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पेरिस पैरालिंपिक्स गेम्स 2024

  • 10 Sep 2024
  • 5 min read

स्रोत: द हिंदू

चर्चा में क्यों?

हाल ही में प्रधानमंत्री ने पेरिस पैरालिंपिक गेम्स 2024 में भारत के पैरा-एथलीटों के अब तक के सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन की सराहना की। 

  • भारत ने पेरिस पैरालिंपिक गेम्स 2024 में अपना ‘अब तक का सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन’ करते हुए 7 स्वर्ण, 9 रजत और 13 कांस्य पदक सहित कुल 29 पदक जीते।

पैरालिंपिक के बारे में मुख्य तथ्य क्या हैं?

  • पैरालिंपिक दिव्यांग एथलीट के लिये सबसे बड़ा अंतर्राष्ट्रीय आयोजन है, जो यह ओलंपिक खेलों के तुरंत बाद होता है।
    • दिव्यांग एथलीट के लिये ओलंपिक शैली के खेल, पहली बार वर्ष 1960 में रोम में आयोजित किये गए थे।
    • इसकी देखरेख अंतर्राष्ट्रीय पैरालिंपिक समिति (IPC) द्वारा की जाती है, जो IOC द्वारा मान्यता प्राप्त निकाय है।
  • स्थल: 19 जून 2001 को अंतर्राष्ट्रीय ओलंपिक समिति (IOC) और आईपीसी के बीच "एक बोली, एक शहर" के लिये एक समझौते पर हस्ताक्षर किये गए थे।
    • इसका तात्पर्य है कि ओलंपिक खेलों की मेज़बानी करने वाले शहरों को अपने-आप ही पैरालिंपिक को अपनी बोली में शामिल करना होगा।
  • पेरिस पैरालिंपिक गेम्स- 2024 के संदर्भ में: पेरिस पैरालिंपिक गेम्स- 2024 का आयोजन 28 अगस्त से 8 सितंबर 2024 के दौरान हुआ। इसमें विश्व भर से लगभग 4,400 एथलीट शामिल हुए।
    • खेल अनुशासन: एथलीटों ने 22 खेलों में भाग लिया, जिससे यह एक व्यापक आयोजन बन गया, जिसमें विविध एथलेटिक प्रतिभाओं को प्रदर्शित किया गया।
    • शुभंकर: पैरालिंपिक फ्रीज, फ्रीजियन कैप से प्रेरित है, जो पेरिस पैरालिंपिक गेम्स- 2024 का शुभंकर है। यह स्वतंत्रता और स्वाधीनता का प्रतीक है।
  • कुल प्रदर्शन: चीन 94 स्वर्ण पदकों के साथ शीर्ष पर रहा। ग्रेट ब्रिटेन 49 स्वर्ण के साथ दूसरे स्थान पर रहा जबकि संयुक्त राज्य अमेरिका 36 स्वर्ण के साथ तीसरे स्थान पर रहा।

पेरिस पैरालंपिक गेम्स 2024 में भारत का प्रदर्शन कैसा रहा?

  • प्रतिनिधिमंडल: भारत ने 84 पैरा-एथलीटों का प्रतिनिधिमंडल भेजा, जो 12 स्पर्द्धाओं (टोक्यो 2021 में 9 स्पर्धाओं) में भाग लेंगे। पैरा साइकिलिंग, पैरा-रोइंग और ब्लाइंड जूडो नए खेल थे। 
  • प्रदर्शन: भारत ने 7 स्वर्ण, 9 रजत और 13 कांस्य सहित कुल 29 पदक जीते।
    • भारत 18वें स्थान पर रहा। 
    • भारत ने प्रतियोगिता के इतिहास में 50 पदकों की उपलब्धि हासिल की।
  • तीव्र सुधार: भारत ने वर्ष 1968 (तेल अवीव, इज़रायल) में अपने पैरालंपिक पदार्पण से लेकर वर्ष 2016 तक कुल 12 पदक जीते, जिनमें वर्ष 2016 के रियो खेलों में जीते गए चार पदक शामिल हैं।
    • हालाँकि अगले दो संस्करणों, टोक्यो 2021 और पेरिस 2024 में भारत के प्रदर्शन में उल्लेखनीय सुधार हुआ और उसने 48 पदक प्राप्त किये, अब कुल पदकों की संख्या 60 हो गई।
  • भाला फेंक में स्वर्ण: भारत के नवदीप सिंह को पुरुषों की भाला फेंक F41 स्पर्द्धा के फाइनल में स्वर्ण पदक से सम्मानित किया गया, क्योंकि ईरान के बेत सयाह सादेघ को अयोग्य घोषित कर दिया गया था। उन्होंने पहले रजत पदक जीता था।
    • यह पुरुषों की भाला फेंक F41 श्रेणी में भारत का पहला स्वर्ण पदक है।
      • F41 श्रेणी छोटे कद वाले एथलीटों के लिये एक प्रतिस्पर्द्धा वर्ग है।

खेल प्रोत्साहन के लिये सरकार की क्या पहल हैं?

और पढ़ें: पेरिस ओलंपिक- 2024 में भारत

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