प्रारंभिक परीक्षा
CSIR-CMERI का इनोवेटिव इलेक्ट्रिक टिलर
- 27 May 2024
- 2 min read
स्रोत: पी.आई.बी.
छोटे और सीमांत किसानों को सशक्त बनाने के प्रयास में वैज्ञानिक एवं औद्योगिक अनुसंधान परिषद (Council of Scientific and Industrial Research- CSIR) तथा वैज्ञानिक एवं औद्योगिक अनुसंधान विभाग (Department of Scientific and Industrial Research- DSIR) ने CSIR-सेंट्रल मैकेनिकल इंजीनियरिंग रिसर्च इंस्टीट्यूट के इलेक्ट्रिक टिलर का अनावरण किया है।
- इलेक्ट्रिक टिलर को छोटे से सीमांत किसानों (2 हेक्टेयर से कम भूमि जोत) की आवश्यकताओं को पूर्ण करने हेतु डिज़ाइन किया गया है, जो भारत के कृषक समुदाय का 80% से अधिक हिस्सा हैं।
- टिलर ने टॉर्क और क्षेत्र दक्षता बढ़ा दी है, जिससे यह एक शक्तिशाली एवं कुशल कृषि उपकरण बन गया है।
- यह उपयोगकर्त्ता के आराम और पर्यावरणीय स्थिरता पर ध्यान केंद्रित करता है, जिसमें हाथ-बाँह का कंपन कम होना, स्थिर संचालन और शुद्ध शून्य उत्सर्जन जैसी विशेषताएँ शामिल हैं।
- इलेक्ट्रिक टिलर संभावित रूप से परिचालन लागत को 85% तक कम कर सकता है, जिससे किसानों को महत्त्वपूर्ण वित्तीय लाभ मिलेगा।
- टिलर का उपयोगकर्ता-अनुकूल डिज़ाइन बैटरी पैक स्वैपिंग और एकाधिक चार्जिंग विकल्पों का समर्थन करता है, जिसमें वैकल्पिक धारा (Alternating Current- AC) एवं सौर प्रत्यक्ष धारा (Direct Current- DC) चार्जिंग शामिल है, जो बहुउपयोगिता तथा सुविधा प्रदान करता है।
- CSIR की स्थापना सितंबर 1942 में हुई थी, जिसका मुख्यालय नई दिल्ली में है और यह विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी मंत्रालय द्वारा वित्तपोषित है।
और पढ़ें: CSIR PRIMA ET11 और सरलीकृत ट्रैक्टर परीक्षण प्रक्रिया