सामाजिक न्याय
UWW द्वारा भारतीय कुश्ती संघ की सदस्यता का निलंबन
- 30 Aug 2023
- 9 min read
प्रिलिम्स के लिये:भारतीय कुश्ती संघ, विश्व कुश्ती संघ (यूनाइडेट वर्ल्ड रेसलिंग), कुश्ती मेन्स के लिये:राष्ट्रीय खेल महासंघों के सुचारु कामकाज़ को सुनिश्चित करने में भारत सरकार की भूमिका, अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर देश की छवि और प्रतिष्ठा बढ़ाने हेतु खेलों की भूमिका पर चर्चा |
स्रोत: द हिंदू
चर्चा में क्यों?
कुश्ती की राष्ट्रीय नियामक संस्था, भारतीय कुश्ती संघ (WFI) को विश्व कुश्ती संघ (यूनाइडेट वर्ल्ड रेसलिंग) ने समय पर चुनाव नहीं कराने के कारण अस्थायी रूप से निलंबित कर दिया है।
- इसका भारतीय पहलवानों पर गंभीर प्रभाव पड़ेगा, वह सर्बिया में आगामी विश्व चैंपियनशिप में राष्ट्रीय ध्वज के नीचे प्रतिस्पर्द्धा में भाग नहीं ले पाएंगे।
UWW द्वारा WFI को निलंबित करने का कारण:
- UWW ने WFI को उसके संविधान का उल्लंघन करने के आधार पर निलंबित कर दिया है, जिसके अनुसार सभी सदस्य महासंघों को हर चार साल में अपने चुनाव कराना अनिवार्य है।
- WFI को फरवरी 2023 में अपने चुनाव कराने थे लेकिन विभिन्न कारणों से इसमें देरी हुई, जिसमें कुछ प्रमुख पहलवानों द्वारा पूर्व WFI अध्यक्ष और अन्य के खिलाफ यौन उत्पीड़न, धमकी, वित्तीय अनियमितताओं और प्रशासनिक चूक के आरोप शामिल थे।
- इसके अलावा UWW यह भी चाहता था की एथलीटों को सुरक्षा प्रदान की जाए तथा महासंघ पुनः उचित तरीके से कार्य प्रारंभ करे।
भारत में समान संघर्ष का सामना कर रही अन्य खेल संस्थाएँ:
- फुटबॉल की वैश्विक शासी संस्था FIFA (फेडरेशन इंटरनेशनेल डी फुटबॉल एसोसिएशन) ने वर्ष 2002 में चुनावों में देरी के कारण अखिल भारतीय फुटबॉल महासंघ (All India Football Federation of India) को निलंबित कर दिया था जिसे बाद में हटा लिया गया था।
- अंतर्राष्ट्रीय ओलंपिक समिति (IOC) और अंतर्राष्ट्रीय हॉकी महासंघ (FIH) ने भी इसी तरह के कारणों से भारतीय खेल निकायों पर संभावित प्रतिबंध की चेतावनी दी है।
- जून 2020 में भारत सरकार ने भारतीय राष्ट्रीय खेल विकास संहिता 2011 का अनुपालन न करने के कारण 54 राष्ट्रीय महासंघों की मान्यता रद्द कर दी थी।
भारतीय कुश्ती महासंघ (WFI):
- WFI भारत में कुश्ती की शासी निकाय है। इसका मुख्यालय नई दिल्ली में स्थित है।
- इसे भारत सरकार और भारतीय ओलंपिक संघ द्वारा मान्यता प्राप्त है।
- यह विभिन्न राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय स्तर की कुश्ती प्रतियोगिताओं का आयोजन करता है जिनमें प्रो रेसलिंग लीग, राष्ट्रीय कुश्ती चैंपियनशिप और एशियाई चैंपियनशिप शामिल हैं।
- WFI ओलंपिक खेलों में भाग लेने वाले भारतीय पहलवानों का समर्थन और प्रशिक्षण भी प्रदान करता है।
संयुक्त विश्व कुश्ती (UWW):
- UWW शौकिया (Amateur) कुश्ती के खेल के लिये अंतर्राष्ट्रीय शासी निकाय है। यह ओलंपिक और विश्व चैंपियनशिप में कुश्ती की निगरानी करता है।
- UWW का मुख्यालय स्विट्ज़रलैंड के कॉर्सियर-सुर-वेवे में है।
- UWW की स्थापना वर्ष 1912 में इंटरनेशनल फेडरेशन ऑफ एसोसिएटेड रेसलिंग स्टाइल्स (FILA) के नाम से की गई थी। वर्ष 2014 में इसका नाम बदलकर यूनाइटेड वर्ल्ड रेसलिंग कर दिया गया।
