रैपिड फायर
SDSC से ISRO का 100 वाँ प्रक्षेपण
- 30 Jan 2025
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स्रोत: द हिंदू
भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (ISRO) ने श्रीहरिकोटा के सतीश धवन अंतरिक्ष केंद्र (SDSC) से NVS-02 उपग्रह को स्थापित करने के लिये GSLV -F 15 का उपयोग करते हुए अपना ऐतिहासिक 100 वाँ प्रक्षेपण किया।
- NVS-02 भारतीय तारामंडल के साथ नेविगेशन (NavIC) की दूसरी पीढ़ी के उपग्रहों की शृंखला में दूसरा उपग्रह है।
- NavIC प्रणाली कक्षा में 7 परिचालन उपग्रहों (भूस्थिर कक्षा में 3 और भू-समकालिक कक्षा में 4) से बनी है ।
- NavIC भारतीय उपमहाद्वीप और उससे 1,500 किमी दूर तक के क्षेत्रों में उपयोगकर्त्ताओं को सटीक स्थिति, वेग और समय की जानकारी प्रदान करता है।
- GSLV-F15 GSLV की 17वीं उड़ान है, तथा स्वदेशी क्रायोजेनिक चरण वाली 11वीं उड़ान है।
- SDSC से पहला प्रक्षेपण अगस्त 1979 में रोहिणी प्रौद्योगिकी पेलोड (आंशिक रूप से सफल) के साथ किया गया।
- ISRO के प्रमुख प्रक्षेपणों में चंद्रयान-1 (2008), मार्स ऑर्बिटर मिशन (2013), PSLV-C37 (2017, विश्व रिकॉर्ड: 104 उपग्रह प्रक्षेपित ), चंद्रयान-2 (2019), और चंद्रयान-3 (2023), आदित्य-L1 (2023) शामिल हैं।
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