इंकोवैक, इंट्रानेज़ल कोविड-19 वैक्सीन | 24 Dec 2022
भारत बायोटेक का इंट्रानेज़ल वैक्सीन, BBV154 या Incovacc विश्व का पहला इंट्रानेज़ल वैक्सीन है जिसे कोविड-19 के लिये बूस्टर खुराक के रूप में स्वीकृति दी गई है।
इंकोवैक:
- परिचय:
- नेजल वैक्सीन, पूर्व-संलयन स्थिर स्पाइक प्रोटीन के साथ एक रिकॉम्बिनेंट रेप्लीकेशन-डेफिसीएंट एडेनोवायरस वेक्टर वाला वैक्सीन है। ।
- महत्त्व:
- वैक्सीन को नेज़ल स्प्रे के माध्यम से दिये जाने की वजह से, यह वर्तमान में उपलब्ध सभी कोविड-19 टीकों के लिये सुई और सीरिंज की आवश्यकता को समाप्त कर देगा।
- इससे देने के लिये प्रशिक्षित कर्मियों पर निर्भरता भी कम होगी।
- Incovacc ओमिक्रॉन वैरिएंट के लिये प्रभावी है जो फेफड़ों में प्रवेश करने से पहले ऊपरी श्वसन पथ को प्रभावित करता है।
- क्रियाविधि:
- जैसे ही यह वैक्सीन नाक से दिया जाता है, यह म्यूकोसल झिल्ली में प्रतिरक्षा प्रतिक्रिया को ट्रिगर करता है।
- BBV154 ऊपरी श्वसन पथ में स्थानीय एंटीबॉडी का उत्पादन कर सकता है जो बीमारी के संक्रमण और संचरण को कम करने की क्षमता प्रदान कर सकता है।
- चूँकि नजल वैक्सीन स्थानीय प्रतिरक्षा प्रदान करता है (नाक में जहाँ वायरस पहली बार प्रवेश करता है), यह कहा जा सकता है कि हमारे पास वर्तमान पीढ़ी के टीकों की तुलना में इसमें संचरण को रोकने में प्रभावी होने की अधिक संभावना और क्षमता है।
- बूस्टर डोज़:
- कॉर्बेवैक्स के बाद टीकाकरण कार्यक्रम में शामिल होने वाला यह दूसरा विषम बूस्टर है।
- होमोलॉगस बूस्टिंग (Homologous Boosting) में एक व्यक्ति को उसी टीके का इंजेक्शन लगाया जाता है जो पिछली दो खुराकों के लिये इस्तेमाल किया गया था। हेटेरोलॉगस बूस्टिंग (Heterologous Boosting) में एक व्यक्ति को एक अलग वैक्सीन के साथ इंजेक्ट किया जाता है जो कि प्राथमिक खुराक के लिये इस्तेमाल किया गया था।
- इसे पहले प्राथमिक खुराक के रूप में इस्तेमाल करने की अनुमति मिल चुकी है।
- Incovacc बूस्टर खुराक के रूप में केवल 18 वर्ष से अधिक उम्र के उन लोगों के लिये उपलब्ध होगा, जिन्हें कोवैक्सीन या कोविशील्ड की 2 खुराकें मिली हैं।
- इसे फिलहाल किसी अन्य श्रेणी में नहीं दिया जाएगा, जिनमें वे लोग भी शामिल हैं जिन्होंने पहले ही बूस्टर खुराक ले ली है।
- जिन लोगों ने कोविशील्ड और कोवैक्सीन ले लिया है, वे अब इस नेजल वैक्सीन (Nasal Vaccine) को हेटेरोलॉगस बूस्टर (Heterologous Booster) खुराक के रूप में ले सकते हैं।
- कॉर्बेवैक्स के बाद टीकाकरण कार्यक्रम में शामिल होने वाला यह दूसरा विषम बूस्टर है।
UPSC सिविल सेवा परीक्षा, विगत वर्ष के प्रश्न (PYQs)Q. कोविड-19 वैश्विक महामारी को रोकने के लिये बनाई जा रही वैक्सीनों के प्रसंग में निम्नलिखित कथनों पर विचार कीजिये:(2022)
उपर्युक्त कथनों में कौन से सही हैं? (a) केवल 1 और 2 उत्तर: (b) व्याख्या:
अत: विकल्प (B) सही है। |