नए विज्ञान पुरस्कारों की घोषणा | 22 Sep 2023
स्रोत: द हिंदू
केंद्र सरकार ने वैज्ञानिकों को सम्मानित करने के लिये राष्ट्रीय विज्ञान पुरस्कार की श्रेणी के तहत 56 पुरस्कारों (3 विज्ञान रत्न, 25 विज्ञान श्री, 25 युवा विज्ञान शांति स्वरूप भटनागर, 3 विज्ञान टीम पुरस्कार) को शुरू करने का निर्णय लिया है।
- इन पुरस्कारों की घोषणा प्रत्येक वर्ष 11 मई को राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी दिवस के अवसर पर की जाएगी और वर्ष 2024 में 23 अगस्त को राष्ट्रीय अंतरिक्ष दिवस पर प्रदान किये जाएंगे।
नोट:
- प्रतिष्ठित पद्म पुरस्कारों के समान, इन पुरस्कारों में कोई नकद घटक शामिल नहीं होगा।
- राष्ट्रीय विज्ञान पुरस्कार 13 विज्ञान-संबंधित क्षेत्रों में दिया जाएगा।
विज्ञान पुरस्कारों के विषय में मुख्य तथ्य:
- शामिल पुरस्कार:
- विज्ञान रत्न पुरस्कार:
- ये पुरस्कार विज्ञान और प्रौद्योगिकी के किसी भी क्षेत्र में की गई पूरे जीवन की उपलब्धियों और योगदान को मान्यता देंगे।
- विज्ञान श्री पुरस्कार:
- ये पुरस्कार विज्ञान और प्रौद्योगिकी के किसी भी क्षेत्र में विशिष्ट योगदान को मान्यता देंगे।
- विज्ञान टीम पुरस्कार:
- ये पुरस्कार तीन या अधिक वैज्ञानिकों/शोधकर्ताओं/नवप्रवर्तकों की टीम को दिये जाएंगे, जिन्होंने विज्ञान और प्रौद्योगिकी के किसी भी क्षेत्र में एक टीम में काम करते हुए असाधारण योगदान दिया है।
- विज्ञान युवा-शांति स्वरूप भटनागर (VY-SSB):
- ये पुरस्कार युवा वैज्ञानिकों (अधिकतम 45 वर्ष) के लिये भारत में सर्वोच्च बहुविषयक विज्ञान पुरस्कार हैं।
- इनका नाम वैज्ञानिक एवं औद्योगिक अनुसंधान परिषद (CSIR) के संस्थापक और निदेशक शांति स्वरूप भटनागर के नाम पर रखा गया है, जो एक प्रसिद्ध रसायनज्ञ तथा दूरदर्शी थे।
- विज्ञान रत्न पुरस्कार:
- PIO के लिये पुरस्कार:
- भारतीय मूल के व्यक्ति (PIO) अब नए पुरस्कारों के लिये पात्र होंगे, लेकिन विज्ञान रत्न केवल एक ही PIO को दिया जाएगा।
- विज्ञान श्री और VY-SSB के लिये तीन-तीन PIO का चयन किया जा सकता है।
- हालाँकि PIO विज्ञान टीम पुरस्कारों के लिये पात्र नहीं होंगे।
राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी दिवस:
- परिचय:
- यह दिवस पहली बार वर्ष 1999 में मनाया गया था, इसका उद्देश्य भारतीय वैज्ञानिकों, इंजीनियरों की वैज्ञानिक और तकनीकी उपलब्धियों को याद करना है।
- इस दिवस का नाम पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी ने रखा था।
- प्रत्येक वर्ष विज्ञान और प्रौद्योगिकी मंत्रालय के अंतर्गत भारत का प्रौद्योगिकी विकास बोर्ड विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी में उनके योगदान के लिये व्यक्तियों को राष्ट्रीय पुरस्कार से सम्मानित कर इस दिवस को मनाता है।
- यह दिवस पहली बार वर्ष 1999 में मनाया गया था, इसका उद्देश्य भारतीय वैज्ञानिकों, इंजीनियरों की वैज्ञानिक और तकनीकी उपलब्धियों को याद करना है।
- महत्त्व:
- यह वह दिन है जब भारत ने 11 मई, 1998 को पोखरण में परमाणु बम का सफलतापूर्वक परीक्षण किया था।
- भारत ने पोखरण-II नामक ऑपरेशन में अपनी शक्ति-1 परमाणु मिसाइल का सफलतापूर्वक परीक्षण किया, जिसे ऑपरेशन शक्ति भी कहा जाता है।
UPSC सिविल सेवा परीक्षा, विगत वर्ष के प्रश्नप्रिलिम्स:प्रश्न. निम्नलिखित में से किस क्षेत्र में उत्कृष्ट योगदान के लिये शांति स्वरूप भटनागर पुरस्कार दिया जाता है? (2009) (a) साहित्य उत्तर: C |