IMF और विश्व बैंक समूह की स्प्रिंग मीटिंग 2023 | 25 Apr 2023
प्रिलिम्स के लिये:अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष (IMF), विश्व बैंक समूह (WBG), ग्रुप ऑफ ट्वेंटी (G20), ऋण पुनर्गठन, वित्त मंत्रियों का वल्नरेबल ट्वेंटी ग्रुप (V20), गरीबी में कमी तथा विकास ट्रस्ट (PRGT) मेन्स के लिये:वर्ष 2023 की स्प्रिंग मीटिंग में IMF और WBG की प्रमुख उपलब्धियाँ, अकरा माराकेश एजेंडा, जलवायु परिवर्तन एवं ऋण संकट और कम विकसित देशों में भेद्यता |
चर्चा में क्यों?
हाल ही में अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष (IMF) और विश्व बैंक समूह (WBG) ने संयुक्त राज्य अमेरिका के वाशिंगटन DC में स्प्रिंग मीटिंग का आयोजन किया।
- बैठक में चर्चा अंतर्राष्ट्रीय चिंता के मुद्दों पर केंद्रित थी जैसे- अंतर्राष्ट्रीय ऋण संकट, बढ़ती मुद्रास्फीति, जलवायु तथा विकास, गरीबी उन्मूलन और धीमी आर्थिक वृद्धि।
वर्ष 2023 की स्प्रिंग मीटिंग में IMF और WBG की प्रमुख उपलब्धियाँ:
- ऋण संकट:
- ग्लोबल सॉवरेन डेट राउंडटेबल (GSDR):
- IMF, WBG और भारत [जो कि ग्रुप ऑफ ट्वेंटी (G20) 2023 का अध्यक्ष है] ने ग्लोबल सॉवरेन डेट राउंडटेबल (GSDR) की सह-अध्यक्षता की।
- GSDR ने द्विपक्षीय लेनदारों (फ्रांँस - पेरिस क्लब का अध्यक्ष, संयुक्त राष्ट्र, यूनाइटेड किंगडम, चीन, सऊदी अरब एवं जापान) और देनदार देशों (इक्वाडोर, सूरीनाम, जाम्बिया, श्रीलंका, इथियोपिया तथा घाना) तथा ब्राज़ील (जो कि वर्ष 2024 में आगामी G20 की अध्यक्षता करेगा) के साथ बैठक की।
- प्रमुख मुद्दे:
- कई विकासशील देश महामारी, बढ़ती महँगाई और रूस-यूक्रेन युद्ध के कारण उच्च ऋण का सामना कर रहे हैं, जो जलवायु शमन एवं अनुकूलन परियोजनाओं में निवेश करने की उनकी क्षमता को नकारात्मक रूप से प्रभावित करता है।
- अफ्रीकी देशों पर विशेष रूप से ध्यान दिया गया जो कि कोविड-19 और इसके परिणामस्वरूप आर्थिक मंदी के कारण असमान रूप से प्रभावित हुए हैं।
- कई विकासशील देश महामारी, बढ़ती महँगाई और रूस-यूक्रेन युद्ध के कारण उच्च ऋण का सामना कर रहे हैं, जो जलवायु शमन एवं अनुकूलन परियोजनाओं में निवेश करने की उनकी क्षमता को नकारात्मक रूप से प्रभावित करता है।
- सुझाए गए तरीके:
- GSDR ने ऋण स्थिरता और ऋण पुनर्गठन चुनौतियों का समाधान करने के तरीकों पर चर्चा की।
- 'ऋण पुनर्गठन' उस प्रक्रिया को संदर्भित करता है जिसके द्वारा देश, निजी कंपनियाँ या व्यक्ति अपने ऋण की शर्तों को बदल सकते हैं ताकि ऋणी के लिये ऋण चुकाना आसान हो।
- GSDR ने ऋण स्थिरता और ऋण पुनर्गठन चुनौतियों का समाधान करने के तरीकों पर चर्चा की।
- ग्लोबल सॉवरेन डेट राउंडटेबल (GSDR):
- जलवायु संकट:
- प्रमुख मुद्दे:
- वित्त मंत्रियों का वल्नरेबल ट्वेंटी ग्रुप (V20), जो जलवायु परिवर्तन के प्रभावों के लिये सबसे व्यवस्थित रूप से कमज़ोर 58 देशों का प्रतिनिधित्त्व करता है, ने वैश्विक वित्तीय प्रणाली में संक्रमण की तत्काल आवश्यकता पर प्रकाश डाला जो सबसे कमज़ोर लोगों के लिये विकासोन्मुख जलवायु कार्रवाई प्रदान कर सके।
