रैपिड फायर
क्वांटम कंप्यूटिंग में गूगल की सफलता
- 11 Dec 2024
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स्रोत: BS
गूगल ने विलो (Willow) नामक चिप युक्त एक नया क्वांटम कंप्यूटर प्रस्तुत किया है, जो पाँच मिनट से कम समय में ऐसी गणना करने में सक्षम है, जिसे करने में सर्वाधिक उन्नत सुपर कंप्यूटरों को 10 सेप्टिलियन वर्ष (यह समय अवधि ज्ञात ब्रह्मांड की आयु से भी अधिक है) से अधिक समय लगेगा।
- "क्वांटम सुप्रीमेसी" के रूप में वर्णित यह उपलब्धि दर्शाती है कि गूगल का क्वांटम कंप्यूटर ऐसे कार्य कर सकता है जिन्हें पारंपरिक कंप्यूटरों द्वारा नहीं किया जा सकता।
- हालाँकि, ये कार्य (Task) मुख्य रूप से सैद्धांतिक हैं और दवा की खोज जैसे तत्काल व्यावहारिक अनुप्रयोगों का इनमें अभाव है जैसे- जैसे यादृच्छिक संख्या उत्पन्न करना।
- एक महत्त्वपूर्ण सफलता में "त्रुटि सुधार सीमा" (error correction threshold) को पार करना शामिल है, जो कंप्यूटेशनल अथवा गणना संबंधी त्रुटियों को कम करने तथा व्यावहारिक अनुप्रयोगों को सक्षम करने की दिशा में एक महत्त्वपूर्ण उपलब्धि है।
- वैज्ञानिक अब अपना ध्यान "क्वांटम एडवांटेज" प्राप्त करने की ओर केंद्रित कर रहे हैं, जहाँ क्वांटम कंप्यूटर AI, रसायन विज्ञान और चिकित्सा जैसे व्यावहारिक क्षेत्रों में प्रगति को गति प्रदान कर सकते हैं।
- पारंपरिक कंप्यूटिंग बनाम क्वांटम कंप्यूटिंग: पारंपरिक कंप्यूटर गणना करने के लिये जानकारी को "बिट्स" के रूप में संसाधित करते हैं, जिनमें से प्रत्येक 1 या 0 का प्रतिनिधित्व करता है।
- इसके विपरीत, क्वांटम कंप्यूटर "क्यूबिट" का उपयोग करते हैं, जिसमें जानकारी क्वांटम यांत्रिकी के सिद्धांतों का उपयोग करते हुए, 1 और 0 दोनों रूपों में एक साथ मौजूद हो सकती है।
- यह अद्वितीय गुण क्यूबिट को एक साथ कई अवस्थाओं में विद्यमान रहने की अनुमति देता है, जिससे कंप्यूटेशनल शक्ति/गणनात्मक क्षमता में तीव्रता से वृद्धि होती है।
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