प्रारंभिक परीक्षा
दिल्ली भूकंप 2025
- 18 Feb 2025
- 6 min read
स्रोत: इंडियन एक्सप्रेस
चर्चा में क्यों?
फरवरी 2025 में दिल्ली में 4.0 तीव्रता का भूकंप आया, जिसका कारण अरावली-दिल्ली फोल्ड बेल्ट के नीचे हाइड्रो फ्रैक्चरिंग था ।
दिल्ली भूकंप 2025 के संबंध में मुख्य बिंदु क्या हैं?
- भूकंप का अधिकेंद्र: इसका केंद्र शहर के अंदर (हिमालय में नहीं) 5 कि.मी की गहराई पर था, जिसके परिणामस्वरूप सतह पर अधिक भूकंपीय तरंगें और कंपन के साथ उथला भूकंप आया।
- अधिकेंद्र पृथ्वी की सतह पर वह बिंदु है जो केंद्र या हाइपोसेंटर (जहाँ भू-पर्पटी के अंदर भूकंप उत्पन्न होता है) के ठीक ऊपर होता है।
- उथले भूकंपों की गहराई 0 से 70 किमी, मध्यम भूकंपों की गहराई 70 से 300 किमी तथा गहरे भूकंपों की गहराई 300 से 700 किमी तक होती है।
- भूकंपीय क्षेत्र वर्गीकरण: दिल्ली भारत के भूकंप खतरे के मानचित्र के जोन 4 में स्थित है, जो MSK-8 तीव्रता के साथ उच्च भूकंपीय जोखिम को दर्शाता है ( जोन 5, जो सबसे संवेदनशील है, MSK-9 तीव्रता के अनुरूप है )।
- MSK (मेदवेदेव-स्पोनहेउर-कार्निक) पैमाना तीव्रता का माप है, न कि प्रबलता (उत्सर्जित ऊर्जा) का, जिसे परिमाण द्वारा वर्णित किया जाता है।
- हाइड्रो फ्रैक्चरिंग: इस भूकंप का कारण सामान्य फॉल्टिंग (ऊर्ध्वाधर चट्टान का संचलन) था और हाइड्रो फ्रैक्चरिंग को इस भूकंप के प्रमुख ट्रिगर के रूप में पहचाना गया था।
- दिल्ली के नीचे जलभृत और भूमिगत जल चैनलों के कारण चट्टानी संरचनाओं में कमज़ोरी आने से दरारें पैदा होती हैं जिससे कभी-कभी भूकंपीय तरंगे उत्पन्न होती हैं।
- अरावली-दिल्ली वलित बेल्ट: दिल्ली, अरावली-दिल्ली वलित बेल्ट में स्थित है जिसमें लाखों वर्ष पहले विकृत चट्टान परतें बलित हुई थीं।
- यद्यपि विवर्तनिकी गतिविधियाँ कम हुई हैं लेकिन कुछ सक्रिय भ्रंशों के कारण कभी-कभी कम तीव्रता के भूकंप आते रहते हैं।
- हिमालयी भूकंपों से अंतर: हिमालयी भूकंप विवर्तनिकी प्लेटों की हलचल के परिणामस्वरूप आते हैं, अर्थात भारतीय प्लेट का यूरेशियन प्लेट के नीचे धँसना। जिसके कारण अधिक तीव्रता के भूकंप आते हैं।
- दिल्ली में आए भूकंप का कारण विवर्तनिकी प्लेटों की हलचल नहीं बल्कि स्थानीय भूगर्भीय स्ट्रेस था।
- स्थानीय भ्रंशों की भूमिका: दिल्ली क्षेत्र में महेंद्रनगर फॉल्ट और सोहाना फॉल्ट जैसे कई स्थानीय भ्रंश मौजूद हैं जिनसे 6 तीव्रता तक के भूकंप उत्पन्न हो सकते हैं।
- भूकंप के दौरान ध्वनियाँ: भूकंप से न्यून आवृत्ति की ध्वनि तरंगें उत्पन्न होती हैं, लेकिन इन्हें सामान्यतः सुना नहीं जाता है।
- भूकंप के दौरान सुनाई देने वाली ध्वनियाँ संभवतः भूकंप के कारण नहीं, बल्कि इमारतों और संरचनाओं में कंपन के कारण उत्पन्न हुई थीं।
- दिल्ली में भूकंप: मुख्य केंद्रीय भ्रंश (MCF) के साथ हिमालय में 8 तीव्रता का भूकंप दिल्ली में बड़े भूकंपों को ट्रिगर कर सकता है, क्योंकि यमुना के जलोढ़ मैदान कठोर चट्टानों की तुलना में ऊर्जा को अवशोषित करने में कम सक्षम हैं।
- MCF उत्तर में महान हिमालय और दक्षिण में लघु हिमालय के बीच स्थित है।
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दृष्टि मुख्य परीक्षा प्रश्न: प्रश्न: हाइड्रो फ्रैक्चरिंग की भूमिका भूकंपों की घटना में कैसे ज़िम्मेदार है, इसका विश्लेषण कीजिये। ये हिमालयी क्षेत्र में भूकंप के कारणों से कैसे भिन्न हैं? |
UPSC सिविल सेवा परीक्षा विगत वर्ष के प्रश्न (PYQ)मेन्सप्रश्न: भूकंप संबंधित संकटों के लिये भारत की भेद्यता की विवेचना कीजिये। पिछले तीन दशकों, में भारत के विभिन्न भागों में भूकंप द्वारा उत्पन्न प्रमुख आपदाओं के उदाहरण प्रमुख विशेषताओं के साथ दीजिये। (वर्ष 2021) प्रश्न: भारतीय उपमहाद्वीप में भूकंप की आवृत्ति में बढ़ती हुई प्रतीत होती है। फिर भी इनके प्रभाव के न्यूनीकरण हेतु भारत की तैयारी (तत्परता) में महत्त्वपूर्ण कमियाँ हैं। विभिन्न पहलुओं की चर्चा कीजिये। (2015) |