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Rapid Fire (करेंट अफेयर्स): 18 मई, 2023

  • 18 May 2023
  • 9 min read

2023 SAFF चैंपियनशिप 

2023 SAFF चैंपियनशिप दक्षिण एशियाई देशों हेतु एक द्विवार्षिक अंतर्राष्ट्रीय पुरुष फुटबॉल टूर्नामेंट है, जिसका आयोजन दक्षिण एशियाई फुटबॉल महासंघ (South Asian Football Federation- SAFF) द्वारा किया जाता है। टूर्नामेंट के 14वें संस्करण की मेज़बानी भारत द्वारा 21 जून से 3 जुलाई, 2023 तक बंगलूरू में की जाएगी। भारत मौजूदा चैंपियन है, जिसने फाइनल में नेपाल को हराकर वर्ष 2021 में अपना आठवाँ खिताब जीता था। टूर्नामेंट में आठ टीमें शामिल होंगी, जिनमें संबंधित क्षेत्र के बाहर की दो अतिथि टीमें शामिल हैं: कुवैत और लेबनान। फेडरेशन इंटरनेशनेल डी फुटबॉल एसोसिएशन (FIFA) द्वारा निलंबन के कारण श्रीलंका भाग लेने में असमर्थ था, जबकि अफगानिस्तान SAFF से हट गया एवं मध्य एशियाई फुटबॉल महासंघ में शामिल हो गया है। आठ टीमों को प्रत्येक चार के दो समूहों में विभाजित किया गया है। भारत ग्रुप A में कुवैत, नेपाल तथा पाकिस्तान के साथ है, जबकि लेबनान ग्रुप B में मालदीव, भूटान एवं बांग्लादेश के साथ है। SAFF का गठन वर्ष 1997 में बांग्लादेश, भारत, मालदीव, नेपाल, पाकिस्तान और श्रीलंका के संस्थापक सदस्य संघों द्वारा किया गया था। SAFF का आदर्श वाक्य 'ताकत में एकता' इन सात सदस्य संघों की ताकत और संबंधों को दर्शाता है, जो अब संगठन के अध्यक्ष द्वारा अनुकरणीय हैं। SAFF सचिवालय वर्तमान में ढाका, बांग्लादेश से संचालित होता है। SAFF बड़े एशियाई फुटबॉल परिसंघ (Asian Football Confederation- AFC) का एक हिस्सा है।

और पढ़ें…भारतीय फुटबॉल का विज़न 2047

त्र्यंबकेश्वर मंदिर

महाराष्ट्र ने एक घटना की जाँच के लिये विशेष जाँच दल (Special Investigation Team- SIT) का गठन किया है जिसमें अल्पसंख्यक समुदाय के सदस्यों पर नासिक के त्र्यंबकेश्वर मंदिर में प्रवेश करने के प्रयास का आरोप लगाया गया था। मंदिर प्रबंधन के अनुसार, केवल हिंदुओं को मंदिर में प्रवेश करने की अनुमति है, गैर-हिंदुओं को मंदिर में प्रवेश करने की अनुमति नहीं है। त्र्यंबकेश्वर मंदिर महाराष्ट्र के नासिक ज़िले के त्र्यंबक शहर में स्थित भगवान शिव को समर्पित एक प्राचीन और पवित्र हिंदू मंदिर है। यह बारह ज्योतिर्लिंगों में से एक है, यह शिव का सबसे पवित्र तीर्थस्थल है, जहाँ उन्हें त्र्यंबकेश्वर के रूप में पूजा जाता है, जो तीनों लोकों के स्वामी हैं। मंदिर का निर्माण 18वीं शताब्दी में तीसरे पेशवा बालाजी बाजीराव ने ब्रह्मगिरि पर्वत के निकट एक पुराने मंदिर के स्थान पर किया था, जहाँ से गोदावरी नदी का उद्गम होता है। मंदिर वास्तुकला की नागर शैली में काले पत्थर से बना है।

