प्रौद्योगिकी और नवाचार रिपोर्ट 2023: UNCTAD | 24 Mar 2023
प्रिलिम्स के लिये:व्यापार और विकास पर संयुक्त राष्ट्र सम्मेलन (UNCTAD), प्रौद्योगिकी और नवाचार रिपोर्ट 2023, हरित प्रौद्योगिकियाँ, इलेक्ट्रिक वाहन, हरित ऊर्जा गलियारा, इलेक्ट्रिक वाहनों को तीव्रता से अपनाना और (हाइब्रिड) विनिर्माण, अंतर्राष्ट्रीय सौर गठबंधन। मेन्स के लिये:व्यापार और विकास पर संयुक्त राष्ट्र सम्मेलन द्वारा जारी रिपोर्ट, हरित प्रौद्योगिकियाँ से संबंधित भारत की पहल। |
चर्चा में क्यों?
व्यापार एवं विकास पर संयुक्त राष्ट्र सम्मेलन (United Nations Conference on Trade and Development- UNCTAD) की प्रौद्योगिकी और नवाचार रिपोर्ट 2023 के अनुसार, विकसित देश विकासशील देशों की तुलना में हरित प्रौद्योगिकियों से अधिक लाभान्वित हो रहे हैं, जो वैश्विक आर्थिक असमानता को और बढ़ा सकता है।
प्रमुख बिंदु
- परिणाम:
- हरित प्रौद्योगिकियाँ वर्ष 2020 के 1.5 ट्रिलियन अमेरिकी डॉलर से बढ़कर वर्ष 2030 तक 9.5 ट्रिलियन अमेरिकी डॉलर का बाज़ार स्थापित कर सकती हैं।
- विकसित देशों से हरित प्रौद्योगिकियों का कुल निर्यात वर्ष 2018 के लगभग 60 बिलियन अमेरिकी डॉलर से बढ़कर वर्ष 2021 में 156 बिलियन अमेरिकी डॉलर से अधिक हो गया है।
- जबकि विकासशील देशों से निर्यात 57 अरब अमेरिकी डॉलर से बढ़कर 75 अरब डॉलर हो गया।
- रिपोर्ट में शामिल 'सीमांत प्रौद्योगिकी तत्परता सूचकांक' के अनुसार, केवल कुछ विकासशील देशों के पास ब्लॉकचेन, ड्रोन और सौर ऊर्जा जैसी फ्रंटियर (सीमांत) प्रौद्योगिकियों का लाभ उठाने की क्षमता है।
- इलेक्ट्रिक वाहन, सौर एवं पवन ऊर्जा तथा हरित हाइड्रोजन जैसी हरित सीमांत प्रौद्योगिकियों के वर्ष 2030 तक 2.1 ट्रिलियन अमेरिकी डॉलर के बाज़ार मूल्य तक पहुँचने की संभावना है।
- सीमांत प्रौद्योगिकी तत्परता सूचकांक, जिसने 166 देशों को रैंक प्रदान किया है, में उच्च आय वाली अर्थव्यवस्थाओं, विशेष रूप से अमेरिका, स्वीडन, सिंगापुर, स्विट्ज़रलैंड और नीदरलैंड का प्रभुत्त्व है।
- सूची की दूसरी तिमाही में उभरती हुई अर्थव्यवस्थाएँ शामिल हैं- विशेष रूप से ब्राज़ील 40वें स्थान पर, चीन 35वें स्थान पर, भारत 46वें स्थान पर, रूसी संघ 31वें स्थान पर और दक्षिण अफ्रीका 56वें स्थान पर।
- यहाँ भारत उम्मीद से बेहतर 67 पायदान की रैंकिंग के साथ सबसे अच्छा प्रदर्शन करने वाला देश बना हुआ है।
- सूची की दूसरी तिमाही में उभरती हुई अर्थव्यवस्थाएँ शामिल हैं- विशेष रूप से ब्राज़ील 40वें स्थान पर, चीन 35वें स्थान पर, भारत 46वें स्थान पर, रूसी संघ 31वें स्थान पर और दक्षिण अफ्रीका 56वें स्थान पर।
