महादेई वन्यजीव अभयारण्य | 01 Nov 2024
स्रोत: हिंदुस्तान टाइम्स
हाल ही में गोवा के महादेई वन्यजीव अभयारण्य (WLS) में वर्ष 2020 के बाद पहली बार एक वयस्क बाघिन और तीन शावकों को देखा गया।
अवस्थिति और भूगोल:
- WLS उत्तरी गोवा और बेलगावी के बीच स्थित चोरला घाट के पास स्थित है। इसकी सीमा महाराष्ट्र और कर्नाटक दोनों से लगती है।
- इस अभयारण्य से होकर महादेई नदी बहती है।
पारिस्थितिकी महत्त्व:
- गोवा में मोलेम राष्ट्रीय उद्यान जैसे अन्य संरक्षित क्षेत्रों के साथ-साथ महादेई WLS पश्चिमी घाट का हिस्सा है। यह क्षेत्र विश्व की सबसे बड़ी बाघ आबादी की मेज़बानी के लिये विश्व स्तर पर प्रसिद्ध है।
- यह अभयारण्य वन्यजीव गलियारों के नेटवर्क में महत्त्वपूर्ण भूमिका निभाता है जो सह्याद्री टाइगर रिज़र्व (महाराष्ट्र) और काली टाइगर रिज़र्व (कर्नाटक) में बाघों की आबादी को जोड़ता है।
अद्वितीय वनस्पति और जंतु:
- विशेष रूप से, महादेई WLS में वज़रा फॉल्स गंभीर रूप से लुप्तप्राय लंबी-चोंच वाले गिद्धों के लिये घोंसले के रूप में कार्य करता है, जो पक्षी संरक्षण के लिये अभयारण्य के महत्त्व को रेखांकित करता है।
संरक्षण स्थिति और सिफारिशें:
- गोवा भारत का एकमात्र ऐसा राज्य है, जिसके पश्चिमी घाट का संपूर्ण भाग राज्य संरक्षण में है, तथा महादेई WLS इस क्षेत्र का एक महत्त्वपूर्ण भाग है।
- इससे पहले, राष्ट्रीय बाघ संरक्षण प्राधिकरण (National Tiger Conservation Authority- NTCA) ने इस अद्वितीय क्षेत्र में बाघों की आबादी के संरक्षण प्रयासों को बढ़ाने के लिये वन्यजीव संरक्षण अधिनियम, 1972 के तहत महादेई WLS को टाइगर रिज़र्व के रूप में नामित करने की सिफारिश की थी।
और पढ़ें: महादेई वन्यजीव अभयारण्य