रैपिड फायर
अरेबियन लेपर्ड
- 18 Feb 2025
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स्रोत: डाउन टू अर्थ
वर्ल्ड अरेबियन लेपर्ड डे (10 फरवरी 2025) के अवसर पर प्रकाशित एक अध्ययन में ओमान के नेज्द पठार में अरेबियन तेंदुए की उपस्थिति की पुष्टि की, जो शिकार और आवास के विखंडन के कारण स्थानीय विलुप्ति की पूर्व मान्यताओं के विपरीत है।
अरेबियन लेपर्ड (पेंथेरा पार्डस निम्र) :
- मुख्य विशेषताएँ: यह सबसे छोटी लेपर्ड उप-प्रजातियों में से एक है, जिसमें नर का वजन 30-40 किलोग्राम और मादा का वजन 25-35 किलोग्राम होता है।
- इसका फर हल्के पीले रंग का होता है तथा इसमें छोटे-छोटे, एक दूसरे से सटी हुई संरचना (रोसेट) होती हैं।
- आवास एवं जनसंख्या: अरब प्रायद्वीप का मूल निवासी। सऊदी अरब, ओमान, यमन और संयुक्त अरब अमीरात में अलग-अलग स्थानों पर पाया जाता है ।
- अनुमान है कि विश्व की वन्यजीव आबादी 100-120 हैं, जिनमें दक्षिणी ओमान में इनकी संख्या सबसे अधिक है।
- IUCN स्थिति: गंभीर रूप से संकटग्रस्त
- खतरे:
- शहरीकरण, कृषि और अतिचारण के कारण आवास की क्षति।
- अवैध शिकार और अवैध वन्यजीव व्यापार।
- शिकार की आबादी में गिरावट के कारण भोजन की कमी आ रही है।
नेज्द पठार:
- ओमान के धोफर में शुष्क नेज्द पठार, छोटी चट्टानों, घाटियों और पठार अवस्थित है।
- वादी निम्न घाटियाँ हैं जो बरसात के मौसम को छोड़कर आमतौर पर शुष्क रहती हैं।
भारत में तेंदुए की जनसंख्या (2024):
- कुल : 13,874 (2018 से 1.08% वार्षिक वृद्धि)।
- सर्वाधिक जनसंख्या: मध्य प्रदेश, उसके बाद महाराष्ट्र, कर्नाटक और तमिलनाडु।
- संरक्षण स्थिति: ICUN रेड लिस्ट (सुभेद्य), CITES (परिशिष्ट-I) और भारतीय वन्यजीव (संरक्षण) अधिनियम (अनुसूची-I)।
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