- हरित प्रौद्योगिकियाँ वर्ष 2020 के 1.5 ट्रिलियन अमेरिकी डॉलर से बढ़कर वर्ष 2030 तक 9.5 ट्रिलियन अमेरिकी डॉलर का बाज़ार स्थापित कर सकती हैं।
- सिफारिशें:
- UNCTAD विकासशील देशों की सरकारों से पर्यावरण, विज्ञान, प्रौद्योगिकी, नवाचार और औद्योगिक नीतियों को संरेखित करने का आह्वान करता है।
- यह उनसे हरित एवं अधिक जटिल क्षेत्रों में निवेश को प्राथमिकता देने, हरित वस्तुओं की ओर उपभोक्ता मांग को स्थानांतरित करने के लिये प्रोत्साहन प्रदान करने और अनुसंधान एवं विकास में निवेश को बढ़ावा देने का आग्रह करता है।
- यह सुझाव देता है कि विकासशील देश बढ़ते हरित उद्योगों की रक्षा के लिये टैरिफ, सब्सिडी और सार्वजनिक खरीद का उपयोग करें, जिससे न केवल स्थानीय मांग की पूर्ति होती है अपितु बड़े पैमाने की अर्थव्यवस्था भी सृजित होती है जो निर्यात को अधिक प्रतिस्पर्द्धी बनाती है।
- अंत में UNCTAD ने विकसित देशों से आग्रह किया कि वे अपने कम समृद्ध समकक्षों को सहायता प्रदान करें और यह सुनिश्चित करें कि सभी देश भाग लेकर तथा हरित तकनीकी क्रांति का पूर्ण आर्थिक लाभ उठा सकें।
- UNCTAD विकासशील देशों की सरकारों से पर्यावरण, विज्ञान, प्रौद्योगिकी, नवाचार और औद्योगिक नीतियों को संरेखित करने का आह्वान करता है।
व्यापार एवं विकास पर संयुक्त राष्ट्र सम्मेलन (UNCTAD):
- UNCTAD संयुक्त राष्ट्र का एक स्थायी अंतर-सरकारी निकाय है।
- यह वर्ष 1964 में स्थापित किया गया था और इसका मुख्यालय जिनेवा, स्विट्ज़रलैंड में है।
- इसका उद्देश्य अंतर्राष्ट्रीय व्यापार, निवेश, वित्त एवं प्रौद्योगिकी हस्तांतरण के माध्यम से विशेष रूप से विकासशील देशों में सतत् विकास को बढ़ावा देना है।
- UNCTAD का काम चार मुख्य क्षेत्रों पर केंद्रित है: व्यापार और विकास, निवेश व उद्यम, प्रौद्योगिकी तथा नवाचार एवं मैक्रोइकॉनॉमिक्स और विकास नीतियाँ।
हरित प्रौद्योगिकियों से संबंधित भारत की पहल:
- प्रधानमंत्री सहज बिजली हर घर योजना (SAUBHAGYA-सौभाग्य)
- हरित ऊर्जा गलियारा (GEC)
- राष्ट्रीय स्मार्ट ग्रिड मिशन (NSGM) एवं स्मार्ट मीटर राष्ट्रीय कार्यक्रम
- हाइब्रिड एवं इलेक्ट्रिक वाहनों का तेज़ी से अंगीकरण एवं विनिर्माण (FAME)
- अंतर्राष्ट्रीय सौर गठबंधन (ISA)
UPSC सिविल सेवा परीक्षा, पिछले वर्ष के प्रश्न:प्रिलिम्स:प्रश्न. भारतीय अक्षय ऊर्जा विकास एजेंसी लिमिटेड (IREDA) के संदर्भ में निम्नलिखित कथनों में से कौन-सा/से सही है/हैं? (2015)
नीचे दिये गए कूट का प्रयोग कर सही उत्तर चुनिये: (a) केवल 1 उत्तर: (c) मेन्स:प्रश्न. वहनीय (अफोर्डेबल), विश्वसनीय, धारणीय तथा आधुनिक ऊर्जा तक पहुँच "सतत् विकास लक्ष्यों (SDGs) को प्राप्त करने के लिये अनिवार्य है"। भारत में इस संबंध में हुई प्रगति पर टिप्पणी कीजिये। (2018) |