प्रारंभिक परीक्षा
राष्ट्रीय युवा पुलिस अधीक्षक सम्मेलन और पुलिस प्रदर्शनी
- 06 Oct 2022
- 11 min read
हाल ही में केंद्रीय गृह राज्यमंत्री ने चौथे राष्ट्रीय युवा पुलिस अधीक्षक सम्मेलन और पुलिस प्रदर्शनी के उद्घाटन समारोह को संबोधित किया।
समारोह के प्रमुख बिंदु:
- विषय:
- पुलिस प्रदर्शनी नागरिकों हेतु पुलिस सेवाओं के प्रभावी प्रतिपादन के लिये बॉडी आर्मर, माइन प्रोटेक्टिव व्हीकल (MPV), कम घातक हथियार, उन्नत हथियार, नवीनतम संचार उपकरण, निगरानी उपकरण, तटीय सुरक्षा, ड्रोन और एंटी-ड्रोन टेक्नोलॉजीज़, साइबर सुरक्षा/साइबर अपराध प्रबंधन तथा बिग डेटा एवं पूर्वानुमान विश्लेषण जैसे क्षेत्रों में नवीनतम प्रौद्योगिकियों पर केंद्रित है।
- थीम:
- साइबर अपराध प्रबंधन, ड्रोन और काउंटर ड्रोन में नवाचार एवं अनुसंधान।
चर्चा के प्रमुख क्षेत्र:
- भारतीय साइबर क्राइम समन्वय केंद्र (I4C):
- साइबर अपराध की बढ़ती समस्या का व्यापक और समन्वित तरीके से समाधान के लिये I4C को अनुमोदित किया गया था।
- इस समन्वय केंद्र में सात घटक हैं, जिनमें से एक महत्त्वपूर्ण घटक राष्ट्रीय साइबर अनुसंधान और नवाचार केंद्र (ब्यूरो ऑफ पुलिस रिसर्च एंड डेवलपमेंट) में स्थित है। अन्य छह घटक हैं:
- राष्ट्रीय साइबर क्राइम थ्रेट विश्लेषण यूनिट
- राष्ट्रीय साइबर क्राइम रिपोर्टिंग पोर्टल
- राष्ट्रीय साइबर क्राइम प्रशिक्षण केंद्र
- साइबर क्राइम पारिस्थितिकी प्रबंधन यूनिट
- राष्ट्रीय साइबर क्राइम फोरेन्सिक प्रयोगशाला (NCFL) पारिस्थितिकी
- संयुक्त साइबर क्राइम जाँच टीम के लिये प्लेटफ़ॉर्म
- यह अत्याधुनिक केंद्र नई दिल्ली में स्थित है.
- अपराध एवं अपराधी ट्रैकिंग नेटवर्क (CCTNS):
- पृष्ठभूमि:
- अपराध एवं अपराधी ट्रैकिंग नेटवर्क (CCTNS) एक नियोजित योजना है जिसको गैर-योजना “सामान्य समेकित पुलिस एप्लिकेशन (CIPA)” के अनुभव के आलोक में बनाया गया था।
- उद्देश्य:
- पुलिस की कार्यप्रणाली को नागरिक हितैषी बनाना एवं थानों की कार्यप्रणाली को स्वचालित एवं अधिक पारदर्शी बनाना।
- सूचना संचार प्रौद्योगिकी के प्रभावी प्रयोग से नागरिक-केंद्रित सेवाओं के वितरण को बेहतर बनाना।
- पुलिस के जाँच अधिकारियों को अपराध की जाँच और अपराधियों की खोजबीन सुगम बनाने के लिये उपकरण, प्रौधोगिकी एवं सूचना मुहैया कराना।
- स्थिति:
- इसे देश भर के सभी 16,347 पुलिस स्टेशनों में लागू किया गया है और 99% पुलिस स्टेशनों में 100 प्रतिशत FIRs सीधे CCTNS में दर्ज किये जा रहे हैं।
- पृष्ठभूमि:
- ड्रोन का उपयोग:
- ड्रोन लड़ाकू अभियानों, निगरानी, आंतरिक सुरक्षा, सीमा सुरक्षा और दूरदराज़ के क्षेत्रों, सुरक्षा क्षेत्रों में संचार हेतु उपयोगी साबित हो सकते हैं।
- ड्रोन का उपयोग दवाओं, भोजन और आवश्यक वस्तुओं के परिवहन एवं प्राकृतिक आपदाओं से प्रभावित क्षेत्रों में खोज व बचाव कार्यों में भी किया जा सकता है।
- ड्रोन के इस्तेमाल से भू-संपत्ति की डिजिटल मैपिंग की जा रही है और आने वाले समय में ड्रोन सेवाओं से गाँवों में मृदा परीक्षण प्रयोगशाला बनाकर रोज़गार के नए रास्ते खोले जा सकते हैंl
- ड्रोन की मदद से मछुआरों और किसानों की उपज को कम-से-कम नुकसान के साथ न्यूनतम समय में बाज़ार में पहुँचाए जाने के साथ फसलों पर कीटनाशकों का छिडकाव करना भी आसान हो जाएगा l
साइबर अपराध और ड्रोन के लिये भारत की पहल:
- भारत ड्रोन महोत्सव
- ड्रोन नियम 2021
- ड्रोन शक्ति योजना
- भारतीय राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद
- कंप्यूटर आपातकालीन प्रतिक्रिया दल (सीईआरटी-इन)
- साइबर स्वच्छता केंद्र
- साइबर सुरक्षित भारत
यूपीएससी सिविल सेवा परीक्षा विगत वर्ष के प्रश्न:प्रश्न- निम्नलिखित गतिविधियों पर विचार कीजिये: (2020)
तकनीक के वर्तमान स्तर पर उपर्युक्त गतिविधियों में से किसे ड्रोन के प्रयोग से सफलतापूर्वक संपन्न किया जा सकता है? (a) केवल 1 और 2 उत्तर: (d) व्याख्या
अतः विकल्प (D) सही है। प्रश्न- भारत में किसी व्यक्ति के साइबर बीमा कराने पर,निधि की हानि की भरपाई और अन्य लाभों के भुगतान के अलावा सामान्यतः निम्नलिखित में से कौन से लाभ दिये जाते हैं? (2020)
नीचे दिये गए कूट का प्रयोग कर सही उत्तर चुनिये: (a) केवल 1, 2 और 4 उत्तर: (b) व्याख्या:
अतः विकल्प (b) सही है। प्रश्न: कभी-कभी खबरों में आने वाले शब्द 'वानाक्राई, पेट्या और इंटर्नलब्लू' निम्नलिखित में से किससे संबंधित हैं? (2018) (a) एक्सोप्लैनेट उत्तर: c व्याख्या:
अतः विकल्प (c) सही है। |