भारत-मेक्सिको संबंध | 15 Sep 2022
प्रिलिम्स के लिये:ITEC, शीत युद्ध, औपनिवेशिक युग, लैटिन अमेरिका, कोविड-19, परमाणु अप्रसार, हरित क्रांति। मेन्स के लिये:भारत-मेक्सिको संबंधों का महत्त्व। |
चर्चा में क्यों?
मेक्सिको राष्ट्रीय दिवस (16 सितंबर) के अवसर पर भारत ने मेक्सिको के नागरिकों को बधाई और शुभकामनाएँ दीं तथा राजनयिक संबंधों की स्थापना के 72 वर्ष पूरे होने का जश्न मनाया।
भारत-मेक्सिको संबंध:
- ऐतिहासिक संबंध:
- अतीत में भारत और मेक्सिको दोनों उपनिवेश रह चुके हैं, इस नाते दोनों देशों के औपनिवेशिक युग के यूरोप से साझा संबंध थे।
- मेक्सिको स्वतंत्रता के बाद भारत को मान्यता देने और वर्ष 1950 में भारत के साथ राजनयिक संबंध स्थापित करने वाला पहला लैटिन अमेरिकी देश था।
- 1960 के दशक में गेहूँ के संकर बीज तैयार करने में मेक्सिकन गेहूँ की किस्मों का इस्तेमाल किया गया जो भारत में ‘हरित क्रांति’ का आधार थी।
- शीत युद्ध के वर्षों में मेक्सिको और भारत ने संयुक्त राष्ट्र (UN) के सदस्यों के रूप में साथ मिलकर काम किया। दोनों देशों ने विकासशील देशों जैसे- ‘उरुग्वे राउंड ऑफ ट्रेड नेगोशिएशन’ (विश्व व्यापार संगठन के तहत) के हितों का सक्रिय रूप से समर्थन किया।
- दोनों देश G-20 के सदस्य हैं।
- राजनीतिक और द्विपक्षीय सहयोग:
- दोनों देशों द्वारा वर्ष 2007 में एक 'प्रिविलेज्ड पार्टनरशिप' की स्थापना की गई।
- वर्ष 2015 में दोनों देशों द्वारा 'रणनीतिक साझेदारी' हासिल करने की दिशा में काम करने पर सहमति व्यक्त की गई।
- दोनों देशों द्वारा कई द्विपक्षीय समझौतों और समझौता ज्ञापन हस्ताक्षरित किये गए हैं, जिनमें निवेश संवर्द्धन और संरक्षण, प्रत्यर्पण, सीमा शुल्क मामलों में प्रशासनिक सहायता, अंतरिक्ष सहयोग आदि शामिल हैं।
- भारत 'भारतीय तकनीकी और आर्थिक सहयोग' (ITEC) कार्यक्रम के तहत मेक्सिको को 20 छात्रवृति प्रदान करता है और मेक्सिकन राजनयिकों को भी 'भारतीय वन सर्वेक्षण' (FSI) में प्रशिक्षण दिया जाता है।
- आर्थिक और वाणिज्यिक संबंध:
- भारत, मेक्सिको का 10वाँ सबसे बड़ा व्यापारिक भागीदार है और व्यापार संतुलन आठ वर्षों से भारत के पक्ष में बना हुआ है।
- मेक्सिको वर्तमान में लैटिन अमेरिका में भारत का सबसे बड़ा व्यापारिक भागीदार है।
- वर्ष 2021 में भारत से मेक्सिको को निर्यात 5.931 बिलियन अमेरिकी डॉलर तक पहुँँच गया और मेक्सिको से आयात 4.17 बिलियन अमेरिकी डॉलर का था, जिससे कुल व्यापार 10.11 बिलियन अमेरिकी डॉलर हो गया।
- भारत का निर्यात: वाहन और ऑटो पार्ट्स, कार्बनिक रसायन, विद्युत मशीनरी तथा इलेक्ट्रॉनिक उपकरण, एल्युमीनियम उत्पाद, रेडीमेड वस्त्र, लोहा एवं इस्पात उत्पाद, रत्न और आभूषण।
- भारत का आयात: कच्चा तेल, खनिज ईंधन, उर्वरक आदि। कच्चा तेल मेक्सिको से निर्यात टोकरी का 75% हिस्सा रखता है।
- भारत के फार्मास्युटिकल उत्पादों का निर्यात वर्ष 2020 में स्थिर रहा और इसमें 80% से अधिक की वृद्धि हुई।
- सुरक्षा:
- दोनों देश बढ़ती पारंपरिक और गैर-पारंपरिक सुरक्षा चुनौतियों, विशेष रूप से वैश्विक आतंकवाद के उदय पर समान रूप से साझा चिंता व्यक्त करते हैं।