- इसने जलवायु संकट के बारे में बढ़ती चिंताओं पर प्रकाश डाला जिसमें जलवायु वित्त, ऊर्जा सुरक्षा, स्थायी आपूर्ति शृंखला और हरित रोज़गारों के लिये कार्यबल की तत्परता जैसे विषय शामिल थे।
- समयबद्ध रियायती वित्त तक पहुँच को जलवायु-संवेदी राष्ट्रों द्वारा सामना की जाने वाली एक बड़ी बाधा के रूप में चिह्नित किया गया, क्योंकि ऋण संकट और पूंजी की उच्च लागत से निपटने के अलावा जलवायु जोखिम को प्रबंधित करने के लिये उनकी बजटीय क्षमता दबाव में है।
- प्रस्तावित सुझाव:
- अकरा-माराकेश एजेंडा: V20 ने अकरा-माराकेश एजेंडा प्रस्तावित किया है जो असुरक्षित विश्व में जलवायु अनुकूलन के लिये एक अंतर्राष्ट्रीय गठबंधन बनाने, ऋण जैसे महत्त्वपूर्ण क्षेत्रों की समस्या का निपटान करने, अंतर्राष्ट्रीय और विकास वित्त प्रणाली को बदलने, कार्बन वित्तपोषण तथा जलवायु जोखिम प्रबंधन से संबंधित है।
- आगामी IMF और WBG वार्षिक बैठक माराकेश में अक्तूबर 2023 में आयोजित की जाएगी।
- V20 ने वर्ष 2023 की स्प्रिंग मीटिंग में बहुपक्षीय वित्तीय संस्थानों और विकास एजेंसियों से जून 2023 में एक 'नए वैश्विक वित्तीय समझौता' विकसित करने की दिशा में सहयोग करने का आग्रह किया।
- प्रमुख मुद्दे:
- निम्न आय वाले देशों को वित्तीय सहायता:
- IMF ने निम्न आय वाले देशों को वित्तीय सहायता प्रदान करने में अपनी भूमिका को रेखांकित किया और गरीबी में कमी तथा विकास ट्रस्ट (PRGT) को बनाए रखने के लिये प्रतिबद्धता जताई है ताकि वह निम्न आय वाले देशों की सहायता करना जारी रख सके।
- IMF PRGT के माध्यम से निम्न आय वाले देशों को रियायती वित्त प्रदान करता है।
- हालाँकि कोविड-19 का प्रकोप, रूस-यूक्रेन युद्ध और इसके परिणामस्वरूप ऋण प्रदान करने में वृद्धि ने PRGT के संसाधनों पर दबाव डाला है।
- IMF ने निम्न आय वाले देशों को वित्तीय सहायता प्रदान करने में अपनी भूमिका को रेखांकित किया और गरीबी में कमी तथा विकास ट्रस्ट (PRGT) को बनाए रखने के लिये प्रतिबद्धता जताई है ताकि वह निम्न आय वाले देशों की सहायता करना जारी रख सके।
- मानव पूंजी क्षमता को सक्रिय करने के लिये डिजिटल समाधान:
- IMF ने इस बात पर भी प्रकाश डाला कि यह वर्तमान में नए सार्वजनिक और निजी डिजिटल बुनियादी ढाँचे के लिये नीतिगत दृष्टिकोण को आकार देने हेतु डिजिटल विकास के व्यापक आर्थिक प्रभावों का विश्लेषण कर रहा है।
UPSC सिविल सेवा परीक्षा, विगत वर्ष के प्रश्न:प्रश्न. 'व्यापार करने की सुविधा के सूचकांक' में भारत की रैंकिंग समाचारों में कभी-कभी दिखती है। निम्नलिखित में से किसने इस रैंकिंग की घोषणा की है? (2016) (a) आर्थिक सहयोग और विकास संगठन (OECD) उत्तर: (c) प्रश्न. कभी-कभी समाचारों में दिखने वाले 'आई.एफ.सी. मसाला बाॅण्ड (IFC Masala Bonds)' के संदर्भ में निम्नलिखित कथनों में से कौन-सा/से सही है/हैं? (2016)
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