल से संबंधित मुद्दों जैसे- जल प्रदूषण, जल की कमी, अपर्याप्त जल एवं स्वच्छता की कमी के बारे में अधिक जानकारी प्राप्त करना तथा बदलाव हेतु उचित कदम उठाना है। संयुक्त राष्ट्र के अनुसार, इस दिवस को मनाने के पीछे का विचार "सतत् विकास लक्ष्य (Sustainable Development Goal- SDG) 6: वर्ष 2030 तक सभी हेतु जल और स्वच्छता उपलब्ध करना" है।

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INS एंड्रोथ 

आठ एंटी-सबमरीन वारफेयर शैलो वाटर क्राफ्ट (ASW-SWC) की शृंखला में दूसरे जहाज़, INS एंड्रोथ को कोलकाता में लॉन्च किया गया। INS एंड्रोथ का नाम लक्षद्वीप द्वीप समूह में एंड्रोथ द्वीप के रूप में प्रसिद्ध सबसे बड़े और सबसे लंबे द्वीप के नाम पर रखा गया है। इसका निर्माण कार्य कोलकाता में गार्डन रीच शिपबिल्डर्स एंड इंजीनियर्स (GRSE) द्वारा किया गया। INS एंड्रोथ तीन डीज़ल चालित वाटर जेट द्वारा संचालित है, यह जहाज़ 25 समुद्री मील की अधिकतम गति प्राप्त कर सकता है। INS एंड्रोथ का प्राथमिक कार्य तटीय जल में पनडुब्बी रोधी संचालन, कम तीव्रता वाले समुद्री संचालन और खदान बिछाने का संचालन कार्य करना है। ये जहाज़ तटीय जल और विभिन्न सतही प्लेटफाॅर्मों की संपूर्ण उप-सतही निगरानी तथा विमान के साथ समन्वित ASW संचालन में भी सक्षम हैं। ये जहाज़ आकार में छोटे होते हैं, परंतु हल्के टॉरपीडो, ASW रॉकेट और माइंस, क्लोज़-इन वेपन सिस्टम (30 मि.मी. की बंदूक के साथ) तथा 16.7 मि.मी. स्थिरीकृत रिमोट-नियंत्रित बंदूकें भी ले जाने में सक्षम होते हैं।

विश्व डाउन सिंड्रोम दिवस

डाउन सिंड्रोम के बारे में जागरूकता बढ़ाने एवं इस बीमारी से पीड़ित लोगों के अधिकारों, समावेश और कल्याण की वकालत करने के लिये वर्ष 2006 से प्रत्येक वर्ष 21 मार्च को विश्व डाउन सिंड्रोम दिवस (WDSD) के रूप में मनाया जाता है। डाउन सिंड्रोम एक आनुवंशिक बीमारी है जो सभी जातियों, पृष्ठभूमि और जातीयता के लोगों को प्रभावित करती है। इस दिन को आधिकारिक तौर पर वर्ष 2011 में संयुक्त राष्ट्र महासभा द्वारा मान्यता दी गई थी। विश्व डाउन सिंड्रोम दिवस 2023 का विषय “विद अस नॉट फॉर अस” (With Us Not for Us) है। डाउन सिंड्रोम तब होता है जब 21वें क्रोमोसोम की एक अतिरिक्त कॉपी बन जाती है, जिससे शारीरिक और बौद्धिक अक्षमता की स्थिति उत्पन्न हो जाती है। डाउन सिंड्रोम से पीड़ित व्यक्ति के चेहरे की भाव भंगिमा विशिष्ट विशेषताओं से युक्त होती है एवं उनमें कई स्वास्थ्य संबंधी जटिलताएँ भी पाई जाती हैं जैसे- हृदय दोष, श्रवण और दृष्टि बाधा तथा थायरॉयड की स्थिति। इस तिथि का चयन इसलिये किया गया क्योंकि डाउन सिंड्रोम 21वें गुणसूत्र की तीसरी प्रति की उपस्थिति के कारण होता है और 21/3 (21 मार्च) इस आनुवंशिक स्थिति का प्रतिनिधित्त्व करता है।

भारत में मादक पदार्थों का सेवन 

हाल ही में मादक पदार्थ प्रदाताओं तथा तस्करों के खिलाफ मुकदमा चलाने के गृह मंत्रालय के प्रयास के साथ सामाजिक न्याय और अधिकारिता मंत्रालय नशे की लत को पीड़ितों के रूप में चित्रित करके मादक पदार्थों की मांग को कम करने के लिये एक अभियान चला रहा है। मानसिक स्वास्थ्य देखभाल अधिनियम, 2017 के अनुसार मादक पदार्थों के सेवन से होने वाले विकार भारत में मानसिक बीमारी की परिभाषा में शामिल हैं। इस मुद्दे को हल करने के लिये केंद्र सरकार के सभी उपाय नेशनल एक्शन प्लान फॉर ड्रग डिमांड रिडक्शन (NAPDDR) के अंतर्गत आते हैं। इसमें 372 सुभेद्य ज़िलों में नशा मुक्त भारत अभियान चलाना, नशे की लत से छुटकारा दिलाने के लिये 340 एकीकृत पुनर्वास केंद्र, 48 समुदाय आधारित सहकर्मी के नेतृत्त्व वाले हस्तक्षेप केंद्र और 71 आउटरीच और ड्रॉप-इन केंद्र शामिल हैं। 

और पढ़े… मानसिक स्वास्थ्य देखभाल अधिनियम, 2017

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