शासन व्यवस्था
पशु महामारी तैयारी पहल और “वन हेल्थ के लिये पशु स्वास्थ्य प्रणाली सहायता”
- 18 Apr 2023
- 7 min read
प्रिलिम्स के लिये:वन हेल्थ दृष्टिकोण, WHO, विश्व बैंक, ज़ूनोटिक रोग मेन्स के लिये:पशु महामारी तैयारी पहल, वन हेल्थ, वन हेल्थ के लिये पशु स्वास्थ्य प्रणाली सहायता |
चर्चा में क्यों?
हाल ही में मत्स्यपालन, पशुपालन और डेयरी मंत्रालय ने पशुओं से मनुष्यों में फैलने वाली बीमारियों के खतरे को रोकने के लिये वन हेल्थ दृष्टिकोण के तहत पशु महामारी तैयारी पहल (Animal Pandemic Preparedness Initiative- APPI) शुरू की है।
- वन हेल्थ दृष्टिकोण पर्यावरण, पशु और मानव स्वास्थ्य की परस्पर निर्भरता पर प्रकाश डालता है।
- मंत्रालय ने विश्व बैंक द्वारा वित्तपोषित एनिमल हेल्थ सिस्टम सपोर्ट फॉर वन हेल्थ (AHSSOH) परियोजना भी शुरू की है।
पशु महामारी तैयारी पहल:
- परिचय:
- यह पहल विश्व स्वास्थ्य संगठन की ग्लोबल वन हेल्थ रणनीति के अनुरूप है, जो ज़ूनोटिक रोगों के खतरे को दूर करने में बहुक्षेत्रीय सहयोग पर ज़ोर देती है।
- यह पशु चिकित्सा सेवाओं और बुनियादी ढाँचे, रोग निगरानी क्षमताओं, शीघ्र पहचान एवं प्रतिक्रिया, पशु स्वास्थ्य पेशेवरों की क्षमता का निर्माण तथा सामुदायिक पहुँच के माध्यम से किसानों के बीच जागरूकता बढ़ाने में मदद करेगी।
- APPI के स्तंभ:
- रोग निगरानी और नियंत्रण।
- रोग मॉडल एल्गोरिद्म और प्रारंभिक चेतावनी प्रणाली।
- प्रकोप जाँच और प्रतिक्रिया।
- पारिस्थितिक तंत्र समन्वय।
- टीका विकास और अनुसंधान तथा विकास।
- आपदा प्रतिरोध का निर्माण।
- अनुदान।
- नियामक ढाँचा।
- उद्देश्य:
- इस पहल का उद्देश्य ज़ूनोटिक रोगों को रोकने और नियंत्रित करने के लिये भारत की तैयारी और प्रतिक्रिया क्षमताओं को बढ़ाना है, ताकि जानवरों तथा मनुष्यों दोनों के स्वास्थ्य की रक्षा हो सके।
वन हेल्थ के लिये पशु स्वास्थ्य प्रणाली सहायता (AHSSOH):
- इसका उद्देश्य वन हेल्थ दृष्टिकोण (One Health Approach) को ध्यान में रखकर बेहतर पशु स्वास्थ्य प्रबंधन प्रणाली के लिये एक पारिस्थितिकी तंत्र बनाना है।
- परियोजना को केंद्रीय क्षेत्र योजना के रूप में पाँच साल की अवधि हेतु लागू किया जाएगा।
- इसमें भाग लेने वाले पाँच राज्यों के 151 ज़िलों को कवर करने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है, जिसमें 75 ज़िला/क्षेत्रीय प्रयोगशालाओं को अपग्रेड करने के साथ-साथ 300 पशु चिकित्सालयों/ औषधालयों के सुदृढ़ीकरण पर ध्यान केंद्रित किया गया है।
पशुधन रोग दबाव और पशुधन क्षेत्र का परिदृश्य (Scenario of Livestock Diseases Burden and Livestock Sector)
राष्ट्रीय वन हेल्थ मिशन ( National One Health Mission- NOHM):
- वन हेल्थ:
- वन हेल्थ (One Health) के तहत स्वास्थ्य, उत्पादकता और संरक्षण चुनौतियों को हल करने हेतु विभिन्न क्षेत्रों बीच समन्वय सुनिश्चित करना है, जो भारत के विविध वन्य जीवन, बड़ी पशुधन आबादी और उच्च मानव घनत्व के लिये महत्त्वपूर्ण है।
- कोविड-19, गाँठदार त्वचा रोग और एवियन इन्फ्लूएंज़ा (Avian influenza-AI) जैसे हाल के रोग प्रकोपों से पता चलता है कि केवल मानवीय दृष्टिकोण से बीमारी को संबोधित करना पर्याप्त नहीं है। हमें पशुधन और वन्य जीवन पर भी विचार करने की आवश्यकता है।
- परिचय:
- NOHM, प्रधानमंत्री विज्ञान, प्रौद्योगिकी और नवाचार सलाहकार परिषद (PM-STIAC) की 21वीं बैठक में अनुमोदित अंतर-मंत्रालयी प्रयास है।
- NOHM को अन्य मंत्रालयों के सहयोग से स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय द्वारा लागू किया जाएगा।
- उद्देश्य:
- NOHM रोग नियंत्रण और रोकथाम के लिये समग्र एवं एकीकृत दृष्टिकोण को बढ़ावा देने हेतु मानव, पशु तथा पर्यावरणीय स्वास्थ्य की अन्योन्याश्रितता को संबोधित करने पर ध्यान केंद्रित करेगा।
- इसका उद्देश्य मानव, पशु और पर्यावरणीय स्वास्थ्य की अन्योन्याश्रितता को उजागर करते हुए भारत में रोग नियंत्रण एवं रोकथाम हेतु एक समन्वित तथा एकीकृत दृष्टिकोण को बढ़ावा देना है।
- घटक:
- ज़ूनोटिक रोगों और रोगाणुरोधी प्रतिरोध हेतु निगरानी एवं पूर्व चेतावनी प्रणाली (Early Warning Systems) को मज़बूत करना।
- वन हेल्थ क्षेत्र में अनुसंधान और विकास को बढ़ावा देना।
- स्वास्थ्य पेशेवरों, पशु चिकित्सकों और शोधकर्त्ताओं की क्षमता निर्माण में सुधार।
- वन हेल्थ के मुद्दों पर जन जागरूकता और सामुदायिक जुड़ाव बढ़ाना।
- वन हेल्थ हस्तक्षेप और रणनीतियों हेतु दिशा-निर्देश एवं नीतियाँ विकसित करना।
- वन हेल्थ डेटा रिपॉज़िटरी और सूचना प्रणाली की स्थापना।
- वन हेल्थ चुनौतियों का समाधान करने हेतु राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय सहयोग एवं साझेदारी को सुगम बनाना।