सर्वाइकल/ग्रीवा कैंसर के लिये HPV टीका | 23 Dec 2022
चर्चा में क्यों?
भारत में वर्ष 2023 के मध्य तक स्कूलों के माध्यम से 9-14 वर्ष की आयु की लड़कियों में सर्वाइकल/ग्रीवा कैंसर की रोकथाम के लिये स्वदेशी रूप से विकसित CERVAVAC वैक्सीन को लगाने की उम्मीद है।
- यह निर्णय टीकाकरण के लिये राष्ट्रीय तकनीकी सलाहकार समूह (NTAGI) की सिफारिश पर आधारित था, जिसमें सार्वभौमिक टीकाकरण कार्यक्रम में ह्यूमन पैपिलोमा वायरस (HPV) वैक्सीन को शामिल करने की सिफारिश की गई थी।
सर्वाइकल/ग्रीवा कैंसर:
- परिचय:
- यह भारत का पहला क्वाड्रिवेलेंट ह्यूमन पैपिलोमावायरस वैक्सीन (qHPV) है, इसे वायरस के चार स्ट्रेन- टाइप 6, टाइप 11, टाइप 16 और टाइप 18 के खिलाफ प्रभावी बताया गया है।
- एक चतु:संयोजक वैक्सीन एक टीका है जो चार अलग-अलग एंटीजन जैसे चार भिन्न-भिन्न वायरस या अन्य सूक्ष्मजीवों के खिलाफ प्रतिरक्षा प्रतिक्रिया को उत्तेजित करके काम करती है।
- CERVAVAC हेपेटाइटिस बी टीकाकरण के समान VLP (वायरस-लाइक पार्टिकल्स) पर आधारित है।
- यह भारत का पहला क्वाड्रिवेलेंट ह्यूमन पैपिलोमावायरस वैक्सीन (qHPV) है, इसे वायरस के चार स्ट्रेन- टाइप 6, टाइप 11, टाइप 16 और टाइप 18 के खिलाफ प्रभावी बताया गया है।
- अनुमति:
- वैक्सीन को भारत के औषधि महानियंत्रक (Drugs Controller General of India-DGCI) की मंज़ूरी मिल गई है और सार्वजनिक स्वास्थ्य कार्यक्रम में उपयोग के लिये सरकारी सलाहकार पैनल NTAGI द्वारा भी मंज़ूरी दे दी गई है।
- महत्त्व:
- इसमें सर्वाइकल कैंसर को खत्म करने की एक महत्त्वपूर्ण क्षमता है और यह राष्ट्रीय HPV टीकाकरण प्रयासों में शामिल होने और मौजूदा टीकाकरण की तुलना में कम कीमत पर पेश करने में मददगार होगा।
- यह टीका तभी अत्यंत प्रभावी होता है जब इसे यौन-संबंध से पहले लगाया जाता है।
सर्वाइकल कैंसर:
- सर्वाइकल कैंसर एक महिला के गर्भाशय ग्रीवा में विकसित होता है। यह विश्व स्तर पर महिलाओं में चौथा सबसे आम प्रकार का कैंसर है और भारत में महिलाओं में दूसरा सबसे आम प्रकार है।
- भारत में वैश्विक सर्वाइकल कैंसर के भार का सबसे बड़ा हिस्सा देखा गया है यानी सर्वाइकल कैंसर के कारण विश्व स्तर पर हर 4 मौतों में से लगभग 1 (द लांसेट अध्ययन के अनुसार)।
- सर्वाइकल कैंसर के लगभग सभी मामले (99%) उच्च जोखिम वाले HPV संक्रमण से जुड़े हैं, जो यौन संपर्क के माध्यम से प्रसारित होने वाला एक अत्यंत सामान्य वायरस है।
- प्रभावी प्राथमिक (HPV टीकाकरण) और माध्यमिक रोकथाम दृष्टिकोण (कैंसर पूर्ववर्ती घावों के लिये जाँच एवं उपचार) सर्वाइकल कैंसर के अधिकांश मामलों को रोकने में सक्षम होगा।
- जब सर्वाइकल कैंसर का निदान किया जाता है, तो यह कैंसर के सबसे सफलतापूर्वक इलाज योग्य रूपों में से एक है, जितना शीघ्र इसका पता चल जाता है इसे उतने ही प्रभावी ढंग से प्रबंधित किया जा सकता है।
- बाद के चरणों में निदान किये गए कैंसर को उचित उपचार और उपशामक देखभाल से भी नियंत्रित किया जा सकता है।
- रोकथाम, जाँच और उपचार हेतु एक व्यापक दृष्टिकोण के साथ सर्वाइकल कैंसर को एक पीढ़ी के भीतर सार्वजनिक स्वास्थ्य समस्या के रूप में समाप्त किया जा सकता है।
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अतः विकल्प A सही है। |