- सांस्कृतिक संबंध:
- ‘गुरुदेव टैगोर इंडियन कल्चरल सेंटर’ अक्तूबर 2010 से मेक्सिको में योग, शास्त्रीय नृत्य, संगीत आदि की शिक्षा दे रहा है।
- सांस्कृतिक सहयोग पर एक समझौता वर्ष 1975 से अस्तित्व में है और सहयोग गतिविधियों को चार वर्षीय 'सांस्कृतिक सहयोग के कार्यक्रमों' के माध्यम से संपन्न किया जाता है।
- भारतीय समुदाय:
- मेक्सिको में 7,000 से अधिक भारतीय समुदाय के लोग रह रहे हैं, जिनमें अधिकांश सॉफ्टवेयर इंजीनियर, शिक्षाविद/प्रोफेसर और निजी व्यवसायी हैं।
- दोनों देशों के मध्य पर्यटन के क्षेत्र में लगातार वृद्धि हो रही है और मेक्सिको वासियों को ऑनलाइन ई-टूरिस्ट वीज़ा की सुविधा दी गई है।
- साधारण पासपोर्ट रखने वाले भारतीय नागरिक, संयुक्त राज्य अमेरिका, यूनाइटेड किंगडम, कनाडा और जापान के लिये वैध वीज़ा धारित करते हैं तथा एक ही देश या प्रशांत गठबंधन के सदस्य राज्यों में स्थायी निवास कर सकते हैं, लेकिन कोलंबिया, चिली और पेरू को लघु पर्यटन या मेक्सिको की व्यावसायिक यात्राओं के लिये वीज़ा की आवश्यकता नहीं है।
- मतभेद:
- परमाणु अप्रसार के मुद्दे पर मेक्सिको और भारत के अलग-अलग दृष्टिकोण रहे हैं। हालाँकि भारतीय प्रधानमंत्री की वर्ष 2016 की यात्रा के दौरान मेक्सिको ने भारत के लिये ‘परमाणु आपूर्तिकर्त्ता समूह (NSG)’ का हिस्सा बनने हेतु समर्थन का वादा किया था।
- दोनों देशों में 'संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद (UNSC)' में सुधारों के मुद्दे पर मतभेद है।
- मेक्सिको, कॉफी क्लब या यूनाइटिंग फॉर कन्सेंसस (Uniting for Consensus- UFC) का सदस्य रहा है, जो भारत तथा अन्य G-4 सदस्यों (जापान, जर्मनी और ब्राज़ील) की विचारधारा के विपरीत है तथा यूएनएससी में स्थायी सदस्यता के विस्तार का विरोध करता है।
हालिया गतिविधि:
- जून 2022 में भारत और मेंक्सिको ने व्यापार और निवेश से लेकर स्वास्थ्य और फार्मास्यूटिकल्स के क्षेत्रों पर ध्यान केंद्रित करते हुए अंतरिक्ष में सहयोग के लिये एक समझौते पर हस्ताक्षर किये।
- भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (Indian Space Research Organisation-ISRO) की ओर से फसल निगरानी, सूखा मूल्यांकन और क्षमता निर्माण पर विशिष्ट सहयोग समझौते पर हस्ताक्षर किये गए।
- ISRO और मेक्सिकन स्पेस एजेंसी (MSA) ने आखिरी बार अक्तूबर 2014 में शांतिपूर्ण उद्देश्यों के लिये अंतरिक्ष सहयोग के समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किये थे।
आगे की राह:
- भारत और मेक्सिको में भू-जलवायु परिस्थितियों, जैव विविधता, विज्ञान, सांस्कृतिक और पारिवारिक मूल्यों में उल्लेखनीय समानताएँ हैं। दोनों एक महान सभ्यतागत विरासत के उत्तराधिकारी हैं और उनके मध्य संपर्क सदियों से हैं।
UPSC सिविल सेवा, विगत वर्षों के प्रश्न (PYQs):प्रश्न. निम्नलिखित में से किस एक समूह के चारों देश G20 के सदस्य हैं? (2020) (a) अर्जेंटीना, मैक्सिको, दक्षिण अफ्रीका और तुर्की उत्तर:(a) |