स्वास्थ्य पर जेब से होने वाले खर्च में कमी | 28 Sep 2024
स्रोत: BS
हाल ही में, स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय द्वारा राष्ट्रीय स्वास्थ्य लेखा (NHA) अनुमान 2021-22 जारी किया गया, जिसके अनुसार सत्र 2021-22 में कुल स्वास्थ्य व्यय (Total Health Expenditure- THE) में आउट-ऑफ-पॉकेट व्यय (OOPE) घटकर 39.4% रह गया, जो सत्र 2017-18 में 48.8% था।
- यह वित्तीय सत्र 2025-26 तक OOPE को THE के 35% तक कम करने के सरकार के उद्देश्य के अनुरूप है।
- OOPE में गिरावट के कारण:
- THE में सरकार की हिस्सेदारी 40.8% से बढ़कर 48% हो गई।
- आयुष्मान भारत जैसी पहलों ने स्वास्थ्य कवरेज तक व्यापक पहुँच को सुगम बनाया है।
- निजी स्वास्थ्य बीमा कवरेज में वृद्धि हुई जो सत्र 2017-18 में 5.8% से बढ़कर 2021-22 में 7.4% हो गई।
- स्वास्थ्य व्यय में रुझान:
- स्वास्थ्य के लिये सामाजिक सुरक्षा व्यय सत्र 2017-18 में 9% से घटकर सत्र 2021-22 में 8.7% हो गया।
- सकल घरेलू उत्पाद के प्रतिशत के रूप में सरकारी स्वास्थ्य व्यय सत्र 2017-18 में 1.35% से बढ़कर 2021-22 में 1.84% हो गया। (लक्ष्य: वर्ष 2025 तक सकल घरेलू उत्पाद का 2.5%)
- सत्र 2017-18 और सत्र 2021-22 के दौरान प्रति व्यक्ति स्वास्थ्य व्यय लगभग दोगुना हो गया।
- NHA अनुमान एक वार्षिक प्रकाशन है जो भारत में स्वास्थ्य देखभाल व्यय का अनुमान प्रदान करता है।
- इसमें बताया गया है कि भारत की स्वास्थ्य सेवा तंत्र में धन का प्रवाह किस प्रकार होता है, इसे किस प्रकार खर्च किया जाता है, स्वास्थ्य सेवा कैसे प्रदान की जाती है, तथा किस प्रकार की सेवाएँ प्रदान की जाती हैं।
- आधारित – 'स्वास्थ्य लेखा प्रणाली (SHA), 2011' (WHO द्वारा)।
- प्रकाशितकर्त्ता – राष्ट्रीय स्वास्थ्य प्रणाली संसाधन केंद्र (NHSRC)।