और पढ़ें… मंदिर वास्तुकला 

विश्व उच्च रक्तचाप दिवस

भारत के केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने 17 मई, 2023 को विश्व उच्च रक्तचाप दिवस (WHD) के अवसर पर एक महत्त्वपूर्ण पहल, "75/25" कार्यक्रम का अनावरण किया है। इस महत्त्वाकांक्षी उपक्रम का उद्देश्य वर्ष 2025 तक उच्च रक्तचाप और मधुमेह से पीड़ित 75 मिलियन व्यक्तियों की जाँच करना और उन्हें मानक देखभाल प्रदान करना है। WHD एक वार्षिक कार्यक्रम है जिसका उद्देश्य उच्च रक्तचाप के संदर्भ में जागरूकता एवं शिक्षा को बढ़ावा देना है, जो वश्विक स्तर पर लाखों लोगों को प्रभावित करता है तथा हृदयाघात, स्ट्रोक, गुर्दे की क्षति व यकृत की क्षति जैसी गंभीर जटिलताओं को जन्म दे सकता है। वर्ष 2023 की थीम है "अपने रक्तचाप को सटीक रूप से मापें, इसे नियंत्रित करें, लंबे समय तक जीवित रहें", जो कम जागरूकता दर, विशेष रूप से निम्न से मध्यम आय वाले क्षेत्रों में और सटीक रक्तचाप माप विधियों पर ध्यान केंद्रित करता है। इस कार्यक्रम का उद्घाटन मई 2005 में विश्व उच्च रक्तचाप लीग (WHL) द्वारा किया गया था, जो एक गैर-सरकारी संगठन है तथा उच्च रक्तचाप को रोकने और नियंत्रित करने के लिये विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) एवं अन्य भागीदारों के साथ काम करता है। विश्व उच्च रक्तचाप दिवस लोगों को अपनी संख्या जानने, नियमित रूप से अपने रक्तचाप की जाँच करने, स्वस्थ जीवनशैली अपनाने व जरूरत पड़ने पर चिकित्सकीय सलाह लेने के लिये प्रोत्साहित करता है।

और पढ़ें… उच्च रक्त चाप 

कीरू जलविद्युत परियोजना

केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (CBI) ने जम्मू-कश्मीर (J&K) में किरू जलविद्युत परियोजना में कथित भ्रष्टाचार की जाँच के सिलसिले में दिल्ली तथा राजस्थान में कई स्थानों पर तलाशी ली गई। कीरू जलविद्युत परियोजना जम्मू-कश्मीर के किश्तवाड़ ज़िले में स्थित चिनाब नदी पर प्रस्तावित है। परियोजना की परिकल्पना रन ऑफ रिवर योजना के रूप में की गई है। रन-ऑफ-रिवर जलविद्युत परियोजनाओं के तहत नदियों के प्राकृतिक अधोमुखी प्रवाह और सूक्ष्म टर्बाइन जनरेटर का उपयोग करके पानी द्वारा उत्पन्न की जाने वाली गतिज ऊर्जा का उपयोग किया जाता है। चिनाब नदी का उद्गम हिमाचल प्रदेश राज्य के लाहौल और स्पीति ज़िलों में ऊपरी हिमालय से होता है। इस नदी की उत्पत्ति हिमाचल प्रदेश के टांडी में दो नदियों- चंद्रा और भागा के संगम से होती है। यह सिंधु नदी में मिलने से पूर्व जम्मू-कश्मीर के जम्मू क्षेत्र से होते हुए पंजाब, पाकिस्तान के मैदानी इलाकों में प्रवाहित होती है। चिनाब नदी पर कुछ महत्त्वपूर्ण परियोजनाओं/बाँधों में रतले जलविद्युत परियोजना, सलाल बाँध जलविद्युत परियोजना, दुल हस्ती जलविद्युत संयंत्र और पकल दुल बाँध (निर्माणाधीन) हैं।

और पढ़ें: चिनाब नदी  

सहायक प्रौद्योगिकी पर परियोजना सहयोग समझौता

स्वास्थ्य अनुसंधान विभाग (Department of Health Research- DHR), स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय तथा विश्व स्वास्थ्य संगठन (World Health Organization- WHO) ने उच्च गुणवत्ता वाली सस्ती सहायक प्रौद्योगिकी तक पहुँच सुनिश्चित करने के उद्देश्य से अनुसंधान, नवाचार और क्षमता निर्माण को प्रोत्साहन देने के लिये एक परियोजना सहयोग समझौते पर हस्ताक्षर किये। इस सहयोग का उद्देश्य सहायक प्रौद्योगिकी तक पहुँच, अनुसंधान तथा नवाचार को प्रोत्साहन देना तथा उपयुक्त प्रशिक्षण कार्यक्रमों के विकास एवं प्रसार की ओर वैश्विक ध्यान आकर्षित करने की दिशा में काम करना है। सहायक प्रौद्योगिकी एक व्यापक शब्द है जो सहायक उत्पादों और सेवाओं के वितरण से संबंधित प्रणालियों तथा सेवाओं को शामिल करती है। सहायक उत्पाद किसी व्यक्ति की कार्यप्रणाली और स्वतंत्रता को बनाए रखते हैं या उसमें सुधार करते हैं, जिससे उनका विकास होता है। उदाहरण के लिये प्रोस्थेटिक्स, ब्रेसिज़, वॉकर, विशेष स्विच, विशेष-उद्देश्य वाले कंप्यूटर, स्क्रीन रीडर और विशेष पाठ्यचर्या सॉफ्टवेयर जैसी प्रौद्योगिकियाँ और उपकरण।

और पढ़ें… सहायक प्रौद्योगिकी

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