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HMPV वायरस

  • 07 Jan 2025
  • 2 min read

स्रोत: हिंदुस्तान टाइम्स

चीन में ह्यूमन मेटान्यूमोवायरस (HMPV) से जुड़ी श्वसन संबंधी बीमारियों में हाल ही में हुई वृद्धि से एक अन्य महामारी की आशंका को बल मिला है। 

  • हालाँकि, विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) द्वारा इस संदर्भ में किसी नई महामारी की सूचना न देने के साथ आपातकालीन चेतावनी या HMPV से संबंधित स्वास्थ्य संबंधी संकट की घोषणा नहीं की गई है।
  • HMPV: 
    • खोज: इसकी खोज वर्ष 2001 में नीदरलैंड के शोधकर्त्ताओं ने की थी। यह फ्लू और कोविड-19 के समान तीव्र श्वसन संक्रमण का कारण बनता है।
    • प्रसार: यह चीन तक सीमित नहीं है तथा पूरे विश्व में व्याप्त है। इसे एक सामान्य श्वसन रोगज़नक के रूप में वर्गीकृत किया गया है। इसका कोई टीका नहीं है।
    • लक्षण: खाँसी, बुखार, गले में खराश एवं नाक बहना, जो आमतौर पर 2-5 दिनों के अंदर सामान्य हो जाते हैं।
    • कमज़ोर समूह: इससे बच्चों, बुजुर्गों तथा कमज़ोर प्रतिरक्षा प्रणाली वाले लोगों को निमोनिया जैसी जटिलताओं का सबसे अधिक खतरा है।
    • संचरण: HMPV निकट संपर्क या दूषित सतहों को छूने से फैलता है।
    • मौसमी: यह आमतौर पर सर्दियों तथा वसंत के दौरान फैलता है इसके साथ ही अन्य श्वसन संक्रमण जैसे रेस्पिरेटरी सिंसिटियल वायरस (RSV) और इन्फ्लूएँजा भी फैलता है।
      • HMPV न्यूमोविरिडे समूह से संबंधित है जिसमें RSV, खसरा और मम्प्स वायरस शामिल हैं।
    • गंभीरता: यद्यपि HMPV के अधिकांश मामले सामान्य होते हैं लेकिन 5-16% मामलों में ब्रोंकियोलाइटिस या निमोनिया जैसी गंभीर स्थिति हो सकती है।

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