KVIC का शहद मिशन | 11 Mar 2025

स्रोत: पी.आई.बी.

खादी और ग्रामोद्योग आयोग (KVIC) ने मीठी क्रांति फैलाने के लिये 'शहद मिशन' के तहत मधुमक्खी पालकों को मधुमक्खी बक्से, हनी कॉलोनी और टूलकिट वितरित किये हैं।

  • शहद मिशन (वर्ष 2017): यह KVIC की एक पहल है जो मधुमक्खी पालन और शहद उत्पादन (मधुमक्खी पालन) को बढ़ावा देती है, और अतिरिक्त आय के लिये कृषि के साथ मधुमक्खी पालन को एकीकृत करती है।
    • मधुमक्खी पालन उत्पादों में शहद, रॉयल जेली, मोम, पराग शामिल हैं जिनका व्यापक रूप से फार्मास्यूटिकल्स, खाद्य, पेय पदार्थ, सौंदर्य और अन्य उद्योगों में उपयोग किया जाता है।
  • KVIC: यह खादी और ग्रामोद्योग आयोग अधिनियम, 1956 के तहत स्थापित एक वैधानिक निकाय है और MSME मंत्रालय के अधीन कार्य करता है।
    • यह ग्रामीण विकास एजेंसियों के साथ समन्वय करते हुए खादी और ग्रामोद्योग के लिये कार्यक्रमों की योजना बनाता है, उन्हें बढ़ावा देता है और क्रियान्वित करता है।

नोट: KVIC के शहद मिशन की तरह, कृषि और किसान कल्याण मंत्रालय राष्ट्रीय मधुमक्खी पालन और शहद मिशन (NBHM) को लागू करता है, जो एक केंद्रीय क्षेत्र की योजना है जिसका उद्देश्य भारत में मीठी क्रांति को बढ़ावा देने के लिये वैज्ञानिक मधुमक्खी पालन को बढ़ावा देना है।

  • मीठी क्रांति उच्च गुणवत्ता वाले शहद और अन्य मधुमक्खी-व्युत्पन्न उत्पादों के उत्पादन को बढ़ावा देने के लिये मधुमक्खी पालन को बढ़ावा देती है।

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