प्रारंभिक परीक्षा
फ्लेमिंगो, हिमालयन आइबेक्स और ब्लू शीप
- 29 May 2024
- 7 min read
स्रोत: इंडियन एक्सप्रेस
हाल ही में मुंबई हवाई अड्डे पर एक विमान की लैंडिंग के समय फ्लेमिंगों/राजहंस पक्षियों के झुंड से टकराने के कारण लगभग 39 फ्लेमिंगो पक्षी मारे गए।
- चूँकि फ्लेमिंगो, वन्यजीव संरक्षण अधिनियम (1972) के तहत एक संरक्षित प्रजाति है, इसलिये बचाव दल ने फ्लेमिंगो के शवों को परीक्षण हेतु वन विभाग को सौंप दिया।
फ्लेमिंगो से संबंधित मुख्य तथ्य कौन-से हैं?
- विश्व भर में फ्लेमिंगो की 6 प्रजातियाँ पाई जाती हैं- अमेरिकन फ्लेमिंगो, एंडियन फ्लेमिंगो, चिली फ्लेमिंगो, ग्रेटर फ्लेमिंगो, जेम्स फ्लेमिंगो और लेसर फ्लेमिंगो।
- ग्रेटर फ्लेमिंगो:
- परिचय:
- यह फ्लेमिंगों की सबसे बड़ी (आकार के संदर्भ में) तथा व्यापक स्तर पर पाई जाने वाली प्रजाति है।
- यह गुजरात का राज्य-पक्षी है।
- संकटग्रस्त प्रजातियों की IUCN रेड लिस्ट में इन्हें "कम चिंतनीय (least concern-LC)" की श्रेणी में रखा गया है।
- ये अफ्रीका के विभिन्न क्षेत्रों, एशिया के दक्षिण-पूर्वी भागों तथा दक्षिणी यूरोप में पाए जाते हैं।
- एशिया में ये पक्षी भारत और पाकिस्तान के तटीय क्षेत्रों में पाए जाते हैं।
- उत्तरी क्षेत्रों में पाई जाने वाली इनकी आबादी प्रायः भोजन की कमी, जल-स्तर में परिवर्तन और एक ही समूह/कॉलोनी के भीतर प्रतिस्पर्द्धा जैसे विभिन्न कारणों के चलते शीतकाल के दौरान गर्म क्षेत्रों की ओर पलायन करती है।
- विशेषताएँ:
- ये प्रजातियाँ एकसंगमनी (Monogamous) युग्म बनाती हैं, जिसका अर्थ है कि प्रत्येक युग्म जीवन भर एक साथ रहता है।
- इन्हें विशिष्ट गुलाबी रंग तटीय आर्द्रभूमि में उपलब्ध लवणीय झींगा और शैवाल के आहार से प्राप्त होता है। फ्लेमिंगो स्वस्थ तटीय पर्यावरण के संकेतक हैं।
- ये सर्वाहारी (Omnivorous) प्रजातियाँ सीपीय जीवों (molluscs), सख्त आवरण वाले जीवों (crustaceans), कीटों, केकड़े, कृमियों तथा छोटी मछलियों का भक्षण करते हैं। इनके आहार में शैवाल, घास, विघटित पत्तियाँ और टहनियों जैसी विभिन्न वानस्पतिक घटक भी शामिल होते हैं।
- ये पक्षी तटीय क्षेत्रों में खारे पानी के लैगून को अपेक्षाकृत अधिक पसंद करते हैं। ये बड़ी क्षारीय और खारी झीलों में भी रहते हैं।
- परिचय:
- भारत में फ्लेमिंगो का प्रवासन प्रतिरूप:
- विशेषज्ञों का मानना है कि हर साल नवंबर में लगभग 1,00,000 से 1,50,000 फ्लेमिंगो भोजन की तलाश में गुजरात (कच्छ और भावनगर सहित) तथा आस-पास के अन्य स्थलों से मुंबई की ओर पलायन करते हैं।
- मुंबई में ये ठाणे क्रीक क्षेत्र (फ्लेमिंगो के प्रजनन क्षेत्र) में प्रवास करते हैं।
हिमालयन आइबेक्स और ब्लू शीप का सर्वेक्षण
- हिमाचल प्रदेश के लाहौल और स्पीति ज़िले में वन्यजीव अधिकारी हिम तेंदुओं के मुख्य शिकार ब्लू शीप/नीली भेड़ व हिमालयन आइबेक्स की आबादी का अनुमान लगाने हेतु सर्वेक्षण कर रहे हैं।
- नीली भेड़ और हिमालयी आइबेक्स की बढ़ती आबादी के कारण IUCN रेड लिस्ट के तहत ‘सुभेद्य’ (Vulnerable) के रूप में वर्गीकृत हिम तेंदुओं की उपस्थिति अधिक देखी जा रही है।
विशेषताएँ |
हिमालयन आइबेक्स |
ब्लू शीप (भड़ल) |
अभिलक्षण |
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वितरण |
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संरक्षण स्थिति |
IUCN रेड लिस्ट: कम चिंतनीय (Least concerned- LC) वन्यजीव संरक्षण अधिनियम 1972: अनुसूची 1 |
IUCN रेड लिस्ट: कम चिंतनीय वन्यजीव संरक्षण अधिनियम 1972: अनुसूची 1 |
UPSC सिविल सेवा परीक्षा, विगत वर्ष के प्रश्नप्रिलिम्सप्रश्न. निम्नलिखित प्राणिजात पर विचार कीजिये: (2023)
उपर्युक्त में से कितने आमतौर पर रात्रिचर हैं या सूर्यास्त के बाद अधिक सक्रिय होते हैं? (a) केवल एक उत्तर:(a) |