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अमोनियम नाइट्रेट के आयात संबंधी चिंताएँ

  • 21 Sep 2024
  • 2 min read

स्रोत: द हिंदू

रूस से अमोनियम नाइट्रेट (AN) के आयात में तीव्र वृद्धि से भारत के घरेलू उर्वरक उद्योग के समक्ष चिंताएँ बढ़ गई हैं और इसे सस्ते आयातों से प्रतिस्पर्द्धा का सामना करना पड़ रहा है। 

  • भारतीय उर्वरक कंपनियाँ AN संबंधी क्षमता को बढ़ाने के लिये 4,000 करोड़ रुपये से अधिक का निवेश कर रही हैं जो कोयला, लौह अयस्क और चूना पत्थर के खनन के लिये महत्त्वपूर्ण है। 
  • अमोनियम नाइट्रेट (AN):
    • अमोनियम नाइट्रेट (NH₄NO₃) अमोनियम आयन का नाइट्रेट साल्ट है जिसमें अमोनिया और नाइट्रिक एसिड होता है। यह एक सफ़ेद क्रिस्टलीय ठोस पदार्थ है जो जल में अत्यधिक घुलनशील है।
  • उपयोग:
    • उर्वरक: उच्च नाइट्रोजन सामग्री के कारण इसका कृषि में व्यापक रूप से उपयोग किया जाता है।
    • विस्फोटक: ईंधन तेल के साथ मिलाकर अमोनियम नाइट्रेट ईंधन तेल (ANFO) बनाया जाता है जिसका उपयोग आमतौर पर खनन में किया जाता है।
    • कोल्ड पैक: ये तत्काल कोल्ड पैक के रूप में पाए जाते हैं और चोट के उपचार के लिये उपयोगी होते हैं।
    • माचिस: AN का प्रयोग सेफ्टी माचिस में किया जाता है।
  • भारत का उर्वरक उद्योग:
    • भारत, चीन के बाद विश्व का दूसरा सबसे बड़ा यूरिया उपभोक्ता और नाइट्रोजन उर्वरकों का दूसरा सबसे बड़ा उत्पादक है।
    • उर्वरक उद्योग भारत के 8 प्रमुख उद्योगों में से एक है।
    • सब्सिडी के मामले में यह खाद्यान्न के बाद दूसरे स्थान पर है।
    • भारत अपनी पोटाश की 100% आवश्यकता बेलारूस, रूस, इज़रायल और जॉर्डन जैसे देशों से आयात के माध्यम से पूरी करता है

और पढ़ें: भारत में उर्वरक की खपत

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