गांधी शांति पुरस्कार | 19 Jun 2023
गीता प्रेस, गोरखपुर, जो कि हिंदू धार्मिक ग्रंथों का प्रकाशन करती है और शांति एवं सामाजिक सद्भाव के गांधीवादी आदर्शों को बढ़ावा देती है, को भारत सरकार द्वारा वर्ष 2021 हेतु गांधी शांति पुरस्कार (Gandhi Peace Prize) से सम्मानित करने की घोषणा की गई है। इस संस्था का संचालन विगत 100 वर्षों से किया जा रहा है।
- इस पुरस्कार की घोषणा संस्कृति मंत्रालय द्वारा की गई
गांधी शांति पुरस्कार:
- परिचय:
- इस वार्षिक पुरस्कार को भारत सरकार द्वारा वर्ष 1995 में महात्मा गांधी की 125वीं जयंती के उपलक्ष्य में अहिंसा के माध्यम से सामाजिक, आर्थिक और राजनीतिक परिवर्तन लाने वाले लोगों की पहचान करने हेतु स्थापित किया गया था।
- पुरस्कार:
- इसमें एक करोड़ रुपए नकद राशि, एक पट्टिका और एक प्रशस्ति पत्र तथा एक उत्कृष्ट पारंपरिक हस्तकला/हथकरघा उत्पाद शामिल होता है।
- यह पुरस्कार भारत के राष्ट्रपति द्वारा राष्ट्रपति भवन में एक समारोह में प्रदान किया जाता है।
- इसमें एक करोड़ रुपए नकद राशि, एक पट्टिका और एक प्रशस्ति पत्र तथा एक उत्कृष्ट पारंपरिक हस्तकला/हथकरघा उत्पाद शामिल होता है।
- चयन का आधार:
- यह पुरस्कार उन व्यक्तियों, संघों, संस्थाओं या संगठनों को दिया जाता है जिन्होंने शांति, अहिंसा और मानवीय कष्टों को दूर करने के लिये निस्वार्थ भाव से काम किया है।
- पुरस्कार राष्ट्रीयता, वर्ग, भाषा, जाति, पंथ या लैंगिक भेदभाव की परवाह किये बिना सभी व्यक्तियों को दिया जा सकता है।
- इस पुरस्कार को दो व्यक्तियों/संस्थानों के बीच विभाजित भी किया जा सकता है, यदि चयनकर्त्ता यह मानते हैं कि वे दोनों समान रूप से पुरस्कार के योग्य हैं।
- किसी ऐसे व्यक्ति जिसका निधन हो चुका है, द्वारा किये गए कार्य पर पुरस्कार देने के लिये विचार नहीं जाएगा लेकिन प्रक्रिया संहिता में विनिर्दिष्ट तरीके से जूरी (प्रधानमंत्री की अध्यक्षता में) को प्रस्ताव भेजे जाने के बाद यदि व्यक्ति की मृत्यु होती है, तो उसे मरणोपरांत पुरस्कार दिया जा सकता है।
- पूर्व पुरस्कार विजेता:
- संगठन: भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (ISRO), रामकृष्ण मिशन, ग्रामीण बैंक ऑफ बांग्लादेश, विवेकानंद केंद्र, अक्षय पात्र, एकल अभियान ट्रस्ट, सुलभ इंटरनेशनल
- प्राप्तकर्त्ता: नेल्सन मंडेला, सुल्तान कबूस बिन सैद अल सैद, ओमान (वर्ष 2019) और बंगबंधु शेख मुजीबुर रहमान, बांग्लादेश (वर्ष 2020)।
गीता प्रेस
- वर्ष 1923 में जया दयाल गोयंडका और हनुमान प्रसाद पोद्दार द्वारा स्थापित गीता प्रेस हिंदू धार्मिक ग्रंथों के दुनिया में सबसे बड़े प्रकाशकों में से एक है, जिसने 14 भाषाओं में 41.7 करोड़ पुस्तकें प्रकाशित की हैं जिसमें श्रीमद भगवद गीता की 16.21 करोड़ प्रतियाँ शामिल हैं।
- यह गीता प्रेस कल्याण नामक एक मासिक पत्रिका भी प्रकाशित करता है, जिसमें आध्यात्मिकता, संस्कृति, इतिहास, और नैतिकता आदि विषयों को शामिल किया गया है।
- यह गोरखपुर में कल्याण चिकित्सालय नामक एक धर्मार्थ चिकित्सालय भी चलाता है, जो गरीबों और जरूरतमंदों को मुफ्त चिकित्सा सेवाएँ प्रदान करता है।
महात्मा गांधी:
UPSC सिविल सेवा परीक्षा, विगत वर्ष के प्रश्नप्रिलिम्स:प्रश्न. निम्नलिखित में से कौन अंग्रेज़ी में प्राचीन भारतीय धार्मिक गीतों के अनुवाद 'सॉन्ग्स फ्रॉम प्रिज़न' से संबंधित है? (2021) (a) बाल गंगाधर तिलक उत्तर: (c) प्रश्न. भारत में ब्रिटिश औपनिवेशिक शासन के संदर्भ में निम्नलिखित कथनों पर विचार कीजिये: (2019)
उपर्युक्त कथनों में से कौन-सा/से सही है/हैं? (a) केवल 1 और 2 उत्तर: (b) |