- UWW का लक्ष्य विश्व स्तर पर एक प्रेरक, नवोन्वेषी और अग्रणी ओलंपिक फेडरेशन के रूप में पहचान बनाना है। इसका मिशन विश्व भर में कुश्ती के विकास का नेतृत्व करना है।
भारत में कुश्ती खेल का इतिहास:
- भारत में कुश्ती की शुरुआत 5वीं सहस्राब्दी ईसा पूर्व से होती है।
- प्राचीन भारत में कुश्ती का अभ्यास किया जाता था जिसे मल्लयुद्ध के नाम से जाना जाता था।
- महाभारत के भीम, जरासंध, कीचक और बलराम प्रसिद्ध पहलवान थे।
- रामायण में कुश्ती का भी उल्लेख है, जिसमें हनुमान एक उल्लेखनीय पहलवान हैं।
- कुश्ती को भारत में "दंगल" कहा जाता है और यह कुश्ती टूर्नामेंट का एक मूल रूप है। पंजाब तथा हरियाणा क्षेत्रों में इसे "कुश्ती" कहा जाता है।
- मूल रूप से रॉयल्स के लिये एक फिटनेस गतिविधि और मनोरंजन, कुश्ती पेशेवर खेल के रूप में विकसित हुई है।
निलंबन का प्रभाव:
- पहलवानों की भागीदारी:
- यूनाइटेड वर्ल्ड रेसलिंग (UWW) के अनुसार, रेसलर और उनके सहयोगी कर्मी अभी भी UWW-स्वीकृत कार्यक्रमों में भाग ले सकते हैं, लेकिन राष्ट्रीय ध्वज के बजाय UWW ध्वज के तहत।
- UWW घटनाएँ:
- भारतीय रेसलर बेलग्रेड, सर्बिया में आगामी विश्व चैंपियनशिप सहित UWW प्रतियोगिताओं में राष्ट्रीय ध्वज के तहत प्रतिस्पर्द्धा करने में असमर्थ होंगे। इसके अतिरिक्त यदि कोई पहलवान स्वर्ण पदक हासिल करता है तो कोई भी भारतीय राष्ट्रगान नहीं बजाया जाएगा।
- WFI को UWW से कोई वित्तीय या तकनीकी सहायता नहीं मिल सकती है।
- भारतीय कुश्ती:
- निलंबन से अंतर्राष्ट्रीय कुश्ती समुदाय में भारत की छवि और प्रतिष्ठा खराब हुई है। यह भारतीय पहलवानों को भी हतोत्साहित तथा निराश करता है, जिन्होंने विश्व चैंपियनशिप एवं अन्य प्रतियोगिताओं की तैयारी के लिये कड़ी मेहनत की है।
- भारतीय कुश्ती संघ के निलंबन से पहलवानों की वर्ष 2024 पेरिस ओलंपिक के लिये योग्यता की संभावना बाधित हो गई है, क्योंकि विश्व चैंपियनशिप एक क्वालीफाइंग प्रतियोगिता है।
- यह निलंबन भारतीय कुश्ती के लिये एक बड़ा झटका है, जो हाल के वर्षों में भारत के सबसे सफल खेलों में से एक रहा है। भारत ने वर्ष 2008 से कुश्ती में चार ओलंपिक पदक, 19 विश्व चैंपियनशिप पदक और 69 एशियाई चैंपियनशिप पदक जीते हैं।
आगे की राह
- इसका तात्कालिक समाधान यह है कि जितनी जल्दी हो सके WFI चुनाव कराए जाएँ और नतीजे मंज़ूरी के लिये विश्व कुश्ती संघ को सौंपे जाएं।
- दीर्घकालिक समाधान WFI में सुधार और पुनर्गठन करना है, जो लंबे समय से विभिन्न समस्याओं एवं विवादों से ग्रस्त है। WFI को उचित जाँच तथा संतुलन, वित्तीय लेखापरीक्षा, शिकायत निवारण तंत्र आदि के साथ अपने कामकाज़ के लिये एक पेशेवर और जवाबदेह दृष्टिकोण अपनाना चाहिये।
- WFI को UWW और अन्य अंतर्राष्ट्रीय निकायों के साथ एक स्वस्थ एवं सामंजस्यपूर्ण संबंध को बढ़ावा देना चाहिये तथा उनके नियमों और विनियमों का पालन करना चाहिये। WFI को अन्य राष्ट्रीय महासंघों और क्षेत्रीय संघों के साथ भी सहयोग करना चाहिये तथा भारत एवं विदेशों में कुश्ती के विकास और लोकप्रियता को बढ़ावा देना चाहिये।