इंडियन स्टार टाॅरटॉइज़ | 10 Dec 2024
स्रोत: द हिंदू
इंडियन स्टार टाॅरटॉइज़ (Geochelone elegans) के समक्ष आवास की हानि, अवैध व्यापार तथा आनुवंशिक व्यवधान के कारण गंभीर संकट होने से इसके संरक्षण को प्राथमिकता देना आवश्यक हो गया है।
- संरचना: इसका आवरण ओब्सीडियन है जिस पर सन-यलो स्टार पैटर्न बने हुए हैं।
- आवास स्थल: यह भारतीय उपमहाद्वीप का स्थानिक होने के साथ उत्तर-पश्चिमी भारत, दक्षिण भारत तथा श्रीलंका के शुष्क घास के मैदानों एवं सवाना क्षेत्रों में मिलता है।
- संरक्षण स्थिति: IUCN रेड लिस्ट में सुभेद्य तथा CITES के परिशिष्ट I के अंतर्गत सूचीबद्ध।
- खतरा: वन्यजीव अपराध नियंत्रण ब्यूरो के अनुसार, स्टार टाॅरटॉइज़ का 90% व्यापार इंटरनेशनल पेट मार्केट के हिस्से के रूप में होता है।
- आनुवंशिक अध्ययन: शोधकर्त्ताओं ने इंडियन स्टार टाॅरटॉइज़ के दो अलग-अलग समूहों की पहचान की है: उत्तर-पश्चिमी (आनुवंशिक रूप से स्थायी) और दक्षिणी (आनुवंशिक रूप से विविधता वाला)।
- इनके आनुवंशिक संबंधों तथा संख्या परिवर्तनों पर निगरानी रखने के लिये माइक्रोसैटेलाइट मार्करों का उपयोग किया गया।
- माइक्रोसैटेलाइट मार्कर ऐसे छोटे DNA अनुक्रम होते हैं जिनका जीनोम के किसी विशेष स्थान पर दोहराव होता है।
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