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अंतर्राष्ट्रीय संबंध

एससीओ के रक्षा मंत्रियों का सम्मेलन

  • 30 Apr 2019
  • 3 min read

चर्चा में क्यों?

हाल ही में भारत की रक्षा मंत्री निर्मला सीतारमण ने शंघाई सहयोग संगठन (Shanghai Cooperation Organisation-SCO) में शामिल देशों के रक्षा मंत्रियों के सम्मेलन में भाग लिया। गौरतलब है कि इस सम्मेलन का आयोजन किर्गिस्तान के बिश्केक (Bishkek) में किया गया।

प्रमुख बिंदु

  • शंघाई सहयोग संगठन (SCO) के इस प्रमुख सम्मेलन में क्षेत्र में उभरती सुरक्षा चुनौतियों के मद्देनज़र सदस्य देशों के बीच रक्षा तथा सुरक्षा सहयोग को और बढ़ावा देने के तरीकों पर चर्चा की गई।
  • गौरतलब है कि रक्षा मंत्री ने सम्मलेन में भाग लेने के साथ-साथ शंघाई सहयोग संगठन के अन्य सदस्य देशों के साथ कई द्विपक्षीय बैठकें भी कीं।
  • भारत की रक्षा मंत्री ने चीन के रक्षा मंत्री जनरल वेई फेंगे के साथ द्विपक्षीय बैठक की। इसके अलावा रक्षा मंत्री ने रूस के रक्षा मंत्री जनरल सर्गेई शोयगू से भी मुलाकात की और अहम द्विपक्षीय रक्षा मुद्दों पर चर्चा की।

शंघाई सहयोग संगठन (SCO)

  • शंघाई सहयोग संगठन (SCO) एक यूरेशियन राजनीतिक, आर्थिक और सुरक्षा संगठन है, जिसकी स्थापना 2001 में शंघाई (चीन) में की गई थी।
  • वर्तमान में इसमें 8 सदस्य हैं। SCO का मुख्यालय बीजिंग (चीन) में स्थित है।
  • SCO की उत्पत्ति 26 अप्रैल, 1996 को स्थापित ‘शंघाई फाइव’ समूह के देशों- चीन, कज़ाखस्तान, रूस, किर्गिस्तान और ताजिकिस्तान से मिलकर हुई थी।
  • 2001 में उज़्बेकिस्तान शंघाई फाइव में शामिल हो गया और इसे शंघाई सहयोग संगठन के रूप में पुनः नामित किया गया।
  • वर्ष 2017 में भारत और पाकिस्तान SCO में पूर्णकालिक सदस्यों के रूप में शामिल हुए हैं।

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रीजनल एंटी-टेररिस्ट स्ट्रक्चर

  • रीजनल एंटी-टेररिस्ट स्ट्रक्चर (Regional Anti-Terrorist Structure-RATS) शंघाई सहयोग संगठन (SCO) का एक स्थायी अंग है।
  • यह आतंकवाद, अलगाववाद और उग्रवाद के खिलाफ सदस्य देशों के सहयोग को बढ़ावा देने का काम करता है। इसका मुख्यालय ताशकंद (Tashkent) में है।

स्रोत- इकोनॉमिक टाइम्स

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