भारत-जापान समुद्री अभ्यास | 25 Jul 2022
हाल ही में अंडमान सागर में जापानी समुद्री आत्मरक्षा बल और भारतीय नौसेना के बीच एक समुद्री साझेदारी अभ्यास (MPX) आयोजित किया गया।
- भारत और जापान के बीच अन्य समुद्री अभ्यास:
- जापान-भारत समुद्री अभ्यास (JIMEX)
- मालाबार अभ्यास (भारत-अमेरिका-जापान-ऑस्ट्रेलिया)
भारत-जापान समुद्री अभ्यास:
- परिचय:
- इस अभ्यास का उद्देश्य इंटरऑपरेबिलिटी को बढ़ाना, जहाज़रानी और संचार प्रक्रियाओं को सुव्यवस्थित करना है।
- यह अभ्यास हिंद महासागर क्षेत्र (IOR) में सुरक्षित अंतर्राष्ट्रीय शिपिंग और व्यापार सुनिश्चित करने की दिशा में दोनों नौसेनाओं के बीच चल रहे प्रयासों का हिस्सा है।
- दोनों देश समुद्री संबंधों को मज़बूत करने की दिशा में हिंद महासागर क्षेत्र में नियमित अभ्यास करते आ रहे हैं।
- प्रतिभागी:
- आईएनएस सुकन्या: भारतीय नौसेना का एक अपतटीय गश्ती जहाज़
- सुकन्या श्रेणी के गश्ती जहाज़ बड़े, अपतटीय गश्ती जहाज़ हैं।
- कोरिया टैकोमा द्वारा तीन प्रमुख जहाज़ों का निर्माण किया गया था, जो अब हंजिन समूह का हिस्सा है।
- सुकन्या वर्ग के जहाज़ों का नाम भारतीय महाकाव्यों की उल्लेखनीय महिलाओं के नाम पर रखा गया है।
- सुकन्या वर्ग के पास बड़े पतवार हैं, हालाँकि वे हल्के हथियारों से लैस हैं क्योंकि उनका उपयोग मुख्य रूप से भारत के विशेष आर्थिक क्षेत्र के अपतटीय गश्त के लिये किया जाता है।
- जे. एस. समीदारे जापान मैरीटाइम सेल्फ डिफेंस फोर्स के मुरासेम वर्ग के विध्वंसक है।
- जे.एस. समीदारे (DD-106) जापान मैरीटाइम सेल्फ डिफेंस फोर्स (JMSDF) के मुरासामे-श्रेणी के विध्वंसक का छठा जहाज़ है।
- आईएनएस सुकन्या: भारतीय नौसेना का एक अपतटीय गश्ती जहाज़
- गतिविधियाँ:
- ऑपरेशनल इंटरैक्शन के हिस्से के रूप में इसमें सीमैनशिप गतिविधियाँ, विमान संचालन और सामरिक युद्धाभ्यास शामिल हैं।
भारत के अन्य समुद्री अभ्यास:
- थाईलैंड:
- भारत-थाईलैंड समन्वित गश्ती (भारत-थाई CORPAT)
- युनाइटेड किंगडम:
- इंडोनेशिया:
- सिंगापुर:
- कतर:
यूपीएससी सिविल सेवा परीक्षा विगत वर्षों के प्रश्न:प्रश्न. हिंद महासागर नौसेना संगोष्ठी (IONS) के संदर्भ में निम्नलिखित कथनों पर विचार कीजिये: (2017)
उपर्युक्त कथनों में से कौन-सा/से सही है/हैं? (a) केवल 1 उत्तर: (b) व्याख्या:
मेन्स:Q. भारत और जापान के लिये एक मज़बूत समकालीन संबंध बनाने का समय आ गया है, जिसमें वैश्विक एवं रणनीतिक साझेदारी शामिल है जो पूरे एशिया तथा दुनिया के लिये बहुत महत्त्वपूर्ण होगी। चर्चा कीजिये। (2019) |