INS तुशील | 12 Dec 2024
स्रोत: पी.आई.बी
भारत के उन्नत बहु-भूमिका वाले स्टील्थ-गाइडेड मिसाइल फ्रिगेट INS तुशील (F70) को रूस में भारतीय नौसेना में शामिल किया गया, जो भारत-रूस रक्षा सहयोग और समुद्री क्षमता में एक महत्त्वपूर्ण मील का पत्थर है।
- परिचय: INS तुशील परियोजना 1135.6 (तलवार श्रेणी) का उन्नत क्रिवाक III श्रेणी का फ्रिगेट है। यह तीन तलवार श्रेणी और तीन तेग श्रेणी के फ्रिगेट के बाद शृंखला का 7 वाँ फ्रिगेट है।
- INS तुशील, भारत सरकार और JSC रोसोबोरोनएक्सपोर्ट (एक रूसी कंपनी) के बीच वर्ष 2016 के अनुबंध के तहत दो उन्नत फ्रिगेट में से पहला है।
- फ्रिगेट एक बहुमुखी युद्धपोत है जिसका उपयोग अनुरक्षण, गश्त और युद्ध संचालन के लिये किया जाता है, जो आधुनिक नौसेनाओं के लिये अत्यंत महत्त्वपूर्ण है।
- तुशील नाम का अर्थ है "रक्षक ढाल", जो समुद्री सीमाओं की रक्षा के लिये भारतीय नौसेना की प्रतिबद्धता को दर्शाता है।
- उन्नत हथियार: INS तुशील ब्रह्मोस सुपरसोनिक क्रूज मिसाइलों, सतह से हवा में मार करने वाली मिसाइलों, एंटी सब-मरीन टॉरपीडो और इलेक्ट्रॉनिक युद्ध प्रणालियों से सुसज्जित है।
- परिचालन क्षमता: इसे वायु, सतह, जल के नीचे और विद्युत चुंबकीय आयामों में ब्लू वाटर ऑपरेशन के लिये डिज़ाइन किया गया है, जो भारत के सागर (क्षेत्र में सभी के लिये सुरक्षा और विकास) के साथ संरेखित है, जिससे हिंद महासागर क्षेत्र (IOR) में स्थिरता सुनिश्चित होती है।
- INS तुशील, भारत सरकार और JSC रोसोबोरोनएक्सपोर्ट (एक रूसी कंपनी) के बीच वर्ष 2016 के अनुबंध के तहत दो उन्नत फ्रिगेट में से पहला है।
- भारत-रूस रक्षा सहयोग:
- सैन्य तकनीकी सहयोग पर समझौता (2021-2031)
- भारत-रूस 2+2 वार्ता
- द्विपक्षीय परियोजनाएँ: T-90 टैंक, Su-30-MKI विमान, मिग-29-K विमान
- सैन्य अभ्यास : इंद्र (त्रि-सेवा), अविया इंद्र (वायु सेना), और अभ्यास वोस्तोक (थल सेना)।
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