अमेज़न वर्षावन | 10 Sep 2024
स्रोत: NYT
वैज्ञानिक अमेज़न वर्षावनों (Amazon Rainforests) का अध्ययन कर रहे हैं ताकि यह पता लगाया जा सके कि वन किस हद तक कार्बन डाइऑक्साइड को रोकते और उसमें भारी मात्रा में कार्बन जमा करते हैं।
- एक नए अध्ययन में पाया गया है कि अमेज़न क्षेत्र के लगभग आधे कार्बन का हिस्सा इसकी लगभग 2% प्रजातियों में समाहित है। ये प्रजातियाँ प्रायः विशाल कठोर लकड़ी के पेड़ हैं, जो जलवायु परिवर्तन (और अवैध कटाई) के लिये सबसे अधिक संवेदनशील हो सकते हैं।
- टिपिंग प्वाइंट: अमेज़न वर्षावन को उन नौ जलवायु टिपिंग प्वाइंटों में से एक माना जाता है, जो वैश्विक जलवायु प्रणाली को एक नई स्थिति में ले जा सकते हैं।
- यदि यह एक महत्त्वपूर्ण बिंदु को पार कर जाता है, तो कार्बन के लिये वैश्विक सिंक अमेज़न, भारी मात्रा में कार्बन छोड़ सकता है, जिससे जलवायु परिवर्तन में तेज़ी आएगी।
- चिंताएँ: वनों की कटाई और बार-बार लगने वाली वनाग्नि से वन CO2 के स्रोत में बदल सकते हैं।
- 1970 और 1980 के दशक में ब्राज़ील ने मवेशी पालन तथा कृषि के लिये बड़े पैमाने पर वनों का रूपांतरण शुरू किया।
- वर्ष 2013 के बाद से वनाग्नि की घटनाएँ दोगुनी हो गयी हैं।
- अमेज़न वनों का महत्त्व:
- जैवविविधता: अमेज़न के वन विश्व की लगभग पाँचवीं स्थलीय प्रजातियों का घर हैं और सभी वन्यजीव प्रजातियों के 10% का भी आवास हैं।
- जल चक्र: अमेज़न के वृक्ष प्रतिदिन 20 अरब टन पानी वायुमंडल में छोड़ते हैं।
- कार्बन सिंक: अमेज़न वर्षावन में 150-200 बिलियन टन कार्बन संग्रहित है।
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