रैपिड फायर
किलिफिश
- 20 Mar 2025
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स्रोत: डीटीई
केन्या के गोंगोनी वन (7.09 मिलियन वर्ष प्राचीन) में किलिफिश (Nothobranchius sylvaticus) की एक नई प्रजाति की खोज की गई है। यह वन में पाई गई पहली ज्ञात स्थानिक किलिफिश है।
- यह केन्या में स्थानिक है और इसे गंभीर रूप से संकटापन्न (IUCN) के रूप में वर्गीकृत किया गया है।
किलिफिश:
- परिचय: किलिफिश छोटी, अंडद (अंडप्रजक) मछलियाँ हैं जो साइप्रिनोडोंटिफॉर्मेस गण से संबंधित हैं, जिन्हें प्रायः टूथकार्प्स के रूप में जाना जाता है।
- पर्यावास: किलिफिश अमेरिका, यूरोप, अफ्रीका, मध्य पूर्व और एशिया के अलवणोद और लवणीय जल क्षेत्रों में पाई जाती हैं, तथा इसकी कुछ प्रजातियाँ दलदलों और अस्थायी तालाबों जैसे अल्पकालिक (ऋतुनिष्ठ) जल क्षेत्रों में भी पाई जाती हैं।
- अनुकूलनशीलता: इनकी चरम वातावरण की अनुकूलन क्षमता होती है और ये उच्च लवणता और अल्प ऑक्सीजन की स्थिति में जीवित रहने में सक्षम होते हैं तथा काल प्रभावन और आनुवंशिकी अनुसंधान में इनकी भूमिका आदर्श जीव के रूप में होती है।
केन्या:
- अवस्थान: केन्या (भूमध्यरेखीय और पूर्वी अफ्रीकी देश) की सीमा दक्षिण सूडान, इथियोपिया, सोमालिया, युगांडा, तंज़ानिया और हिंद महासागर से लगती है।
- दादाब शरणार्थी परिसर सोमालिया के गृहयुद्ध से आए शरणार्थियों को आश्रय देने वाले सबसे बड़े शिविरों में से एक है।
- प्रमुख झीलें: तुर्काना झील, विक्टोरिया झील (केन्या, तंज़ानिया और युगांडा का साझा स्वामित्व), आदि।
- केन्या भारत के गांधी सागर वन्यजीव अभयारण्य (मध्य प्रदेश-राजस्थान) में चीतों की संख्या में पुनः वृद्धि करने के उद्देश्य से 20 चीते प्रदान करेगा।
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