36वाँ मुख्य सूचना सुरक्षा अधिकारी विस्तृत विश्लेषण प्रशिक्षण कार्यक्रम | 10 May 2023

नेशनल ई-गवर्नेंस डिवीज़न (NeGD) ने अपनी क्षमताओं में बढ़ोतरी के उद्देश्य से एक विशेष परियोजना के तहत 36वें मुख्य सूचना सुरक्षा अधिकारी (Chief Information Security Officers- CISO) विस्तृत विश्लेषण प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन किया। नई दिल्ली के भारतीय लोक प्रशासन संस्थान में आयोजित इस अभ्यास सत्र में केंद्रीय मंत्रालयों और राज्यों एवं केंद्रशासित प्रदेशों के 24 प्रतिभागियों ने भाग लिया।

साइबर सुरक्षित भारत पहल:

  • साइबर सुरक्षित भारत पहल की संकल्पना साइबर अपराध के बारे में जागरूकता फैलाने और सभी सरकारी विभागों में मुख्य सूचना सुरक्षा अधिकारियों (CISOs) एवं अग्रिम पंक्ति के सूचना प्रौद्योगिकी अधिकारियों की क्षमता निर्माण के मिशन के साथ की गई थी।
  • इसे इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय (Ministry of Electronics and Information Technology- MeitY) द्वारा वर्ष 2018 में राष्ट्रीय ई-गवर्नेंस डिवीज़न (NeGD) तथा भारत में विभिन्न उद्योग भागीदारों के सहयोग से लॉन्च किया गया था।

मुख्य सूचना सुरक्षा अधिकारी विस्तृत विश्लेषण प्रशिक्षण कार्यक्रम:  

  • परिचय: 
  • उद्देश्य: 
    • साइबर खतरों के उभरते परिदृश्य को लेकर जागरूकता उत्पन्न करना।
    • साइबर संबंधित समाधानों की गहन समझ प्रदान करना।
    • साइबर सुरक्षा से संबंधित रूपरेखा, दिशा-निर्देश और नीतियों का निर्माण करना।
    • सफलता और असफलताओं से सीखने के लिये सर्वोत्तम अभ्यासों को साझा करना।
    • साइबर सुरक्षा से संबंधित मुद्दों पर उनके संबंधित कार्यात्मक क्षेत्र में सूचित निर्णय लेने के लिये महत्त्वपूर्ण जानकारी प्रदान करना।
  • प्रतिभागी: 
    • यह कार्यक्रम मुख्य सूचना सुरक्षा अधिकारियों (CISO) और विभिन्न मंत्रालयों एवं विभागों के अग्रिम पंक्ति के IT अधिकारियों, केंद्र तथा राज्य सरकारों के सरकारी एवं अर्द्ध-सरकारी संगठनों, सार्वजनिक उपक्रमों और बैंकों सहित अन्य के लिये आयोजित किया जाता है।
  • प्रशिक्षण: 
    • नेशनल ई-गवर्नेंस डिवीज़न (NeGD) प्रशिक्षण कार्यक्रमों की व्यवस्था हेतु रसद सहायता प्रदान करता है, जबकि उद्योग संघ प्रशिक्षण के लिये तकनीकी सहायता प्रदान करता है।
    • उद्योग के प्रशिक्षण भागीदार माइक्रोसॉफ्ट, IBM, इंटेल, पालो अल्टो नेटवर्क्स, E&Y और डेल-EMC, NIC, CERT-In तथा CDAC सरकार की ओर से भागीदार हैं।

साइबर सुरक्षा बढ़ाने से संबंधित अन्य पहलें:

  UPSC सिविल सेवा परीक्षा, विगत वर्ष के प्रश्न  

प्रश्न. 'वानाक्राई, पेट्या और इंटर्नलब्लू' जो पद हाल ही में समाचारों में उल्लखित थे, निम्नलिखित में से किससे संबंधित हैं? (2018)

(a) एक्सोप्लैनेट
(b) प्रछन्न मुद्रा (क्रिप्टो करेंसी)
(c) साइबर आक्रमण
(d) लघु उपग्रह

उत्तर: (c)

व्याख्या:

  • रैनसमवेयर दुर्भावनापूर्ण सॉफ्टवेयर (या मैलवेयर) का एक रूप है। एक बार जब यह कंप्यूटर में प्रवेश कर लेता है, तो आमतौर पर डेटा तक पहुँचकर उपयोगकर्त्ताओं को नुकसान पहुँचाता है। भुगतान करने पर डेटा तक पहुँच बहाल करने का वादा करते हुए हमलावर पीड़ित से फिरौती की मांग करता है।
  • 'वानाक्राई, पेट्या और इंटर्नलब्लू' कुछ रैनसमवेयर हैं, जिन्होंने बिटकॉइन (क्रिप्टोकरेंसी) में फिरौती के भुगतान की मांग की थी। 
  • क्रिप्टोकरेंसी एक डिजिटल मुद्रा है जिसमें मुद्रा की इकाइयों के सृजन को विनियमित करने और केंद्रीय बैंक से स्वतंत्र रूप से संचालित धन के हस्तांतरण को सत्यापित करने हेतु एन्क्रिप्शन तकनीकों का उपयोग किया जाता है।
  • अतः विकल्प (c) सही है।

स्रोत: पी.आई.बी.